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मैडम को चोद चोद के माँ बनाया और असली ख़ुशी दी

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Madam ko chod chod ke maa bnaya aur asli khushi di:

हेल्लो मेरे सभी पाठकों मै अंशुल आज फिर आपके सामने एक नयी कहानी के साथ हाज़िर हूँ और आपको अपने मन की बात बताना चाहता हूँ | दोस्तों सबके जीवन मै कभी न कभी ऐसा लम्हा ज़रूर आता है जब वो खुद ब खुद बहक जाए और कोई न कोई गलती कर बैठे | मेरे जीवन मै ऐसा लम्हा आया | एक बार मेरी टीचर मेरी दोस्त के साथ आया था और अब दूसरी बार मेरी स्कूल की टीचर के साथ | दोस्तों ये एक मजेदार दास्तान है जिसे मै आप सब के साथ बाँटना चाहता हूँ और आपको इस कहानी की रोचक चीज़े बताना चाहता हूँ | जैसे की आप सभी जानते हैं की मै एक गबरू जवान लड़का हूँ और मेरा लंड भी काफी बड़ा है | मै 8 इंच लम्बे लुंड का स्वामी हूँ | मेरे लंड की कई लडकिया दीवानी हैं पर मैने ये सिर्फ दो औरतो को दिया है | मै जानता हूँ की सारी चीज़े आपको विचलित कर सकती पर अगर आपका लंड खड़ा हो जाए तो मुठ मारना मत भूलियेगा | मुझे ये बहुत पसंद क्यूंकि मै अक्सर अपनी टीचर की याद मै मुठ मारता हूँ और मौका मिलने पर जबरदस्त चुदाई करता हूँ | उसे भी ये सारी चीज़े बहुत पसंद है पर बेचारी का पति ये सारी चीज़े पूरी नहीं कर पाता |

दोस्तों ये उस समय की बात है जब मै 11वीं कक्षा मै पढता था उस समय हमारे सारे पुराने टीचर्स जा चुके और नए टीचर्स की बहाली हुई थी | चूँकि मै एक हिंदी माध्यम स्कूल से था तो मुझे पता था की हमारे यहाँ बकवास के अलावा और कुछ नहीं हो सकता | पर आपको याद दिला दू दोस्तों की आज के बाद किसी भी विद्यार्थी का मजाक मत उडाना क्यूंकि ये भारत हा और यह हिंदी बोलना गुनाह नहीं है | तो दोस्तों हुआ यूँ की हमारी हिंदी की टीचर जो की शादीशुदा थी पहली क्लास लेने आई और हर बार की तरह मैंने सोचा की ये भी बुढिया होगी | मैंने क्लास मै ध्यान देना ही बंद कर दिया | पर दोस्तों जेसे ही क्लास ख़तम हुई और वो जाने लगी मैंने उसपे उडती हुई नज़र से देखा तो दोस्तों मै दंग रह गया | क्यूंकि पहली बार ऐसा हुआ था की एक तीस साल जवान औरत हमारी टीचर बनी थी | पहली नज़र मै उसने मुझपे अपना जादू चला दिया था और मै उसके ख्यालों मै डूबता जा रहा था | पर मै ये किसी को भी नहीं बता सकता था क्यूंकि मै एक बहुत शरीफ बच्चो की गिनती मै गिना जाता था |

एक दिन की बात हा मैने अपनी कॉपी मै नेहा मै तुमसे प्यार करता हूँ ये नाम लिखा था पर गलती से वो कॉपी उसके पास पहुँच गई | टीचर ने यह पढ़ लिया और मुझे लाइब्रेरी बुलाया | उसके बाद जो उसने मेरी खिचाई की हा वाह वाह वाह! जी मज़ा आ गया | उफ्फ्फ्फ़ क्या आवाज़ थी और अकेले मै सुनके तो मेरे सामने जैसे खुदा ही आ गया | उसके बाद से वो मुझसे बात नही करती थी और मै बस उसे ही देखा करता था | दो महीने बीत गए मै कुछ भी बोलता और वो बुरा मान जाती पर जब मै क्लास मै न होता तो मेरे बारे मै पूछती | एक दिन हमारे भूगोल के अध्यापक ने मुझे क्लास के बाहर निकल दिया | मुझे बाहर देखकर उसे हंसी आ गई और वो मुझसे बात करने लगी | उसने मुझसे कहा की अगर मैंने कुछ और दिन एसा किआ तो मै परीक्षा मै अच्छे अंक नहीं ला पाउँगा और ये मेरे लिए अच्छा नहीं है | तो मैने उससे कहा की शायद तुम कुछ कर सको मुझे इससे बाहर निकालने मै | तो उसने कहा की मै इसमै क्या कर सकती हूँ और चली गई |

फिर मेरी असली कहानी शुरू हुई और हमने काफी बातें करने लगे और हमने कई साड़ी चीज़े भी जान ली एक दुसरे के बारे मै | पर ये सब कुछ हम स्कूल मै नहीं कटे थें क्यूंकि वो चाहती की हम दोनों की इज्ज़त बनी रहे और मै अव्वल कोटि का छात्र था तो उसे मेरी भी परवाह थी | फिर हम लोग आपस मै खूब मिलने लगे और हम एक दुसरे के घर भी आने जाने लगे | उसके बाद हमने आपस मै कई बाते शेयर की जो किसी कइ भी नहीं पता | फिर एक दिन मैंने उसके घर जाने का सोचा और जब वहाँ पुहंचा तो देखा की नेहा रो रही है | मैंने पूछा क्या हुआ? तो फिर मैंने उससे पूछा की जानू क्या हुआ और उसने मुझे गले से लगा लिया और रोने लगी | मैंने उसके बालों पे हाथ फेरा और पूछा क्या हुआ? उसने रोते हुए कहा जान मेरे पति घर आए और उन्होंने मुझे मारा | मेरे शरीर में जेसे आग सी लग गयी और मैंने सोचा अगर ऐसी बीवी मेरी होती तो मै उसे प्यार करने के अलावा कुछ और करता ही नहीं | मैंने उसे ये बात बोल दी और वो मुझे एकटक देखती रह गई |

उसे भी मुझसे प्यार हो गया था ओए अब वो मेरी पढाई को ले के बहुत ज्यादा सतर्क हो गई थी | पर अब पढाई कुछ अलग तरीके से होने लगी वो मेरे सामने छोटे छोटे कपडे पहन के आती और मुझे चीज़े याद करवाती | एक दिन उसने मुझे कहा की अगर तुमने मुझे सारे सब्जेक्ट याद करके सुनाओगे तो गिफ्ट मिलेगा और मै हंसी ख़ुशी राज़ी हो गया | दो दिन बाद मै पूरी तैयारी करके गया और उसने मुझसे पूछना शुरू किया | जेसे ही एक सब्जेक्ट के मैंने सही जवाब दे दिए उसने अपनी साड़ी उतार दी और मै चोंक गया | पर मज़ा आया क्यूंकि उसकी गोरी गोरी कमर और नाभि मेरे सामने थी और मै उनपे मचल गया था | मुझे मज़ा आया और मेरा कॉन्फिडेंस बढ़ गया | फिर उसने मुझे दूसरा सब्जेक्ट पूछा और ब्लाउज उतार दिया | अब उसका सफ़ेद ब्रा मेरे सामने थे और बड़े बड़े चुचे मेरे सामने थे और मेरा लंड खड़ा था | उसने ये देख लिया था और शर्मा रही थी पर हमने पढाई जारी रखी | फिर उसकी पेन्टी थी जो की बड़ी सेक्सी थी पर मै कुछ कर नही पाया और अन्दर ही झड़ गया | पर उसने कहा जानेमन परीक्षा पास कर लो फिर जन्नत मिलेगी और मेरे लंड को छूकर बोली इसकी भी प्यास बुझा दूंगी |

एग्जाम का समय हो गया और मै दिल और जान से एग्जाम देता और उसके पास जाकर सब बताता  | वो मुझे गले से लगा लेती और फिर रिजल्ट का समय आ गया | मै बहुत डरा हुआ था पर उसका भरोसा था मुझपे और मै उसपे खरा उतरा क्यूंकि मैंने पुरे जिले मै अव्वल स्थान प्राप्त किया था | अब उसका समय था जब वो मुझे गिफ्ट देती और उसने मुझे अपने घर पे बुलाया | मुझे पता था क्या होने वाला है पर फिर भी मै अनजान बनके सब देख रहा था | उसने मुझे बिस्तर पर लिटाया और मेरे कपडे उतरने लगी | फिर उसने मेरे बदन पे किस करना शुरू किया | फिर उसने मेरे होंठो पे एक ज़ोरदार चुम्मा लिया और मेरा हाथ अपनी कमर पे रकझ लिया | मैंने उसकी कमर की चिकनाहट को महसूस किआ और गोरो गोरी नाभि में अपनी उंगलिया डाल दी| वो उत्तेजित हो रही थी और आआआह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्म जैसी आवाज़े निकल रही थी | फिर मैंने अपना हाथ उसके ब्लाउज पे रखा और उसके मोटे स्तनों को दबाने लगा | वो मज़े लेने लगी और धीरे धीरे मैंने उसका ब्लाउज और ब्रा उतार दिया | अब मै उसके चुचियाँ चूसने लगा था | ऊओह्ह्ह अंशुल तुम मेरे प्यारे स्टूडेंट हो और अच्छे से करो अपनी मैडम की चुचियों को चूस चूस के लाल कर दो ऊउफ़्फ़्फ़्फ़…… खा जाओ इन्हें |

मेरा पति मादरचोद मुझे चोद ही नही पाया तुम मेरी प्यास बुझाओ | और मैंने उसकी बातें सुनके उसके बूब्स और जोर से चूसना शुरू किया और वो गरम हो गई | फिर उसके पेट और नाभि को चूमते हुए मैंने उसकी पेन्टी उतार दी और गुलाबी चिकनी चूत मेरे सामने थी | मैंने आव देखा न ताव कूद पड़ा और उसकी चूत के अन्दर अपनी जीभ को डाल दिया | चूस कर के मैंने उसकी चूत को गीला तो कर ही दिया था | ऊऊह्ह्ह्ह मेरी जान खा ले आज मेरी चूत को चाट आआह्ह्ह म्मम्म और जोर से चाट | ये कहते कहते उसने कहा मै झड़ने वाली हूँ  ये ले मेरा पानी | उसने ज़ोरदार पानी छोड़ा जो सीधा मेरे मुह में गया | अब उसकी बारी थी और उसने मेरे लंड को पकड़ा तो बोली ये क्या हा इतना बड़ा | मैंने कहा हा अब इसे मुह में डालो | जेसे ही उसने 5 मिनट चूस ऊह्ह्हह्ह आआह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हा लो मै भी आया और मुह उसके मुह मै छोड़ दिया | फिर मैंने उसकी चूत मै अपने लंड  को रखा  और डालने की कोशिश पर वो तो सील पैक थी | उसका पति सच मै बेहेन्चोद गांडू था | फिर मैंने एक धक्के में पूरा अन्दर किआ और वो बोली ऊऊईईईईईईईईईम्मम्मम्माआआआआआआआआआआआअ मर गई निकालो इसे | पर मैंने धक्के जारी रखे और उसके बूब्स को दबाता रहा और किस करता रहा | धीरे से वो शांत हुई और ऊऊह्ह हां करो और जोर से म्मम्मम्म एसा मज़ा मुझे कभी नहीं मिला अंशुल करो | एक घंटे बाद हम दोनों झड और मैंने मुठ उसके अन्दर ही छोड़ दिया | पर जब उसने बिस्तर पे खून देखा तो डर गई पर उसके बाद तो हम रोज़ चुदम चुदाई खेलते थे और बहुत मज़े करते थे और आज तो मै उसके बच्चे का बाप भी हूँ बस नाम किसी और का है |


अपने दोस्तों के साथ ग्रुप में चुदी

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apne doston ke sath group me chudi:

हेलो दोस्तों | मेरा नाम रति है | मै मुरादाबाद से बिलोंग करती हूँ | मेरी उम्र 19 साल है | अभी मेरी कॉलेज लाइफ चल रही है | जिसे मैं खूब एन्जॉय कर रही हूँ | मेरा कॉलेज दिल्ली में पड़ता है इसीलिए मैं घर से दूर एक हॉस्टल में रहती हूँ | जहाँ की लड़कियां तो बहुत ही चुदक्कड़ हैं | सब की सब बस लंड लेने के लिए तैयार बैठी रहती हैं | मेरा भी यही हाल हो गया है | अब तो मैं एक नम्बर की चुदक्कड लड़की हो गई हूँ | बस लंड की खोज में रहती हूँ | मेरा फिगर ऐसा है कि लड़के देखते ही मुझपे फिसल जाते हैं | मुझे तो कई लडको ने प्रपोज़ भी किया लेकिन मैंने सिर्फ उन्ही का प्रपोज़ल एक्सेप्ट किया | जो एकदम मस्त बॉडी वाले थे | वो भी सिर्फ चुदने के लिए |

चलिए अब अपनी कहानी पर आती हूँ | मेरे दो लड़के बेस्ट फ्रंड हैं | एक का नाम प्रवीन हैं | और दुसरे का नाम विकास है | दोनों बहुत अच्छे हैं | मैं उन पे बहुत भरोसा करती हो | एक बार उन दोनों का एक ट्रिप पर जाने का प्लान बना | मैंने भी चलने की जिद की | तो वो मान गए मैंने अपने घर पर नही बताया एस ट्रिप के बारे में | अगर बता देती तो मै शायद नही जा पाती | ट्रिप तो बस एक बहाना था | उन दोनों ने तो मुझे चोदने का प्लान बनाया था | उन्हें पता था कि ट्रिप के नाम पर मैं उनके साथ जाने के लिए जरुर कहूँगी |

हम ट्रिप के लिए तैयार हुवे और बैग पैक कर लिया | शाम को हमारी ट्रेन थी | हम ट्रेन से पहुँच गए जहाँ हमने जाना था | वहां एक होटल में हमारे लिए एक कमरा पहले से ही बुक था | उस दिन हमने आराम किया | अगले दिन हम ट्रैकिंग करने गए | वहां से वापस आये तो हम बहुत थक गए थे | फिर भी हम बाहर ही खाना कहने लगे | फिर प्रवीन एक शराब की बोतल ले आया | हम शराब पीने लगे | तभी वो दोनों जोर जोर से हंसने लगे मैंने पुछा तो प्रवीन बोला तुम्हे पता है आज तुम्हारे साथ क्या होने वाला है | आज हम तुम्हे जन्नत के ट्रिप पर ले कर जायेंगे |  मैं समझ गई की ये आज मेरी चूत फाड़ने वाले हैं | फिर रूम में जाते ही वो दोनों भूखे कुत्तो की तरह मुझ पर टूट पड़े और रूम के अंदर जाते ही प्रवीन मेरे आगे की तरफ खड़ा था और विकास मेरे पीछे खड़ा हो गया |

मैं उन दोनों के बीच में एकदम बच्ची लग रही थी | प्रवीन ने मेरा टॉप उतारा तो विकास ने पीछे से मेरी जींस नीचे खींच दी | फिर प्रवीन अपने होंठो से मेरे होंठो को चूसने लगा और बीच बीच में वो मेरे बूब्स को भी दबा रहा था | उसके किस से बिल्कुल बेहाल हुई जा रही थी और एक तरफ विकास ने पीछे से हाथ आगे की तरफ करके मेरे बूब्स को पकड़कर बहुत बुरी तरह से मसल रहा था | तभी विकास मेरे एक बूब्स पर से हाथ हटाकर मेरे चूतड़ो पर ले गया और मेरी चूत की फांको को मसलने लगा | जैसे ही विकास ने बूब्स पर से अपना हाथ हटाया प्रवीन ने बूब्स को अपने होंठो में भर लिया | मेरे मुहं से अब अजीब अजीब आवंजे निकल रही थी आह्ह्ह्ह.. आह्ह्हह्ह…. उफ्फ्फ्हह… | फिर उन दोनों ने अपने अपने कपड़े उतारने शुरू किए और फिर विकास मेरे पीछे खड़ा हुआ था और जब मैंने प्रवीन का लंड देखा तो में अंदर तक कांप गयी | बहुत लम्बा और मोटा था | और विकास जब मेरे सामने आया तो उसका लंड भी प्रवीन के लंड जैसा ही था | प्रवीन बूब्स पर टूट पड़ा | उसके दातों के होंठो के निशान मेरे बूब्स पर पड़ रहे थे | तभी प्रवीन मुझे नीचे की तरफ झुकाता गया और में अपने घुटनों पर हो गयी तो उसने अपना लंड मेरे मुंह में दे दिया | और मुझसे अपना लंड चूसने को कहा | मैंने पहले उसके लंड पर किस किया उसे बहुत अच्छा लगा | फिर मै अपनी जीभ निकाल कर लंड पर घुमाते हुए उसे अपने मुहं में ले गयी | और जोर जोर से सक करने लगी | उसका पानी निकलने वाला था | मैंने मुंह हटाया पर विकास ने मेरा मुंह पकड़ रखा था | इसी लिए मैं उसका सारा मॉल पी गई  फिर विकास ने मुझे अपनी और घुमाकर अपना लंड मेरे मुहं में फंसा दिया |

तभी प्रवीन बोला कि वाह यह तो एकदम टॉप की रंडी लग रही है | चल अब तेरे चुदने  का वक़्त आ गया है और फिर मुझे अपनी बाहों में उठाकर उन दोनों ने बेड पर पटक दिया | तो प्रवीन ने मेरे एक पैर को उठाया और वो मेरी चूत पर अपना लंड घिसने लगा | विकास मेरे बूब्स को पीये जा रहा था | फिर प्रवीन ने अच्छा मौका देखकर एक जोरदार धक्का मारा | लंड गीली चूत में फिसलता हुआ पूरा अंदर घुस गया और मैं बहुत बुरी तरह से चीख पड़ी | आआईईईईई…..अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह…….. | छोड़ो मुझे बहुत दर्द हो रहा है उसने मेरी एक न सुनी | और जोर जोर से झटके देने लगा |  मुझे भी अब चुदने का मज़ा आ रहा था | प्रवीन मुझे और तेज़ से चोद आह्ह्ह्हह्ह.. आईईई… उफ्फ्ह्हह… |

लेकिन तभी विकास मेरे मुहं को अपने लंड से बंद करता हुआ बोला  अभी रुको मेर लंड से और भी मज़ा आयेगा | फिर प्रवीन मेरी चूत में और विकास मेरे मुहं में ज़ोर ज़ोर से धक्के मार रहा था और अब मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था | और कुछ देर बाद मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया और अब लंड बहुत तेज रफ़्तार से चूत में अंदर बाहर हो रहा था | तभी प्रवीन ने अचानक से अपना लंड, चूत से बाहर खींच लिया और मुझे लगा जैसे कि मेरी चूत एकदम खाली हो गई | तुरंत विकास ने कहा अब मेरे लंड का भी मज़ा ले ले | मैंने जल्दी से उसका लंड पकड़कर अपनी प्यासी चूत पर लगाया और अपना सारा वजन लंड पर टिकाकर धीरे धीरे उस पर दबाव डालने लगी और फिर लंड मेरी चूत में धीरे धीरे फिसलता हुआ घुसता चला गया | मै गांड उठा उठा कर अपनी चूत में लंड ले रही थी | थोड़ी देर तक ऐसे ही चुदने के बाद मैं उल्टी होकर लेट गई | प्रवीन ने अपनी दो मोटी मोटी उँगलियों को मेरी गांड में डाल दिया और उसे आगे पीछे करके मेरी गांड के छेद को ढीला करने लगा | तो मै आईईईईई ऊउईईईई माँ प्लीज नहीं, प्लीज अब नहीं अह्ह्ह्हह्ह कर रही थी | मै बोली कि नहीं प्रवीन प्लीज नहीं ऐसा मत करो | लेकिन अब वहां पर मेरी कौन सुनता, प्रवीन ने अपना लंड मेरी छोटी सी गांड के छेद पर रखा और कसकर धक्का मारा | मैं चिल्लाने लग मेरी आखों में से पानी भी गिरने लगा था | लेकिन उसने अपना पूरा लंड मेरी गांड में घुसाकर ही दम लिया | और उसका लंड मेरे पेट में चुभ रहा था और अब मेरी गांड और चूत दोनों ही फट चुकी थी | और अब उन दोनों ने मेरी बहुत बुरी तरह से चुदाई शुरू कर दी |

मेरी गांड और चूत उन दोनों के लंड से पनाह माँग रही थी और फिर थोड़ी ही देर में उनके लंड को मज़ा देने लगी | मेरी चूत उनके लंड की मार से बार बार पानी छोड़ रही थी और मैं बार बार चिल्ला रही थी | आह्ह्ह्ह.. आह्ह्हह्ह….. चोदो मुझे और भी तेज़ चोदो …|

प्रवीन ने अपने लंड को गांड में से बाहर निकाला और बोला कि चल फिर बन जा कुतिया और में झट से कुतिया की तरह झुक गयी और अपनी गांड हिलाने लगी | तो प्रवीन ने झट से पीछे आकर मेरी चूत को लंड से भर दिया | फिर दस मिनट की ताबड़तोड़ चुदाई करते रहे |

उन दोनों ने बारी बारी से एक एक करके मेरे मुहं पर वीर्य की बौछार करना शुरू किया और मेरा मुहं पूरी तरह से उनके गरम गरम वीर्य से भर गया | तो मैंने उनके लंड को एक एक करके चूस चूसकर अच्छी तरह से साफ कर दिया | लेकिन सुबह होने तक मेरी ऐसे ही रुक रुककर चुदाई चलती रही और में उनके लंड के मज़े लेती रही | उन्होंने मेरी चूत, गांड, मुहं को सुबह तक पूरी तरह से खोल दिया था और मैं बिना किसी विरोध के उनसे पूरी रात चुदती रही |

फिर सुबह हम उठे और जल्दी से नास्ता मंगा कर नाश्ता किया | फिर अगले दिन हम वापस दिल्ली के लिए चले आये | क्योकि अब मेरी हिम्मत नही थी चलने की | अब हम जब भी मिलते हैं चुदाई का खेल जरूर खेलते है |

भाभी के भाइयों ने मुझे जम कर चोदा

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bhabhi ke bhaiyon ne mujhe jam ke choda:

हेलो दोस्तों  | मेरा नाम रितिका है आज मैं आप लोगों को अपनी जिन्दगी की सच्ची घटना बताने जा रही हो |पहले मै आप लोगों को अपने बारे में बता दूं | मै दिल्ली से बिलोंग करती हूँ | और अभी एक बड़ी कम्पनी में जॉब कर रही हूँ | वैसे तो लड़कियां अपनी उम्र किसी को सही बताती नही हैं फिर भी मैं बता देती हूँ | मेरी उम्र अभी सिर्फ 23 साल है | और अभी मेरे ऊपर बस जवानी का खुमार छाया है | वैसे मै आप लोगों को बता दूँ कि मै थोड़ी हॉर्नी किस्म की लड़की हूँ | इसी लिए मेरे जवान होते ही मेरी सेक्स लाइफ शुरू हो गई थी | पहली बार मुझे मेरे बॉय फ्रंड ने एक होटल के कमरे में ले जाकर चोदा था | उस डिब उसने मेरी सील तोड़ कर मुझे पूरी तरीके से जवान बना दिया था | अब तो बस मुझे लंड ककी भूख रहती है | कि काब्व मुझे लंड मिले और मैं जन्न्स्त की सैर करूँ | अब थोडा अपने फिगर के बारे में भी तो बता दूँ | मेरे बूब्स ज्यादा बड़े नही है | एससी लिए मैंने इन्हे खूब दबाती और दबवाती हूँ | मेरी गांड तो लंड ले ले कर उठा गई है |

चलिए अब बात करते है | अपनी कहानी के बारे में | ये तब की बात है  | तब मै अभी कॉलेज लाइफ में थी | मेरे घर में एक शादी हुई | वो भी मेरे भाई की | मैं तो बहुत ही खुश थी | मैंने अच्छे से अपना मेक अप करवाया था अच्छे अच्छे कपड़े खरीदे थे | एक खूब महंगा लहंगा भी लिया था | जिसे मैं शादी के दिन पहनने वाली थी | शादी का वो दिन आ गया | मैं बारात में भी गई थी जिद करके | वहां हमने खूब नाचा | मै जब नाच रही थी तो कुछ लड़के मुझे घूर रहे थे | आखिर मै लग ही इतनी सुंदर रही थी | बाद में पता चला की वो मेरे भाभी के भाई हैं | बारात पहुंची | सब खाने पर जुट गए | वो लड़के  अभी भी मुझे ही देखे जा रहे थे | वैसे तो मैं भी एक ऐसे ही लड़के की तलाश में थी जो मुझे अपनी लंड की मस्त सवारी करा सके | वैसे वो चारो भी कम नही थे | एक से बढ़ कर एक हैण्डसम | सब के सब एक दम बॉडी बिल्डर लग रहे थे | अब तो मेरे मन में भी यही आ रहा था कि इनमे से एक का भी लंड लेने का मौका मिल जाता तो मज़ा आ जाता |खाना पीना खाने के बाद जयमाल का प्रोग्राम था | सब फोटो खिचवा रहे थे | उन लडको में से एक मेरे पास आया और बोला आप बहुत ही हॉट लग रही हो | मैंने कहा थैंक्स | और मुस्कुरा दी | वो वहां से चला गया | थोड़ी देर बाद शादी की रस्मे शुरू हो गई | कुछ लोग सो गए थे | तो बाकि लोग शादी देख रहे थे | मै अब बोर होने लगी थी | इसी लिए मैं बाहर आ गई | तो देखा कि वो लड़के एक कार के पास खड़े हो कर शराब पी रहे थे | उन लोगों ने मुझे देखा तो पुछा कि क्या हुआ | तो मैंने कहा मैं बोर हो रही हूँ | तो वो बोले चलिए हम आपको एन्जॉय करवाते हैं | आखिर आप हमारी मेहमान जो हैं | मैं मुस्कुराई | उन्होंने शराब पीने को कहा पहले तो मैंने मन कर दिया फिर ज्यादा जोर देने पर मैं मान गई | अब मुझे थोडा नशा हो रहा था | फिर वो सब बोले चलिए आप को घूमा कर लाते है | फिर हम गाड़ी में बैठे | और चल दिए |

अब हम कर में बैठ गए | दो लड़के मेर पास आ कर बैठ गए | और दो आगे | मैं बीच में बैठी थी | मुझे ये तो समझ आ गया था कि ये मुझे चोदने वाले हैं | लेकिन मैं भी चुदने के लिए तैयार थी | अभी कुछ देर चले ही थे की एक लड़के ने मेरे बूब्स पर हांथ रख दिया | तुरंत दुसरे ने मेरे लिप्स पे अपने लिप्स रख दिए | मैंने भी कोई विरोध नही किया तो वो और आगे बढे और एक लड़का मेरे बूब्स को चूसने लगा | मुझे भी अब मज़ा आने लगा था | फिर उन्होंने गाड़ी मोदी और एक बन्दले पर जा कर रोकी | हम सब अंदर गए | और फिर से शराब पीने लगे | कुछ देर बाद वो सब लड़के मुझे किस करने लगे मैं तो बस सातवी आसमान पर थी | उन्होने मेरे सारे कपड़े निकल दिए | और अब मै सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी | उस दिन मैंने ब्लैक कलर की ब्रा और पिंक कलर की पैंटी पहनी हुई थी | तभी उनमे से एक ने मेरी ब्रा पैंटी भी खींच कर निकल दिया  | मुझे नंगा देख कर उनके मुंह से सिसकिया निकलने लगी |

फिर क्या था सब ने अपने भी कपड़े निकलना शुरू कर दिया और फिर सब के सब नंगे हो गए | अब फिर से वो मेरे पास आये और मेरे शरीर पर कुत्तों के तरह जुट गए | फिर सबने मुझे नीचे बिठा दिया और अपना अपना लंड मेरे मुंह के सामने कर दिया | मै एक एक कर सबका लंड चूसने लगी | सब ने मुझे तकरीबन 15 मिनट तक अच्छे से चुसवाया और मुझे लेकर बेड रूम में गए | अबएक लड़के ने अपना लंड मेरी चूत पर रखा और एक दम जोर से झटका दिया | उसका पूरा लंड मेरी चूत में था | मुझे बहुत दर्द हो रहा था | आखिर उसका लंड भी तो बड़ा था | मेरी आंखों से आंसू आ गए |  फिर वो झटके देने लगा | मुझे भी मज़ा आ रहा था | मैं आःह्ह्ह… आह्ह्हह्ह.. कर के उनका साथ दे रही थी | वो मुझे एक दम रंडियों की तरह चोद रहा था | वो हटा तो उसके बाद बारी बारी से और तीनो ने मेरी चूत का मज़ा लिया |

और तकरीबन  1 घंटेतक मेरी जम कर चुदाई हुई | सब ने अपनी हवस पूरी तरीके से निकल ली थी | अब उन्होंने मुझे उल्टा किया और मेरी गांड में एक लड़का लंड डालने लगा |  मैं समझ गई  कि जो ये मरी गांड मरवाने की आदत है वो आज पूरी तरीके से छूट जाएगी | बस फिर क्या था चारों ने फिर से उसी कर्म में मेरी गांड भी मारी | मै चलने की हालत में नहीं थी इतना थक चुकी थी | तो भी इनकी हवस तो अभी बाकी थी | उमे से एक ने फिर से मेरी चूत में अपना लंड दे दिया |  और जोर जोर से धक्के देने लगा | कुछ देर तक वो मुझे ऐसे ही चोदता रहा | फिर वो मेर ऊपर से हटा | और अपना लंड मेरे मुंह में दे दिया | और मेरे मुंह में ही झड गया | मैं उसका सर रस पी गई | फिर सबने मेरे मुह में लंड देना शुरू कर दिया | फिर बारी बारी से अपना रस मेरे मुंह में छोड दिया |

सब के सब एकदम थक के चूर हो चुके थे | अब थोड़ी देर आराम से लेते रहे | फिर जल्दी से मैंने नहाया | और तैयार हो गई | वो मेरे लिए मेरे मेक अप का सामान ले आये थे | फिर मैंने एक एक कर के सबको किस किया | वो सब मेरे लिए एक एक गिफ्ट भी लेकर आये थे | मैं बहुत खुश हुई | और फिर हम गाड़ी में बैठ कर मैरिज हाल में वापस आ गए | किसी को ये खबर तक नही हुई कि मैंने अपने भैया की शादी में ही अपनी सुहागरात मना ली थी | उस रात मुझे ग्रुप में सेक्स करने का अनुभव हुआ | अब मैं ग्रुप में चुदाई बड़े ही मज्जे से करवाती हूँ |

भाभी की चूत फाड़ी और उनको चोद चोद के माँ बनाया

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bhabhi ki chut fadi aur unko chod kar maa bnaya:
हेल्लो फ्रेंड्स आप सभी का स्वागत है आपके भाई अनुपम की पेज पर | सबसे पहले मैं आपको अपना परिचय दे देना उचित समझता हूँ , क्यूंकि बिना परिचय के तो अभी शादी भी नहीं होती है |

मेरा नाम अनुपम है और मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता हूँ | मेरी उम्र अभी २१ वर्ष है मेरे परिवार में अभी मेरे अलावा मेरे माता पिता और  एक भाई है | भाई के विवाह को चार वर्ष हो गए है और उनकी कोई संतान नहीं है  | मेरी बॉडी स्ट्रक्चर सॉलिड है और घर में सबसे छोटा होने के कारन सब मुझसे बहुत ज्यादा स्नेह करते है | में वेसे तो रहने वाला भोपाल का हूँ मगर आगे की पदाई के लिए मुझे पुणे भेज दिया गया | वहा पर में अपनी पढाई में बिज़ी हो गया और घर की तरफ से बिलकुल बेफिक्र हो गया |

उम्मीद पूरी हे कि आप यहाँ तक बोरियत महसूस कर रहे होंगे मगर इसके बाद जो कुछ हुआ उसके बाद आप खुद इस आपबीती को आगे तक पड़ने के लिए मजबूर हो सकते हे |

गर्मियों की छुट्टी में मै अपने घर आया पर वह पर मुझे कुछ ज्यादा नया नहीं लगा | मगर कुछ दिन बाद मुझे कुछ असहज महसूस होने लगा क्योकि मेरी भाभी मेरे से कुछ ज्यादा खुलने लगी थी मगर में लिहाज के कारन कुछ कर नहीं सकता था यह आर या पार वाली स्थिति थी | कुछ करो तो दिक्कत न करो तो दिक्कत | फिर मैंने दिमाग से काम लिया और भाभी से थोडा दूर होने लगा फिर मैरी गर्मी की छुट्टी भी ख़तम हो गई थी तो मैं पढाई के लिए पुणे चला गया और अपनी पढाई चालू कर दी | फिर सब कुछ ठीक सा लग रहा था फिर एक दिन भाभी का फ़ोन आया और मुझसे पूछने लगी कसे हो आप और आपकी पढाई केसी चल रही है? आपकी घर कब आ रहे हो? आपकी बहुत याद आती मुझे और भी मीठी मीठी बाते जिसे मेरा मन भी उनकी और लगने लगा और भाभी से रोज फ़ोन पे बात होने लगी |

इससे मेरा मन पढाई मैं कम लगने लगा और फिर दिन हो या रात पुरे दिन मुझे भाभी के ही ख्याल आते रहते थे मुझे घर जने की बहुत मन होने लगा और में स्कूल से छुट्टी लेकर भाभी से मिलने घर चला गया | घर पहुचते ही जेसे भाभी ने मुझे देखा तो वो बहुत खुश हो गयी उस समय मम्मी पापा भैया के साथ मंदिर गए थे | फिर भाभी ने मुझे पानी चाय नास्ता दिया नास्ता देते समय मुझे देखकर खूब मुस्कुरा रही थी | में भी उन्हें देखकर मुस्कुरा रहा था फिर मम्मी पापा मंदिर से आ गए | में उनसे मिला और भैया से मिला सब बहुत खुश थे और फिर मैं अपने कमरे में चला गया और सो गया उसके बाद दोपहर हो गयी और मैं सो ही रहा था तभी भाभी मैरे कमरे पर मैरे लिए खाना लेकर आई |

उस समय मैं बिलकुल अनजान था पर इतना पता था की लड़के और लड़की के बीच में कुछ शरारत होती है | मतलब आप आप ये समझ लो कि अगर कोई मुझे हाथ देगा तो में उसके सर पे चढ़ जाऊंगा में ऐसा इंसान हूँ| भाभी एक पटाखा है ये में जानता हूँ और मेरा भैया गांडू है में ये भी जनता हूँ | मतलब अगर मेरी ऐसी बीवी होती तो में उसे अकेले रहने ही नहीं देता| खेर अब क्या कर सकते हैं हाथ आया मौका केसे जाने दें | तो भाभी मेरे बिस्तर पर थी और में उनकी गोद में| वो अपने हांथों से खाना खिलाती और में उनकी नमकीन उँगलियाँ चूसने लगता | उन्हें भी बड़ा मज़ा अत पर वो शर्मा के मुस्कुरा देती| में समझ गया था कि भैया कुछ कर नहीं पाए है पर में जल्दबाजी नहीं करना चाहता था | फिर मैंने सोचा क्यों न कुछ अलग किया जाए और कुछ चीज़े का मज़ा धीरे धेरे ही आता है |

में भाभी से गन्दी गन्दी बातें करने लगा और वो भी उत्सुकता के साथ मेरा साथ देती थी | दोस्तों में आपको बता दू की भाभी उतनी गोरी नहीं थीं पर उनका बदन बिलकुल मलाई जैसा | अगर हाथ रखो तो फिसल जाये| हम लोग ये साड़ी चीज़े अपने कमरे में ही करते थे ताकि कोई सुन न ले | एक दिन हम दोनों बात कर रहे थें और मैंने पूछा भाभी एक लड़का और लड़की आपस में क्या करते हैं ? उन्होंने कहा प्यार मैंने पुछा और क्या करते हैं | उनके गालो पे जो हया थी उसके क्या कहने | धीरे से मेरे कान के पास आके कहा चुदाई | उफ्फ्फफ्फ्फ़ जब उनके होंठो ने मेरे कानों को छुआ तो मुझे एक नया सा एहसास मिला |

आआआह्ह्ह्ह भाभी एक बार और करो न मुझे अच्छा लगा | भाभी ने किया ओर मैंने उन्हें अपनी बाहो में भर लिया | उनकी कमर पे हाथ रखके उनके बदन की गर्मी को महसूस करने लगा | ऐसा मज़ा मुझे जिंदगी में और कभी नहीं आया | फिर क्या था मुझे पता चल गया था की उनके बदन की भूंख को मुझे मिटाना है | उनके शरीर की वो मादक खुशबू मुझे दीवाना बना रही थी और में अब उनसे चिपक्न्बे का मौका नहीं छोड़ता था | उनके बड़े दूध और नाभि में मेरी उंगलिया जाती और वो मचा उठती | मेरे साथ उन्हें भी मज़ा आने लगा था और अब वो भैया के साथ बहार भी नहीं जाती थी | पर अब समय था की में उनके बदन को पूरा नंगा देखूँ और वो समय भी ज्यादा दूर नहीं था |

हम लोग कमरे में एक दुसरे को चूम रहे थे इतने में ही मम्मी की आवाज़ आयी | मुझे लगा मेरे स्कूल से फ़ोन आया है और मेरे लोडे लगने वालें है | फिर भी भाभी ने मुझे एक जोर का किस किआ और भेज दिया | में नीचे गया तो वहाँ सब बैठे थे और कुछ सामान रखा था| तभी भैया ने कहा हम दस दिनों के लिए बहार जा रहे है तुम अपनी भाभी का आचे से ख्याल रखना | मेरे मुह पर कमीनापन और हवास साफ दिख रही थी | पर मैंने खुद को सँभालते हुए कहा ठीक है आप लोग हो आओ |

भाभी सब के जाने के बाद नीचे आयी और मुझे कहा की चलो अब तैयार हो जाओ मुझे खुश करने के लिए | “ आज चोदुंगा आपको घोड़े की तरह आओ मेरा लंड चूस लो पके हुए आम की तरह” यह शायरी मैंने भाभी को कहा |

“ मेरी चूत में लगी है आग और शाम भी है सुहानी आओ मेरी चूत को भोसड़ा बना दो और याद दिला दो मुझे मेरी नानी” |

खाना खाया हम दोनों ने और कमरे में गए भाभी ने मस्त साडी पहनी थी और मुझे कपडे उतरने में बड़ा मज़ा आता है खासकर ब्रा और चड्डी |

हम दोनों ने पहले किस्सिंग से शुरू किआ और धीरे से मैंने भाभी के कान पे काट दिया क्यूंकि इससे लड़कियां जल्दी गरम हो ती है | आआआह्ह्ह्ह ये क्या कर रहे हो पता है न में कई दिनों से प्यासी हूँ| इसलिए तो किआ भाभी | अब मैंने उनकी साडी और ब्रा उतर दिया था और बड़े स्तन और मोटे निप्पल मेरे सामने थे | मन कर रहा था उन्हें चूस के खली कर दूँ | मैंने धीरे धीरे उन्हें दबाया और चूसना शुरू किया| भाभी मेरे लंड को मेरे लोवर के ऊपर से मसल रही थी | वो पूरी गरम थी और ये समय था अपने लुंड के दर्शन करवाने का |

मैंने अपना लंड खोल के उन्हें दिखाया जो कि पूरा खड़ा हुआ था | यार ये लंड कुछ ज्यादा ही बड़ा है ये तो मेरी चूत फाड़ देगा | मैंने कहा हां और आपको जन्नत की सैर करवाएगा | उन्होंने न कुछ सोचा और न ही समझा और झट से मेरा लंड अपने मुह में ले लिया | उम्म्मम्म्म्म बड़ा मस्त है ऊओहह ऐकारते हुए बोहत जोर से चूसा और में पांच मिनट बाद उनके मुह में झड गया | वो मेरा पुता मुट्ठ पी गयी और कहा ऐसा स्वादिष्ट मुट्ठ मैंने आज तक नहीं चखा और तुम्हरे भैया का लंड तो छोटा सा है |

मैंने उनकी चूत को चाट चाट के लाल कर दिया और अब वो भी झड गई थी | ऊमम्म्म अब मत रुको मेरी चूत में अपना बड़ा लुंड डाल दो और दिनभर बस चोदते रहो | मैंने भी अपना लुंड उसकी चूत के छेद पे रखा और एक जोर का धक्का मारा और पूरा लंड अन्दर डाला | उसकी आँखों से आंसू नकल गए पर वो बोली जोर से चोद मादरचोद | आआआह्ह्ह्ह उम्म्मम्म्म्म आआआह्ह्ह्ह मज़ा अ रहा है फाड़ दे मेरी सबुर को भडवे| मैंने भी कहा रुक रांड तेरी बुर को भोसड़ा बनाता हूँ |

मेंने भाभी को दिनभर चोदा और उसकी चूत से दस बार पानी निकला| भाभी अब थक गई थी पर मेरा लंड अभी भी खड़ा था | मैंने कहा भाभी अब क्या करूँ भाभी बोली और क्या करेगा चोद मुझे | मैंने फिर भाभी को एक घन्टे चोदा | वो बेचारी चुद चुद के पागल हो गई थी पर उसे असली सुख मिला था | ऐसे ही मैंने उन्हें पुरे दस दिन तक चोदा पीरियड में भी और वो माँ बन गई | हुमक्सर चुदाई करते है और मेरी वजह से वो खुश रहने लगी हैं | में भी खुश रहता हु क्यूंकि उनकी चूत का पानी बड़ा स्वादिष्ट है |

मस्त चुदाई के चक्कर में मौत से हुई टक्कर

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mast chudai ke chakkar me maut se hui takkar:

आजकल चूत और चुदाई बहुत ही आम बात हो गई है और इन्हें चोदना बिलकुल भी कठिन नहीं है क्यूंकि रंडियां हर चोराहे पे मिल ही जाती है | क्या नज़ारा होता है रांड वह हम यहाँ और उसके तीखे तीखे इशारे उफ्फ होश उदा देते है | वेसे तो हर इंसान जिंदगी में चोद लेता हा पर बात तब बनती है जब अगला आपसे खुश हो आपके लंड में इतना दम हो कि फटे हुए भोसड़े को और फाड़ दे | रंडी भी चुदने के बाद एक ही चीज़ बोले “वाह मेरे राजा एक बार और मेरी चूत बजा” | य तो हुई यहाँ वह की बाते अब आते है मैं मुद्दे पे और आज की कहानी का आरम्भ करते हैं |

मेरा नाम है जय कबाड़ी और में अपने काम के प्रति बहुत सजग रहता हूँ | चूँकि मेरी उम्र बस ४२ साल हा तो में एक दिन यहाँ वह अत जाता रहता हूँ काम के सिलसिले में | आज में आपके सामने इसलिए आया हूँ क्यूंकि मुझे चोदने का बड़ा शोक है | में लड़कियों की सुन्दरता नहीं देखता मुझे बस नीचे वाले दो छेदों से मतलब है | में जब छोटा था तो स्कूल में दोस्तों के साथ लडकियों के ड्रेस के ऊपर मुठ मरता था |

जब भी लड़कियां मेरा लंड देखती थीं वो चोंक जाती थीं क्यूंकि मेरा बड़ा ही इतना था | जी हाँ मेरा लंड मस्त ८ इंच लम्बा हा और तीन इंच मोटा | इतने बड़े लंड से चुदने में जो मज़ा है वो और कहीं नहीं | मैं तो बस इतना जनता हूँ कि अगर किसी को चोदो तो इतनी शिद्दत से चोदो की वो बस दूसरी बार तुम्हे ही याद करे | यही है जीवन की असली सच्चाई पर में तो साडी सीमाओं को तोड़ने के लिए इस दुनिया में आया हूँ और में हर चीज़ को मस्ती में करता हूँ | पर मेरी जिंदगी में भी एक बार वो पल आ गया जब मुझे एक साथी की ज़रूरत पड़ने लगी | आप लोग ये मत सोचिये की में यहाँ कोई सेक्स स्टोरी आह्ह्ह ऊह्ह करूँगा | में तो यहाँ पे आपको अपना सच्चा तजुर्बा बता रहा हूँ जो की मजेदार होने के साथ साथ बिलकुल ज्ञान से भरी है |

ये बात है जब मैंने कॉलेज पास कर लिया था और मेरे माँ बाप ने मेरे लिए लड़की देखना शुरू कर दिया था क्यूंकि में एक क्लर्क बन चूका था और तनख्वा भी पर्याप्त थी | पर कुछ सालो बाद मेरा मन नहीं लगा और और मैंने काम छोड़ दिया | सोचने की बात ये है की मादरचोद जबतक नौकरी थी तब तक शादी नही हुई पर जेसे ही नौकरी ख़तम शादी तय हो गई | मेरी गांड तो इसे फटी जेसे ज्वालामुखी| पर ये भी कम नहीं था क्यूंकि मेरी बीवी एक सरकारी नौकरी वाली थी | अब में एसा फस की क्या बताऊँ पर उसने सब कुछ आसान कर दिया और मैंने एक कबाड़ी का धंधा चालू कर दिया | इस धंदे ने मुझे इतना पैसा दिया की मैंने अपनी बीवी की नौकरी बंद करवा दी और जब भी घर जाता उसे छोडके आता| पर मेरे लंड में तब आग लग गयी जब मेरी साली घर रहने आई |

मैंने अपनोई जिंदगी में जो भी किआ या जितनी भी भी लड़कियों के साथ चुदाई की पर मेरी शादी के बाद में सुधर गया था और अपनी बीवी को ही ठोंकता था | पर साली के आने के बाद मेरा मन पलट रहा था| वो बड़ी हो गई थी और उसके दूध भी बढ़ गए थे | मैंने उसकी हलती सी कमर भी देखी थी जो बिलकुल चिकनी और गोरी थी | में बस उसको पकड़ने ही वाला था पर मैंने सोचा पटा के चूसने से दिक्कत नहीं होगी | में उससे खुद बातें करने लगा और उसको छूने लगा पर कई बार वो इसका विरोध करती| मुझे पता चल गया की ऐसे काम नहीं बनेगा पर मुझे उसका नंगा बदन देखना था | वो जिस कमरे में रुकी हुयी थी मैंने वहाँ उसके बाथरूम में कैमरा लगा दिया | अब जो मैंने देखा वो किसीने नहीं देखा | पर मैंने देखा क्या ? मैंने देखा कि वो अपने कपडे उतार रही थी | उसने जब अपनी सलवार खोली तो उसका नीला ब्रा मेरे सामने था और उसके बड़े तो नहीं हाँ पर स्तन मस्त थे | निप्पल बिलकुल गुलाबी और सफेद बदन मुझे दीवाना कर रहा था | फिर उसने अपनी चड्डी उतारी और उसकी झांतो से भरी चूत मेरे सामने थी और मेरा लंड उफान पे था | आज के पहले ऐसा कभी नही हुआ था की में चोदने से पहले झड गया पर मेरी साली ने ऐसा कर दिखाया था | मेरे लंड से बूँद बूँद करके मुठ निकल रहा था |

अब तो मैंने पूरा मन बना लिया था की इसे तो में चोद के ही रहूँगा भले ही कुछ भी करना क्यों न पड़े | मेरे दिमाग में कुछ आया और मैंने एक प्लान बनाया | मैंने अपनी बीवी को बहार भेज दिया यात्रा पर अपने माँ बाप के साथ और अब में और मेरी साली अकेले थे | कुछ दिन तक सब ठीक था पर एक दिन में घर जल्दी आया और मैंने उससे कहा की चलो बारिश हो रही हा भीगते हैं| वो मान गई और हम दोनों छत पे चले गए | अब हम दोनों खूब भीगे और नीचे आ गए |

मैंने कहा अंजू जाया तौलिया लेकर आना और वो चली गई | मैंने उतने समय में अपने टीवी पर ब्लू फिल्म लगा दी | जेसे ही वो आयी उसने देखा तो वो बोली ये क्या है इस बंद करो | मैंने जानबूझ के कहा की ये बंद नहीं हो रहा अब क्या करू | उसने टीवी बंद कर दी और वह से चली गई | मैंने भी सोचा पता नही क्या हुआ ओर में उसके पीछे गया और सीधे कामने में घुस गया| मैंने देखा वो नंगी थी और मैं उसे बस देखता रह गया | उसने जल्दी से अपने आप को ढाका और बहार चली गई| मैं रात में घर आया और माफ़ी मांगी तो उसने बोला कोई बात नहीं हो जाता है | ये सुनते ही मुझे अच्छा लगा और मैंने कहा सुनो मैं तुम्हे पसंद करता हूँ | वो बोली आप मेरी बहन के पति हो और ये अच्छा नहीं है और जोर से रोने लगी |

मैंने उसे गले लगे और कहा कुछ देखोगी तो उसने कहा क्या मैंने कैमरे की साडी रिकॉर्डिंग दिखाई और कहा में तुम्हे चोदना चाहता हूँ | वो और जोर से रोने लगी पर में धीरे धीरे उसके सरे कपडे उतरने लगा और वो रो रही थी | मैंने उसे नंगा करके उसके स्तन चूसे और खूब जोर जोर से उनपे काटने लगा | वो अब सिस्कारिया भर रही थी | उसने मुझसे कहा अब कर ही रहे हो तो थोडा आराम से कर लो न | में भी उत्साहित हो गया और उसकी बात मान ली | कभी में उसके पेट और नाभि पे चुम्मा लेता तो कभी उसकी गांड चाटने लगता | उम्म्मम्म्म्म जीजा जी मेरी चूत कुंवारी और प्यासी है उसको भी प्यार करो |

मैंने उसकी गुलाबी चूत पे अपनी जीभ राखी जो कि बिलकुल गीली थी और उसे चूसने लगा | जेसे ही मैंने थोड़ी देर तक ये किआ उसने सारा मुठ मेरे मुह पे गिरा दिया | अब वो ढीली पड गई थी पर मेरा लंड ताना हुआ था | चूँकि ये उसका पहली बार था तो मैंने उसे अपना लंड नहीं चुसाया | वो एक बार फिर से तैयार हो गयी थी और मेरा भी समय अ गया था | ऊह्ह्ह्ह ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् अब मुझसे रहा नहीं जाता मेरी चूत में लंड डालो |

मैंने सोचा बड़ा मज़ा एगा क्यूंकि उसकी चूत कुंवारी है | मैंने अपना लंड उसे दिखाए बिना उसकी चूत पे रख के धीरे से अन्दर डाला | वो चिल्ला पड़ी ऊउईईइ माआआआआआआअ मर गई निकालो इसे मैं मर जाउंगी | मैं कहा सुनने वाला था | मैंने धीरे धीरे हिला के एक झटके में पूरा अन्दर किया और वो अब उम्म्मम्म्म्म करके रह गई | मुझे मज़ा आया क्यूंकि इतनी टाइट चूत बस मेरी बीवी की थी जिसे में चोद चूका हूँ | फच्च्च फच्च्च फच्च्च धप्प धप्प इन आवाजो से पूरा कमरा गूंजने लगा | और वो भी मज़े लेने लगी |

मैंने उससे कहा चलो अब घोड़ी बन जाओ अब में तुम्हरे गांड का छेद भी बड़ा कर दूँ | वो घोड़ी बनी और उसकी गांड भी बड़ी टाइट थी | पर मैंने एक ही धक्के में लंड उसके अन्दर पेल दिया | वो बेचारी चिल्लाती रह गई | मैंने उसे दिलभर के खूब चोदा | फिर मैंने अपना मुठ उसकी गांड में ही गिरा दिया और उसका पूरा पानी मेरे लंड पे लगा हुआ था | अब हम दोनों थक गए थे और एक दुसरे के ऊपर नंगे लेते हुए थे | वो मेरे बगल में आई और बोली मुझे आज पता चला दीदी इतनी खुश क्यों है |

मैंने बोला वो सब हटाओ चूत से खून क्यों नहीं आया | वो बोली मैंने अपनी ऊँगली से सील तोड़ दी थी | पर आपने तो मेरी गांड और चूत दोनों फाड़ दी | मैंने कहा मेरा लंड खड़ा है फिर से करना है मुझे तुम्हरी चुदाई| उसने मेरा लंड देखा और बोली क्या अभी में इससे चुद रही थी | बाप रे तभी तो मैं मरने वाली थी |

फिर उसने मुझे गले लगाया और प्यार से चूम के बोली ये लो मेरी चूत और जितना चोदना है चोद लो | पर मेरा पानी ज़रूर पीना | मैंने कहा ठीक है मेरी साली आज तू मेरी घरवाली |

बियर बार में मिली दोस्त को पटा के खूब चोदा

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Beer bar me mili dost ko pta ke khub choda:

हेलो गाइस, मेरा नाम शुभम हैं और मैं आईटीआई  का स्टूडेंट हु भोपाल में  रहता हूँ  दिखने में भी स्मार्ट हूँ और मेरी गर्लफ्रेंड भी है | पर लगभग १ महीने पहेले से हमारी बात नहीं हो रही है वो भी मेरे से नाराज है ये बात आजसे १ साल पहले की है | उस समय मैंने १२ वी के सेकंड  टर्म के पेपर दे रखे  थे और मैं घुमने के लिए कुछ दिन से नाईट आउट कर  रहा था | और उन्ही दिनों मैं मेरे साथ  ये एक मजेदार किस्स्सा हुआ जो मैं आप को  बातने जा रहा हु मतलब मेरी सेक्स स्टोरी |

तो जिस दिन मेरे साथ ये किस्सा  हुआ उस दिन भी मैं नाईट  आउट पे ही था अपने दोस्तों के साथ |  करीब रात के १२ बज रहे थे और हम लोग सब फ्रेंड्स  एक बार मैं पाहुंचे  और हम सब  ने बहुत  इंजॉय भी किआ वहां  बार गर्ल्स डांस कर  रही थी | हम लोगो ने थोड़ी ड्रिंक  भी कर रखी थीं उसी समय मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी वो रेड कलर का टॉप और ग्रीन कलर का शॉर्ट्स पहनी  हुई थी | एकदम  हॉट एन सेक्सी  लग रही थी बड़े बड़े बूब्स बड़ी गांड क्या फिगर था यार फ्रेंड्स उसका |  उसको देख के मैंने तो होश ही जैसे खो दिया था  और मैं उससे देखता ही रह गया फिर मेरे दोस्त ने मुझसे पूछा कि क्या हो गया भाई मैं भी साफ़ तरीके से उन लोगों से बता दिया फ्रेंड्स  मुझे उस लड़की से प्यार हो गया है |

फिर आगे उनलोगों ने उस लड़ी से मेरे लिए बात की पर वो नहीं मानी उसके बाद मैं उससे बात करने गया और उससे बोला बेबी आई  लव यू मुझे तुमसे प्यार हो गया है अब तुम ही बताओ मैं क्या करूँ | मैंने  बोला क्या तुम मेरी गर्ल फ्रेंड बनो गी क्या ? इस बार वो मान गई उसके बाद हम लोगो ने काफी बाते भी की एक दुसरे से फिर मैंने उसे उसका नाम पूछा उसने अपना नाम शिल्पा बताया उसने भी थोड़ी सी ड्रिंक कर रखी तो मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उसे  किस भीं की पहेले गाल पे  फिर लिप किस भी की फिर उसने मेरे लिप्स पे किस किया | फिर धीरे धीरे वो मेरे और करीब आते गई और हम लोगो ने फिर साथ मैं डांस भी किया |

डांस के बहाने मुझे उसको जगह जगह छूने  का मोका भी मिला मेरा एक हाथ उसके कमर पे और दूसरा हाथ से उस के बूब्स और कंधे को मैं छु रहा था | वो भी काफी इन्जाय कर रही थी उसके  बाद मैं उसे ऊपर वाली फ्लौर पे ले के गया और उसको दीवाल पे टिका के १५ मिनिटे तक  की किस किया इससे वो काफी गरम हो गई थी  और उसका भी मन सेक्स करने का कर रहा था | तो फिर हम लोगो ने एक होटले जाने की प्लानिंग की और जो और मैंने अपने दोस्तों को भी घर भेज दिया फिर मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे बार से बाहर ले के गया और जैसे ही मैंने उसको अपनी कार मैं बैठने को कहा उसी समय उसका मोबाइल बजने लगा वो फोन उसके घर से आया हुआ था | और उसके कॉल पे बात करने के बाद जब मैंने उससे पूछा  की किसका कॉल था तो वो बोली की मेरे हस्बैंड  का था | ये सुनते ही मेरे दिमाग ख़राब हो गया , मै  सोच मैं पड़ गया तभी वो बोली की मेरी अरेंज  मेरेज  हुई थी और मैं अपने पति से प्यार नहीं करती | इतना बोल के वो बोली की मुझे घर जाना होगा अभी  और मैंने पूछा  की फिर अपना क्या होगा तो उसने  कुछ जबाब नहीं दिया और वो चली गयी ……

उस  के बाद दुसरे दिन भी मै बार गया  था पर वो लड़की नहीं मिली एक तरफ मुझे उसको चोदना भी था और दूसरी तारफ मुझे उससे अट्रैक्शन भी हो गया था | ऐसे ही कुछ दिन निकल गए और फिर वो एक दिन मुझे एक माँल में मिली मैंने  उससे बात भी की वो काफी सैड थी तो मैंने उसका नंबर मोबाइल नंबर लिया और उसने मुझे बताया की उसके पति से उसका तालक हो गया  है | मेरी ख़ुशी का तो ठिकाना ही नहीं था फिर वो चली गयी और मैं भी आपने घर आ गया | रात मैं फिर मैंने उसको कॉल  लगाया और बात की उससे उसका हाल पूछा वो काफी परेशान थी मैंने उसको मिलने को कहा की कल मुझसे मिलो आकर मुझसे उसने कहा हां ठीक है |

अगले दिन वो मुझसे मिलने आई  मैंने उससे बात की उसने कहा वो बहुत परेशान है | तो मैंने भी सोचा की चलो कुछ किया जाये इसके बारे मैं मैंने पुछा क्या तुम मुझसे प्यार करती हो वो हां बिलकुल ,, फिर उसने मुझ से से पूछा  क्या तुम भी प्यार करते हो तो मुझे भी बोलना पड़ा हाँ करता हूँ | बताओ मैं क्या कर सकता हूँ तुम्हारे लिए वो बोली कुछ नहीं बास मेरे साथ रहो मैंने कहा ठीक है यार मैं तो हूँ ही तुम्हारे साथ | फिर ऐसे ही कुछ टाइम बीत गया हम लोगो के बाते करने मैं और फिर उसका जाने का टाइम हो गया और मैं भी घर आ गया | घर आने क बाद काफी समय तक मैं उसके बारे मैं सोचता रहा मुझे भी लगने लगा की मुझे उससे प्यार हो गया है शायद और येही सोचता रहा |

हम लोगो की रोज कॉल पर बात होने लगी और हम लोग मिला भी करते थे | मैं उसे अपने घर बुलाने का मोका ही ढूंढता  रहता था पर हर बार कोई न कोई मेरे घर मैं रहता था कभी मम्मी कभी मेरी बहन तो कभी मेरा  बड़ा भाई  मुझे हमेशा उससे बाहर  ही मिलना पड़ता था मैंने कई बार सोचा की उससे बाहर कही कोई से होटल में ले जाऊ पर इससे बात बिगड़ सकती थी | तो मैंने उससे कभी कोई से होटल  चलने को नहीं बोला मैं डरता था की कही कुछ मिस्टेक न हो जाये जिस्से की वो मुझ पर से विशवास  करना छोड़ दे | एक तरफ मुझे उसके साथ सेक्स भी करने का भी जूनून चढ़ा था | तो मैंने सोचा की यार ऐसे  तो कुछ नहीं होने वाला कुछ न कुछ तो करना ही होगा तो मैंने एक दिन मेरे पापा के ऑफिस जाने के बाद मम्मी को बोला की काफी दिनों से हम लोग मौसी  के घर नहीं गए हैं वो याद भी कर रही थी | ऐसा  बोलने पर मम्मी मेरी बातो को मान गयी और मुझे पता था की मम्मी जब भी मौसी के घर जाती थी हमेशा  कुछ दिन वहां  रुकती थीं तो मैं अपनी मम्मी मेरा भाई और मेरी बहन के साथ मैं अपनी मौसी के घर चला गया |

फिर मैंने प्रियंका को कॉल किया और पूछा क्या तुम मेरे घर आओगी वो बोली ठीक है कब आना है ? मैंने  कहा अभी आजाओ उसने कहा ठीक हैं आती हूँ रूको  थोड़ी देर से  |  पर मुझे अपने घर का एड्रेस तो बता दो| फिर मैंने उसको अपने घर का एड्रेस बताया वो बोली ठीक है |

ये सब सुन  के  मै  खुश हो गया और अपना कमरा साफ़ करने लगा फिर थोड़ी देर बाद उसने कॉल किया और पूछा की मै कहाँ  हूँ तो मैंने  कहा घर पे ही हूँ उसने कहा फिर आओ बाहर मैं भी तुम्हारे घर के गेट मैं ही खड़ी हूँ |  मै भाग के गया और गेट खोला उसने कहा हाय | और मैं तो कुछ बोल ही नहीं पाया क्या खूबसूरत लग रही थी वो | पिंक शर्ट और फिर से ग्रीन पेंट पहना था और रुमाल उसके गले मैं लटक रहा था उसके बूब्स  का साइज़ दिख रहा था उसकी टाइट शर्ट से और कमर एकदम फिट उसे देख कर ही मेरा लंड खड़ा हो गया और मन कर रह था अभी ही अपना पूरा लंड उसकी चूत मैं  अंदर दाल दू |  फिर मैंने उसका हाथ पकड़ के उसको अपने घर के अंदर ले आया और अपने कमरे पर सोफे पर उसे बैठाया और मैंने उसे कॉफी लाकर दी फिर हम दोनों बाते करने लगे |

और धीरे धीरे मै उसके करीब जाने लगा वो भी मेरा साथ दे रही फिर मैंने उसको किस  किया उसने मुझे लिप्स टू  लिप्स किस किया फिर मैंने उसके गले पे किस किया  और उस के बाद उसे पलंग पर  गिरा दिया उसके बाद मैं उसके ऊपर लेट कर  उसे प्यार करने लगा |

अपने हाथो से बाहर से उसके बूप्स दबा रहा था और उसे किस किये जा रहा था वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी | फिर मैं उसे किस करते करते उसके पेट की तरफ आया और उसके पेट पर किस करने लगा और अपना एक हाथ उसके बूब्स पर और दूसरा हाँथ उसकी पेंट के अंदर उसकी चूत मैं डाल के उसकी चूत सहलाने लगा | वो भी गरम हो गई थी और आह आह्ह्ह्ह  की  आवाजे निकलने लगी फिर मैं उठ के अपने कपड़े उतारे और अंडरवियर मैं आ गया और उसकी चूत पे अपना खड़ा लंड रख दिया और अन्दर तक डाल दिया | ऊम्म्मम्म्म्म ऊऊम्म्म्म्म्म्  आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्  आह्ह्ह्ह  बोल रही थी मैंने १५ मिनट  तक उसे चोदा और झड गया | फिर मैं रोज़ उसे चोदने लगा और आज वो मेरी रखेल है |

बाजू वाली माल को पटा कर मस्त चोदा

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baju wali maal ko pta kr mast choda:

दोस्तों, मैं 25 साल का मनोज बनारस से हूँ, देखने में मेरा बदन गठीला है क्यूंकि मैं जिम जाता हूँ फिसिकल फिट रहना मुझे अच्छा लगता है | और मैं गोरा भी हूँ और मुझे लम्बे बाल रखना भी बहुत अच्छा लगता हैं देखने में एक दम हीरो जैसा लगता हूँ कमीने फिल्म का | इसी के साथ मैं एक अच्छे खासे जिस्म का मालिक हूँ और मेरे लंड का साइज़ भी इतना लम्बा है की किसी की भी चूत का भोसड़ा बना दूं और उसे आनंद की प्राप्ति कराऊँ|

आज मैं आप लोगों के सामने अपनी जिन्दगी का वो हसीन पल शेयर करने जा रहा हूँ जो मैंने कभी नहीं सोचा था की कभी मेरे साथ ऐसा कुछ होगा |

हमारे पड़ोस में एक आंटी और और उनकी बेटी रहने आये थे उनके पति नहीं थे बस वो दोनों ही थे | उनकी बेटी क्या माल लड़की थी एक दम गोरी चिट्टी और बड़े उभरे दूध मोटी गांड क्या बताऊ बस एक दम परी जैसी लग रही थी वो जब मैंने उसे देखा था वो स्कर्ट और टाइट टॉप में थी उसकी गोरी टाँगे देख के तो मेरा लंड खड़ा हो गया था | यह घटना करीब 4 महीने पहले की है  |

अब मैं आता हूँ कहानी पर उम्मीद करता हूँ आप लोगों को मेरी यह घटना पसंद आयगी|

 

मैं आपको उस लड़की के बारे में तो बता चूका हूँ, उसकी उम्र 18 साल की थी|  धीरे धीरे उनकी मम्मी और मेरी मम्मी से जान पहचान बढ़ी ऐसे ही जान पहचान बढ़ने से हमारा उनके घर जाना आना बढ़ा फिर हम कुछ ही समय में काफी घुल मिल गये |

एक दिन दोपहर की बात है मैं उनके घर गया था तो मेन गेट खुला था | तो मैं ऐसे ही अन्दर आ गया और मेने आवाज लगायी तो घर में बस प्रिया अकेली थी उसकी मम्मी ऑफिस गयी थी मैंने उसे आवाज़ मारी तो उसने चिल्ला के कहा मैं नहा रही हूँ तुम बैठ जाओ |

मैं सोफे में जा के बैठ गया |

थोड़ी देर बाद प्रिया बहार आई.. मैं उसे देखता ही रह गया और मेरा लंड खड़ा हो गया | इस वक़्त क्या क़यामत लग रही थी गीले बाल और उसने पुरे बदन में तोलिया लपेट रखा था | मैं प्रिया को टुकुर टुकुर देखे जा रहा था | उसके दूध आआह्ह्ह्ह क्या दूध का शेप दिख रहा था यार इतने बड़े दूध थे की मन तो कर रहा था की अभी उसके दूध को लपक के चूसने लगूं और खूब दबाऊँ उसके दूध |इधर प्रिया भी मेरे लोअर को फूलते हुए देख रही थी ऐसा लग रह था जैसे मेरा लंड लोअर फाड़ के बहार निकल आयगा | प्रिया ने स्माइल देते हुए कहा की तुम थोड़ी देर रुको मैं अभी कपडे पहन के आती हूँ | फिर वो अपने रूम में में चली गयी और अपने रूम का दरवाजा थोडा खुला रखा | उस दरवाजे से मुझे अन्दर का नज़ारा साफ साफ़ दिख रहा था | प्रिया ने अन्दर जाकर अपने बदन से तोलिये को हटाया और उसी तोलिये से अपने पूरे बदन को हलके हाथो से पोछने लगी |

मेरे मन में प्रिय को नंगी देखने की इच्छा जाग रही थी | मुझे डर भी लग रहा था लेकिन मैंने मन में सोच ही लिया था की अब जो होगा देखा जायगा और मैं देर न करते हुए कमरे के पास चला गया , अब मैं प्रिया को को छुपकर देख रहा था वो अपनी चूत साफ़ कर रही थी | दरवाजे की हलकी सी गहराई से मैं ठीक से नहीं देख पा रहा था क्यूंकि उसका चेहरा अन्दर की तरफ था | अब प्रिया अपनी पिंक कलर की पेंटी पेहेन रही थी फिर पिंक कलर की ब्रा पहनी और उसके ऊपर से टॉप डाला और जीन्स पहनी | मैं उसको देख कर भूल ही गया था की मैं कहा खड़ा हूँ और अपने लंड को अपने लोअर के ऊपर से ही दबाने लगा | तभी एक दम से प्रिया घूम गयी वो मेरी तरफ देख कर बोली मनोज ये कर रहे हो तुम ?

मैं एक दम से चौंक गया मैं बोला की प्री…प्रिया ,,,,,कक….कुछ नहीं ….

वो बोली क्या कुछ नहीं तुम यहाँ क्या कर रहे हो मैंने तो तुम्हे सोफे में बेठने को कहा था न यहाँ कैसे आ गये तुम |

फिर मैंने कहा सॉरी प्रिया पप्लीज मुझे माफ़ कर दो मुझे माफ़ कर दो मेरे घर में तुम किसी को नहीं बताना इस बारे में जो कुछ भी आज हुआ |

वो बोली मैं कपडे पहन रही थी और तुम मुझे देख रहा थे |

मैं एक दम शांत खड़ा रहा था मैं एक शब्द नहीं बोल पा रहा था |

फिर एक दम से प्रिया नें कहा बड़े ही प्यार से बोला की चल अच्छा छोड़ तुझे माफ़ किया अब यहाँ बैठ जा |

अब प्रिया मुझे बड़े ही मदहोश भरी नज़रों से देख रही थी और मैं एक दम शांति से बैठा रहा चुपचाप |

फिर वो बोली कि मुझे पता है तू क्या देख रहा था ?

फिर मैंने कहा आई ऍम सॉरी प्रिया मुझसे गलती हो गयी !

फिर उसने कहा की मैं तुम्हे बहुत दिनों से नोटिस कर रही हूँ तू मुझे देखता रहता है क्या बात है ?

जब मैं ऊपर कपडे सुखाने जाती हूँ तब भी तू मुझे देखता और अपने लोअर सही करता रहता है |

मैंने सोचा चलो ये अच्छा मौका है हाथ से नहीं जाना चाहिए क्यूंकि अब शायद वो भी गरम हो चुकी थी | मैंने तुरंत ही उसका हाथ पकड़ के बोल दिया प्रिया तू मुझे बहुत अच्छी लगती है मैं तुझसे प्यार करता हूँ और शादी भी करूँगा |

फिर प्रिया ने मुझे भी अपनी आँखों में भर के देखा और बोली तू भी मुझे बहुत अच्छा लगता है पर मैं कह नहीं पाती थी तुझसे |

बस उसका इतना ही कहना था और मैं झट से अपने होठ उसके होठ में रख दिए और चूसने लगा |

प्रिया भी मेरा साथ देने लगी कभी मैं उसके ऊपर लेट के किस कर रहा था कभी वो मेरे ऊपर लेट के किस कर रही थी | मैं एक हाथ से उसके दूध दबा रहा था और वो और नशे में पागल हुए जा रही थी कामुकता साफ़ झलक रही थी उसके चेहरे से |

कुछ ही देर में मैंने उसे नंगी कर दिया और वो बस अब ब्रा और पेंटी में रह गयी थी |

फिर वो बोली की चलो बेड पर चलते हैं !!!!

मैं उसको किस करते हुए बोला की चलो और मैं उसे चुमते हुए ही गोद में उठाया और बेड पर ले गया और फिर बहार से कमरे की कुण्डी लगा दी | और फिर जेसे ही वापस आया तो देखा की वो नंगी हो कर लेटी है | मैं उसके पेरो को चूमने लगा और दोनों पैरो को बारी बारी से चूम रहा था और हाथो से सहलाते भी जा रहा था उसे बहुत मजा आ रहा था | फिर मैं ऊपर गया और उसे फिर से किस करने लगा उसके बाद उसके दूध को पीने लगा और जोर जोर से दबाते भी जा रहा था वो एक दम मदहोश हो गयी थी और उऊंन्ह्ह अआः आः अहा आहा अहाहहः ऊउन्न्ह की आवाज़े निकाल रही थी |

उसे बहुत ही मजा आ रहा था फिर उसके दूध पीने के बाद मैं उसकी चूत पे हाथ फेर रहा था तभी उसने कहा की मेरी चूत चाटो न मेने कहा जान थोडा सब्र कर सब करुँगा | फिर मैं उसकी चूत में दो उंगलिया डाल के अन्दर बहार करने लगा और वो अआहाहा ऊउन्न्भ्ह आः… ऊउन्ह्ह…. कर रही थी और मेरे सर के बाल पकड़ के सहला रही थी | फिर मैं उसकी चूत पे अपनी जीभ डाल के अन्दर तक चाट रहा था और तब वो पागल सी हो गयी और आनः अआहन्हा अआहा अहाहा आहा हहहः अहहहः कर रही थी | वो एक बार झड चुकी थी इसी बीच में फिर उसने मेरे लंड को बहार निकाला और अपने मुह में लेकर चूस रही थी | उसे मेरा लंड बहुत पसंद आया और वो मजे ले ले के चूस रही थी मेरे लंड को हर जगह से चाट रही थी | और मैं उसके दूध दबा रहा था और वो मेरे लंड चूस रही थी फिर इसके बाद मैंने उसकी टाँगे चौडी करके अपना  उसकी चूत में डाल दिया|

और वो जोर से चिल्ला उठी आहा आहा हाह्ह्ह्हह्ह उसे मजा आ रहा था ओर वो आहा हा हह्ह्हा ऐऊउन्न्ह उऊंनंह आआ हां हाहाहा आहाहाह कर रही थी और कह रही थी और चोदो मुझे | जोर से चोदो मैं उसे हर एंगल से चोद रहा था उसे गांड मरवाने का शौक भी था मैंने उससे पुछा की क्या तुम गांड में लोगी उसने हाँ में सर हिला दिया | फिर क्या था मैंने उसकी गांड में वेसलीन लगायी अन्दर तक और अपने लंड में भी लगायी उसके बाद मैंने उसे खूब चोदा उसकी खूब गांड मारी | उसे मुझसे चुदवाने में मजा आ रहा थी इसलिए वो बस अआः आअहहह अहाहहः ह्ह्हाआ उऊंन्ह्ह ऊउन्न्ह अआहा हाः आहाहहहः की आवाज़े निकाल रही थी | मैंने उस टाइम उसे दो बार चोदा था फिर मैं घर आ गया था |

दोस्तों ये रही मेरी एक दम रियल घटना पढ़ के कमेंट देना कि कैसे लगी आपको मेरी ये स्टोरी आप सब का धन्यवाद मेरी स्टोरी पढने के लिए |

जब तक है लंड में दम….. सनम तुझको पेलेंगे हम

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jab tk hai land me dam sanam tujhko pelenge ham:

जय गांड जी की पाठकों|

आप सब का स्वागत है इस हसीन चुदाई की महफ़िल में जहाँ हम जेसे सज्जन पुरुष आप जेसे सेक्स के पुजारियों से रूबरू होते हैं | दोस्तों गांड की खुजली क्या है? क्या है भसोड़ी वालों बताओ न |

अच्छा सॉरी! देखिये अगर हम यह समझ जाएँगे की गांड की खुजली क्या है उस दिन हमारे सारे दुखों का अंत हो जाएगा और हमे ज्ञान की प्राप्ति होगी | पर फिलहाल के लिए इतना जान लो की जब कभी भी जिंदगी आपकी तबियत से गांड मारना चाहती है तब आपकी गांड में खुजली होती है और आप उड़ता हुआ तीर अपनी गांड में घुसा लेते हैं |

मेरा नाम विजय है और में जयपुर से हूँ | और में आपको जिंदगी एक सबसे बड़ा सच बताने जा रहा हूँ | हम उड़ते हुए तीर पे थे तो इससे मुझे एक किस्सा याद आ गया गोपी का| गोपी मेरा दोस्त हा पर बहुत ही चुदक्कड तरह का इंसान है | गोपी के लंड की टोपी हमेशा उसकी गांड में खुजली पैदा करती है | एक बार बेचारा रंडी चोद रहा था तो उसके बाप ने देख लिया | मैंने कहा मादरचोद जब चोदना ही था तो घर पे क्यों चोदा |

इस बार फिर गोपी जी की गांड में खुजली हुई और सर्दी के मौसम में….. अँधेरी रात हम चार दोस्तों के साथ वो गांडू भोसड़े की तलाश में निकला पर उसे कोई दिखा नही | सामने एक कुतिया दिखी तो उसने इसे ही चोदने का मन बना लिया | जेसे ही उसने कुतिया को चोदना शुरू किया हम लोग किनारे बैठ गए और उसे पत्थर मारने लगे| पर हमलोग ये भूल गए की कुतिया में लॉक सिस्टम होता है | साला…….. उसका लुंड अन्दर फस गया और सुबह हो गई |

सुबह सुबह ये मनमोहक दृश्य देखा लोगो ने और आगे बढ़ते गए| उसी समय गोपी का बाप वहाँ से निकला और ये शब्द कह दिए “ चोदते चोदते सुबह हो गई लंड में पड़ गए छाले—— कुतिया की चूत गुफा हो गयी वाह रे चोदने वाले” | चलिए ये तो हुई गोपी की बात जो अब दो बच्चो का बाप है |

अब समय आ गया है मेरा कि में आपको एक और सच्चाई से मुखातिब करूँ | में एक सामान्य सा लड़का हूँ पर में सपने बड़े देखता हूँ इसलिए में मुजरा अपने घर में ही करवाता हूँ | देखिये ये एक और उदाहरण हो सकता था उड़ते हुए तीर को गांड में लेने का पर हम तो होशियार के लंड से पैदा हुए हैं | हम ये अकेले करतें हैं साथ में बस एक मित्र होता है किशन| जो नचनिया अति हा मेरे घर वो बड़ी ही कटीली और गद्रीले बदन की मल्लिका है | वो इतना सेक्सी डांस करती है क लोगो की गांड से धुआं और लंड से पसीना निकल आये |

जब मुजरा ख़तम हुआ तो किशन का मन बड़ा खुश था | उसने मुजरे वाली कमला से कहा बोल क्या लेगी आज मांग ले दिल खोल के| वो बोला दारू पीयेगी…… या नगद रुपय लेगी…… अगर कोई दुसमन हो तो भी बता उस मादरचोद की गांड मार लूँगा | एक बार अपने नाज़ुक होंटो से इशारा तो कर मेरी जान!

में जानता था ऐसी औरते रंडी होती है पर आज देख भी लिया था | उसकी बेहेंनचोद के दिमाग में क्या चल रहा था ये उसने एक शायरी बोल के समझाया| किशन तो पहले से ही उसके मुझ्रे के जाल में फास गया था तो उसने झट से बोला बोल मेरी रानी तुझे क्या कहना है |

उसने कहा मुझे तुमाहरे बिस्तर पे अपनी चूत का गरमा गरम पानी गिराना है | किशन पहली बार तो कुछ समझ नहीं पाया फिर दुबारा जब उसने सोचा तो बोला क्यों रे मादरचोद ये क्या बोल रही है | पर अब बेचारा किशन फस गया था क्यूंकि उसने अपने मुह से बोला था कि जो मांगना है मांगो| फिर भी उसने सोचा की इसको कुछ और बोलके देखता हूँ पर वो ना मानी | माने भी क्यों रंडी जो थी इसलिए किशन ने उसे एक हफ्ते का समय दिया | देखिये नशे में इस गांडू ने भी उड़ता हुआ तीर लिया अपनी गांड में | मेरा क्या है मैं तो मज़े लेता हूँ दूर से बैठकर| अब किशन की गांड फट रही थी और उसने मुझे कहा की भाई कुछ मदद कर यार |

मैंने सोचा कि कुछ ले देके बात संभालू पर कुछ हो न पाया| जेसे जेसे दिन बीत रहे थे चूत पानी दिन पास आ रहा था | अब हम दोनों यही सोच रहे थे की करे तो क्या करे क्यूंकि वो तो रंडी है अगर नहीं करने दिया तो साली हल्ला मचा देगी | फिर आखिरकार वो दिन आ ही गया जिस दिन उसकी चूत से पानी गिरना था | अब उसने बिलकुल हीरोइन वाली स्टाइल में घर में एंट्री मारी और आकर बिस्तर पर बैठ गयी| किशन की तो दो दिन से टट्टी ही नहीं निकली थी और उसने मुठ मरना भी बंद कर दिया था | यही एक चीज़ थी जो मेरे दिमाग में घूमी और मैंने कहा किशन अबसे हम हर बार मुफ्त में रंडी चोदेंगे |

वो कपडे उतर के लेट गई और बोली की में ऊँगली करना शुरू करुँगी और गरम पानी निकलूंगी | मैंने कहा ठीक है तुझे जो भी करना है तू कर पर अगर एक बूँद भी मूत की गिरी तो तुझे हम दोनों मुफ्त में चार दिन तक लगातार चोदेंगे | उसकी गांड फट गई और वो बोली ठीक है | उसने अपनी बड़ी चूत में ऊँगली फेरना शुरू किया और गल्दी से मूत निकल आया | बस फिर क्या था अब हमारी बारी थी और हम भी अपनी जुबां के पक्के थे | सबसे पहले हम दोनों ने उसके पूरे कपडे उतारे और दूध को चूसना शुरू किया | इतना चूसा उसका दूध की वो बेचारी चार बार झड गई और उसके दूध भी काफी बड़े थे | अब उसके निप्पल एक दम लाल हो गए थे और वो अब लंड लेने के लिए तड़प रही थी पर दोनों हरामी थे | इसलिए सबसे पहले मैंने उसकी में अपना लंड रखा और किशन ने उसकी गांड के छेद पे और सोनो ने एक साथ अन्दर घुसा दिया| पूरा अन्दर गया और उसकी चीख निकल गई|

आआआह्ह्ह्ह धीरे चोद गांडू मेरी गांड फाडेगा क्या ? मादरचोद तेरी वजह से दो दिन से टट्टी नहीं गया हूँ आज तो हिसाब बराबर करूँगा | उम्म्मम्म्म्म तो चोद मुझे जितना चोद सकता है में तैयार हूँ | आआआह्ह्ह्ह ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह् रंडी को कुतिया बना दिया सालों | बेहेंचोद की गांड फट गई क्यूंकि पहले दिन हमने उसे तेरह घंटे चोदा था और उसकी चूत छिल गयी थी| वो रोने लगी थी और ये समझ गयी थी कि इस बार कमीनो से पाला पड़ा है| अब हम सो गए और उसे बाँध दिया ताकि वो भाग न जाये | दूसरा दिन हुआ और हमलोगों ने नाश्ता किया और उसे भी करवाया और सीधा उसके मुह में लुंड देके हिलाना शुरू कर दिया और वो मस्ती में चूस रही थी | हमलोगों ने दो बार उसके मुह में मुट्ठ मारा और उसे पिला दिया| वो रोने लगी और हाथ जोडके बोली मुझे जाने दो प्लीज| पर हमलोग भी बड़े चुदक्कड थे इसे केसे किसी रंडी की बात मानते | मैंने कहा तूने अपने टाइम पे नहीं मन तो हम क्यों मने अब चुद साली |

फिर हमलोगों ने तबीअत से उसकी चूत के छेद में अपने लंड घुसा दिए और धेरे धीरे अन्दर बहार करने लगे और वो मरने लगी | आआआह्ह्ह्ह मेरे भोसड़े को फाड़ दिया बस करो दो छेद हैं अलग अलग डालो | में नहीं रुका और उसे पलता ही गया | फ्च्छ्हह फ्च्छ्हह की आवाज़े आने लगी जब हम दोनों ने तेल लगाके उसकी चूत और गांड मारी और एसा लग रहा था जेसे कमरे में कोई ताली बजा रहा है | क्या नज़ारा था उसकी चूत से सफ़ेद पानी की धार गिर रही थी और तब मैंने कहा देख इसे बिस्तर गीला किया जाता है रंडी अब अपने बाप से मत उलझना |

तीसरा दिन हुआ और अब हमने उसे घोड़ी बनाया और किशन ने पीछे से और आगे से मैंने उसके मुह को चोदना शुरू किया | इस बार हमलोगों को भी उसपे दया अ गयी और हमने चुदाई बंद करके उससे कहा लो हमारे लुंड से मुठ गिरा दो और उसने कर दिया फिर मैंने उसे गले से लगा के कहा क्यों किया था ऐसा | वो बोली मेरी गांड में खुजली थी इसलिए मैंने ऐसा किया पर अब में समझ गई हूँ की ये गलत है |

मैंने उसे खूब किस किया और उसे प्यार किया और मुझ पर फ़िदा हो गई और हम दोनों में दोस्ती हो गई | उसने कहा वेसे ऐसी चुदाई आज तक कभी नहीं हुई| तो मैंने उसे कहा जब मन हो आ जाना मेरी जान | वो भी मुस्कुरा के बोली अब तो तुम्ही मेरी चूत मरोगे और तुम दोनों से मैं पैसा नहीं मांगूंगी | फिर क्या था जब चुदाई का मन करता हम उसे बुलाते और तबीअत से दिनभर चोदते और वो भी मस्ती में गांड उठा के चुद्वाती | तो पाठकों इस कहानी से आपको सबक लग गया होगा की गांड की खुजली को काबू में रखना चाहिए |


गाँव में मामी के संग रंग-रलियाँ मनाई

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gaanv me maami ke sang rang-raliyan manai:

हेलो फ्रेंड्स मेरा नाम आयुष है और मैं दिल्ली  का रहने वाला हूं मेरी उम्र 18 साल है | और मैं 11वीं की पढ़ाई कर रहा हूं, यह स्टोरी अभी 2 महीने पहले की है जो मेरे साथ हुई वह भी सच्ची कहानी है मेरे दसवीं के पेपर खत्म हो गए थे और गर्मी की छुट्टियां चालू हो गई थी तो मैं घूमने के लिए अपने मामा के घर गांव में गया | मामा की शादी अभी डेढ़ साल पहले ही हुई है और मेरी मामी बहुत ही सुंदर दिखती है  एकदम गोरी बड़े बड़े दूध बड़ी गांड एकदम गदराया हुआ शरीर एकदम सेक्स की देवी लगती है | उसे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाएगा |

तो मैं वहां गया उनके घर पर जब मैं पहुंचा तो मामी और उनका बच्चा घर पर अकेले थे,  और मामा खेत गए थे मामी ने दरवाजा खोला और वो मुझे देखकर बहुत खुश हुई और मैं उनके घर के अंदर गया | फिर

फिर उन्होंने मुझे कहा आयुष तुम नहा धोकर फ्रेश हो जाओ जब तक मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने को लगा देती हूं | मैंने कहा ठीक है मामी और मैं नहाने चला गया फिर जब मैं नहा कर आया तो मामी ने मेरे लिए खाना लगा दी थी  मैं खाना खाने लगा मैं खाना ही खा रहा था की मामी का बच्चा सोकर उठ गया और रोने लगा तो मामी ने उसे गोद में उठाया और  अपने ब्लाउज से अपने बूब्स निकालें और उसे दूध पिलाने लगी  | मैं मामी के बूब्स को देखकर उसे देखता ही रह गया क्या बूब्स थे यार एक दम सफेद और गोरे बड़े-बड़े और उसमें गुलाबी कलर की बड़ी सी निप्पल जिसे चूस कर उनका बच्चा दूध पी रहा था  | मैं खाना छोड़ कर उस उनके दूध को देखते ही जा रहा था  | मेरा लंड खड़ा होने लगा उन्हें उन्होंने मुझे भी देख लिया कि मैं उनके दूध को घूर रहा हूं, उन्होंने मुझसे पूछा क्या देख रहे हो तो मैंने कहा देख रहा हूं कि बच्चा कैसे दूध पी रहा है तो वह हंसने लगी और बच्चा भी दूध पीते पीते सो गया और उन्होंने वापस अपने दूध ब्लाउज के अंदर कर, फिर मैंने खाना खत्म किया और मामी से पूछा की मामी मैं कौन से रूम में रहूंगा | तो उन्होंने कहा अंदर वाले कमरे में अपना सामान रख दो तुम वहीं रुक जाना मैंने कहा ठीक है | मैं रूम में गया और अपना सामान रखा फिर मैंने दरवाजा बंद किया और मामी के नाम की मुठ मारने लगा मुझे ना जाने क्या हो गया था मुझे मामी के बूब्स ही दिखाई दे रहे थे, मैं मामी के पीछे पागल हो गया था मेरे मन में बस एक ही खयाल आ रहा था की बस मुझे उन्हें चोदना है उतने में ही मामी ने दरवाजा खटखटाया और कहा क्या कर रहे हो आयुष मैं डर गया फिर मुझे याद आया दरवाजा तो बंद है मैंने कहा कपड़े चेंज कर रहा हूं | उन्होंने कहा ठीक है चेंज करके आओ फिर मैंने कपड़े चेंज किए और बाहर गया फिर हम दोनों बातें करने लगे मेरी नजर बार-बार मामी के बूब्स पर ही जा रही थी | मामी भी यह नोटिस कर रही थी की मैं उनके बूब्स को देख रहा हूं थोड़ी देर बाद मामा भी आ गए मामा मुझे देख कर बहुत खुश हुए, फिर हम सभी ने बहुत सारी बातें की फिर रात हो गई तो हम सब ने खाना खाया और अपने अपने रूम में सोने के लिए चले गए | तभी  रात 11:00 बजे मैं टॉयलेट जाने के लिए उठा,  और अपने रूम से बाहर आया तो मुझे मामा मामी के रूम से कुछ आवाजे सुनाई दी | मैं उनके रूम की तरफ बढ़ा और चुपके खिड़की से देखने लगा मैंने अंदर देखा मामा मामी को चोद रहे थे | मैं उनकी चुदाई देखने लगा मामा मामी के ऊपर लेट कर उन्हें किस कर रहे थे और दूध दबा रहे थे और अपनी कमर हिला हिला कर उन्हें चोद रहे थे उस दिन बस मैं विडियो बना लिया था | उसके अगले दिन  फिर मैंने मामा से कहा मामा मैं यहां बोर हो रहा हूं तो मामा ने कहा ठीक है तुम घूम  आओ  यहीं पास में |  मैंने कहा की मैं घूम के आता हूँ शाम तक| फिर मैं लौट के घर आया ,  मामी ने दरवाजा खोला  मामी तुरंत नहा के निकली थी | और वह क्या दिख रही थी यार रेड कलर की साड़ी पहनी थी और बाल खुले मुझे तो लग रहा था कि अभी यहीं चोद दूं फिर मामी ने मुझसे कहा इतनी जल्दी आ गए तो मैंने उनसे कहा टाइम हो गया था इसलिए आ गया

उन्होंने कहा ठीक है फिर मैं अंदर आया और सोफे पर जाकर बैठ गया फिर मामी अपने बच्चे को दूध पिलाने लगी ,  और मैं उनके निप्पल्स को घूरने लगा मामी ने मुझे उनके निप्पल्स को घूरते हुए देख लिया, और अपने दूध को अपनी साड़ी से ढक लिया मैं थोड़ा सा डर गया फिर उन्होंने मुझसे पूछा की तुम क्या देख रहे थे मैं 2 दिन से तुम्हें देख रही हूं मैंने कहा मैं बच्चे को दूध पीते हुए देख रहा था | उन्होंने कहा झूठ मत बोलो तुम कुछ और देख रहे थे मैं डर गया लेकिन मैंने हिम्मत करके मामी से कहा मामी आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो मुझे आपसे प्यार हो गया है | आई लव यू उन्होंने कहा तुम पागल हो गए हो क्या मैं तुम्हारी मामी हूं,  ऐसा कभी नहीं हो सकता और मैं तुम्हारे मामा से बहुत प्यार करती हूं |  फिर मैंने कहा कल आप और मामा रात में क्या कर रहे थे मैंने सब देख लिया था , तो वह गुस्सा हो गई और मुझे कहा तुम्हें शर्म नहीं आती अपने मामा मामी को ऐसे देखते हुए तो,  मैंने कहा मैं कल आपको देखकर पागल हो गया हूं | मुझे भी आपके साथ सेक्स करना है वह बोली तुम पागल हो गए हो आने दो तुम्हारे मामा को मैं सब बताती हूं |  और तुम्हारी मम्मी से भी सब बताऊंगी मैंने कहा मैंने कल आपका और मामा का वीडियो भी बनाया है | और अगर आपने किसी को कुछ बताया तो मैं वह वीडियो सबको दिखा दूंगा और इंटरनेट पर डाल दूंगा तो वह डर गई | और मुझसे मिन्नतें करने लगी कि,  मैं वह वीडियो किसी को ना दिखाऊं मैंने कहा ठीक है लेकिन आप को मेरे साथ वह सब करना पड़ेगा जो कल मामा के साथ कर रही थी उन्होंने कहा यह गलत है | ऐसा कभी नहीं हो सकता मैं कहां मानने वाला था |  मैं उठा और उनके दूध पर अपना हाथ रख दिया उन्होंने तुरंत मेरा हाथ अपने दूध से अलग कर दिया मुझे गुस्सा आ गया | तो  मैंने गुस्सा दिखाते हुए उसके बूब्स को जोर से दबाया तो उसमें से दूध निकल रहा था | मैं यह देखकर पागल हो गया और उसके निप्पल  को अपने मुंह में लेकर जोर-जोर से काटने लगा और दूध पीने लगा गरीब 10 मिनट तक उसके दूध पिया | वह भी धीरे-धीरे गरम होने लगी और मुंह से आह आह की आवाज निकालने लगी उसकी आवाज सुनकर मेरा जोश और बढ़ गया और मैं उसे किस करने लगा और अब वह भी मेरे किस का जवाब देने लगी मेरे लिप्स को अपने लिप्स से खींचने लगी मुझे बहुत ही मजा आ रहा था  | फिर मैंने अपने कपड़े उतार दिए और उसकी पैंटी भी उतार दी उसकी चूत  देखकर मैं पागल हो गया | मैं फिर से उसके दूध पीने लगा और अपनी दो उंगली उसकी चूत  में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा वह जोर जोर से आह आहहहहह करने लगी और कहने लगी और तेज और तेज तो मैंने उसकी चूत   में अपनी उंगली और तेज अंदर बाहर करने लगा | और जोर-जोर से उसके दूध पीने लगा फिर वह बोली आयुष अब चोदो मुझे  मुझसे अब बर्दाश्त नहीं हो रहा मैंने कहा पहले मेरा लंड  चूसो तो उसने मना कर दिया | मैंने कहा नहीं तुम्हें मेरा लंड  चूसना पड़ेगा और अपनी अंडरवियर उतार दी और अपने लंड  को जबरदस्ती उसके मुंह में डाल दिया | वह मेरे लंड को अपने मुंह से निकालने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैंने उसका सर पकड़ कर अपना लंड  उसके मुंह में जोर जोर से अंदर बाहर करने लगा | और अपने लंड  को उसके गले तक डाल दिया उसका चेहरा लाल हो गया था |और उसे  सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और बोली मैं मर जाउंगी  मैंने कहा ठीक है तो तुम खुद मेरा लंड  चूसो फिर उसने खुद मेरा लंड  चूसने लगी मुझे क्या मजा आ रहा था | दोस्तों क्या बताऊं 20 मिनट लंड  चुसाने  में,  फिर मैंने अपना लंड  उसकी चूत  पर रखा और एक जोरदार झटका लगाया जिससे मेरा पूरा लंड  उसकी चूत  में घुस गया वह चीख पड़ी और कहां आयुष आराम से फिर मेने धक्के लगाना शुरु किया और अच्छी जोर से धक्का लगाने लगा |और बीच-बीच में 1,2 जोरदार झटके मार रहा था हम दोनों जन्नत में पहुंच चुके थे वह भी जोर जोर से सिसकियां ले रही थी | और आहहहहह आहहहहह आवाज निकाल रही थी मैं भी पूरे जोर से उसे चोद रहा था और उसके दूध पी रहा था | और किस कर रहा था वह भी पागलों की तरह मेरे किस का रिप्लाई कर रही थी 20 मिनट ऐसे ही चोदने के बाद मैंने उससे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत  में लंड  डालकर उसे चोदने लगा 30 35 मिनट बाद उसने कहा मैं झाड़ने वाली हूं | मैंने भी जोर-जोर से शॉट लगाना शुरु कर दिया और 2 मिनट बाद हम दोनों एक साथ उसकी चूत  में झड़ गए |

ट्रेन में अजनबी से गांड मरवाई

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Train me ajnabi se gaand marwai:

हेलो दोस्तों  | मेरा नाम सुभी है आज मैं आप लोगों को अपनी जिन्दगी की सच्ची घटना बताने जा रही हो मेरी उम्र अभी सिर्फ 28 साल है | और अभी भी मेरे ऊपर जवानी का खुमार छाया है | वैसे मै आप लोगों को बता दूँ कि मै थोड़ी हॉर्नी किस्म की औरत हूँ | इसी लिए मेरे जवान होते ही मेरी सेक्स लाइफ शुरू हो गई थी | पहली बार मुझे मेरे बॉय फ्रंड ने एक कमरे में मेरी सील तोड़ी थी | उस दिन उसने मेरी सील तोड़ कर मुझे पूरी तरीके से जवान बना दिया था | अब तो बस मुझे लंड ककी भूख रहती है | कि काश मुझे लंड मिले | पहले मै आप लोगों को अपने बारे में बता दूं | मै राजस्थान से बिलोंग करती हूँ | और अभी 2 साल पहले मेरी शादी हुई है | बताना तो नही चाहिए फिर भी मैं बता देती हूँ | अपने फिगर के बारे में तो बता दूँ | मेरे बूब्स ज्यादा बड़े है ऐसा इस लिए है क्योकि मेरा पति मुझे बहुत चोदता है | वो मुझे हर बार एक नई पोजीसन में चोदता है | वो पोर्न फिल्मों को देख देख कर मुझे पे नए नए पोजीसन ट्राई करता रहता है | जिसे मैं भी बहुत एन्जॉय करती हूँ | वैसे मैं अपने पति की चुदाई से बहुत खुश हूँ | लेकिन फिर भी मैं किसी नए लंड के मिलने के मौके को नही छोडती हूँ | अपनी आदत से जो मजबूर हूँ | नए नए लंड लेने में मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आता है | जैसे कि शादी से पहले मैं कई लंडो की सवारी कर चुकी थी | इसी लिए नए नए लंडो से चुदने की आदत अभी तक नही गई | लेकिन जब से मै ससुराल आई हूँ तब से मुझे अपने पति के  लंड के आलावा किसी भी लंड के दर्शन तक नही हुवे | चलिए ये सब बातें बाद में करेंगे | पहले अपनी कहानी पर आती हूँ | आखिर आप को भी तो पढने में कुछ मज़ा आना चाहिए | हाँ तो चलते हैं जन्नत की सैर पर | बात एक साल पहले की है | मै अपने ससुराल से माइके जा रही थी | मेरे पति अपने काम में व्यस्त होने की वजह से मेरे साथ नही जा रहे थे | उन्होंने ने मेरा टिकट आरक्षित करवा दिया था | शाम को मेरी ट्रेन थी | मैंने उस दिन जल्दी से अपना बैग पैक कर लिया था | मैं अपने माइके जाने के लिए बहुत ही एक्सैतेड थी | क्युकि मुझे अपने माइके गए हुवे करीब 1 साल हो गया था | शाम को मै एक घंटे पहले ही अपने पति के साथ रेलवे स्टेशन पहुँच गई |  जैसे ही ट्रेन आई मेरे पति ने मेरा बैग और सामान ट्रेन में रखवा दिया | मै बहुत खुश थी | तभी ट्रेन ने सीटी मारी | मेरे पति ट्रेन से उतर कर जाने लगे | मैंने उन्हें खिड़की से बाय किया | मुझे थोडा दुःख भी हो रहा था | क्योकि अब मै इतने दिन इनके बिना कैसे रहूंगी | मेरे पति मुझे बहुत ही ज्यादा प्यार करते हैं | लेकिन दूसरी सबसे बड़ी बात थी कि इतने दिन तक मुझे बिना चुदे ही रहना पड़ेगा | अभी ट्रेन चलने लगी | मेरी बोगी पूरी ए सी थी | मेरी सीट नीचे की तरफ थी | मेरे सामने की सीट खाली पड़ी थी | मैंने सोचा काश कोई हैण्ड सम सा लड़का आ जाए एस सीट पर तो मज़ा ही आ जाए | मेरी किस्मत बहुत ही अच्छी थी | दो स्टेसन के बाद एक स्टेशन पर ट्रेन रुकी | और एक हैण्डसम सा लड़का ट्रेन में चढा | वो उसकी ही सीट थी | मैं उसे देख कर बहुत ही खुश हुई | मैं उससे बातें करने की कोशिश करने लगी | वो भी बहुत ही स्मार्ट निकाला वो भी मुझसे बाते करने लगा | करीब एक घंटे की ही बातों में ही हमने बहुत कुछ बाते की | फिर हमने साथ में ही डिनर किया | फिर हम लेट गए | सारी लाइटें बंद हो गई | अचानक मेरा मन हुआ कि क्यों न इस सफर को यादगार बना दिया जाय |  मै चुपके से उसके सीट पर जाकर बैठ गई | और उसके शरीर पर हांथ घूमने लगी | मैंने सोचा वो सो चुका होगा | लेकिन ऐसा नही था वो जगा हुआ था | उसने झटके से मुझे अपनी तरफ खींचा और और अपने लिप्स मेरे लिप्स पर रख दिए और मुझे पकड़ के किस करने लगा |  मुझे झटका सा लगा | उसने मुझे जकड लिया था | वो धीरे से बोला जो तुम ढूंढ रही हो मै तुम्हे अभी दिलाता हूँ | मैं तो वैसे भी चुदने के लिए ही उसके सीट पर आई थी | आखिर मै भी इतने दिन से चुदासी थी तो मै भी उसका साथ देने लगी | कुछ देर किस करने के बाद  वो पीछे तरफ खिसक गया और मुझे भी अपनी ही सीट पर लिटा लिया | और जोर जोर से किस के साथ में मेरे पूरे सरीर पर हाँथ फेरने लगा | फिर अपने दोनों हाथों से मेरे बूब्स दबाने लगा | साथ ही वो मेरे पुरे शरीर पर किस करने लगा उसका लंड मेरे शरीर में टच हो रहा  था | तभी उसने मेरा हांथ अपने लोवर में डाल दिया और अपना लंड पकड़ा दिया | उसका लंड छुने से ही पता लग गया की वो मेरे पति से बड़ा था | मुझे  बहुत मज़ा आ रहा था | थोड़ी देर में उसने मेरी ब्लाउज के सारे हुक खोल दिए | और मेरे बूब्स को चूसने लगा |  | अब धीरे धीरे वो कब मेरी टांगो के पास पहुँच गया मुझे पता ही नही चला | उअने मेरी साड़ी औए पेटीकोट ऊपर उठाया और फिर जैसे ही उसने अपनी जीभ मेरी चूत पे रखी मेरी तो आह निकल गयी | वो अब कुत्तों की तरह मेरी चूत चाट रहा था | जैसे उसकी जीभ मेरे चूत के अन्दर जाती तो मुझे बहुत सुकून मिलता | इसी बीच मै मै झड गई और वो मेरा सारा पानी पी गया | और फिर अपनी जीभ से चाट कर मेरी बुर को अच्छे से साफ़ किया | अब वो मेरी साड़ी निकलने लगा मैंने मना किया | तो वो मन गया और बस पेटीकोट का नाडा खोल दिया | और मेरी चूत में उंगली करने लगा | जैसा की मैंने बताया उसका लंड बहुत बड़ा था | भले ही मै उसके लंड को देख नही पा रही | लेकिन फिर भी मने चू का ही हिसाब लगा लिया था | मै मन ही मन बहुत खुश हुई | आज तो मेरी इतने दिनों बाद जम के चुदाई होने वाली थी | उसने अपना लंड बाहर निकाला और मुझे धक्का देकर लंड को मेरे मुंह की सीध में ले आया | और फिर मुंह में लेने के लिए बोला | मैंने भी देर न करते हुवे तुरंत उसका लंड मुंह में ले लिया और लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी | उसे भी बहुत मज़ा आ रहा था | करीब 5 मिनट चूसने के बाद वो झड गया और अपना सारा माल मेरे मुह में ही छोड दिया  मैं भी उसका सारा मॉल घट से पी गई | उसके बाद तभी उसने मुझे पीछे  घुमाया और अपना लंड का सुपारा मेरी गांड पर रख दिया |  मैंने कहा ये क्या कर रहे हो | मैं गांड नही मरावाउंगी  मुझे बहुत दर्द होता है | तो उसने कहा ठीक है फिर रहन दो कुछ भी नही करूंगा | मेरी चूत में आग लगी थी मैंने कहा अच्छा ठीक है लेकिन फिर तुम मेरी चूत  भी मरोगे वो मन गया | और एक ही झटके में उसने अपना लंड पूरा मेरी गांड में पार कर दिया | मुझे बहुत दर्द हो रहा था | मैंने उसे हटाने की कोशिश की पर सब बेकार था| एक ही झटके में मेरी गांड फट चुकी थी |  फिर उसने अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरु किया |थोड़ी देर बाद मुझे मज़ा आने लगा था |मै भी धीरे धीरे से आह्हह… आह्ह…. कर के उसका साथ देने लगी | क्युकि डर भी था की कोई जाग न जाए |   मै भी अपनी गांड तेज़ी से मरवा रही थी उसका लंड पूरा अन्दर तक जा रहा था |  कुछ देर तक ऐसे चोदने के बाद उसने  मेरी चूत भी मारी | लेकिन जैसे उसने मेरी गांड मारी वो मुझे हमेशा याद रहा | इसी बीच मै भी कई बार झड चुकी थी | करीब एक घंटे तक ये खेल चलता रहा | फिर मैं उठ कर अपने सीट पर चली गई | और सो गई | सुबह जब मेरी नींद खुली तो देखा की सामने की सीट पर कोई नही था | पूछने पर पता चला कि वो लड़का एक स्टेशन पहले उतर गया | मुझे अफ़सोस हो रहा था कि काश मै उसका मोबाइल नम्बर ले पाती | मै आज भी विश करती हूँ की अगर वो मुझे दोबारा मिल जाए तो उससे एक बार गांड तो जरूर मरवाती |

शादी से पहले पत्नी को चोदा और माँ बना दिया

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shaadi se pahle patni ko choda aur maa bna dia:

आपने बहुत सी कहानियां पढी होंगी पर इस बार मैं एक बिलकुल नई और मजेदार कहानी के साथ आपका स्वागत करता हूँ जिसमे एक कमीना लड़का रहता है और उसका नाम सरस है | वेसे तो सरस और मैं एक ही स्कूल के छात्र हैं पर हमारे विभाग अलग थे| पर हमारी मित्रता बिलकुल पक्की थी क्यूंकि वो भी मेरे घर अत जाता था और मुम्मी पापा उसे बिलकुल अपना बेटा मानते थे | मैं घर में अकेला था पर उसके होने से लगता था कि मेरा कोई भाई भी है | वो बहार हॉस्टल में रहता था और काम भी करता था क्यूंकि उसके माँ बाप नहीं थे और साड़ी चीज़े खुद से करता था तो मुझे उसपे गर्व था |

मेरा घर काफी बड़ा है और उसमे खली कमरे भी हैं तो पापा ने एक दिन कहा बेटा सरस से बोल देना की वो अब यहाँ आकर रहे | माँ ने भी कहा बेटा उसे ले आना कम से कम उसे घर का अच खाना मिलेगा और तुम दोनों पढाई में खूब आगे जाओगे | मेरे मन में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी और में झट से साइकिल उठा के निकल पड़ा उसे लेने के लिए | हम दोनों ने मिलके सारा सामान बाँधा और घर आ गए | घर में सब बहुत खुश थे क्यूंकि अब हम चार हो गए थे और रोज़ घर में ख़ुशी का मौसम बना रहता था | मेरी माँ और सरस की बहुत बनती थी क्यूंकि वो उनकी खूब सेवा करता था |

अब हमलोग 12 क्लास में आ गए थे और हम दोनों को डॉक्टर बनना था | चूँकि हम दोनों अलग अलग विषय में अच्छे थे इसलिए एक दुसरे की खूब मदद की और बहुत मेहनत की | हमलोगों ने पूरे जिले में अव्वल स्तन प्राप्त किआ और हमारा दाखिला भी देश के एक बहुत बड़े कॉलेज में हुआ | उसके बाद क्या था बस अपनी जिंदगी सेट थी क्यूंकि हम दोनों पढने में मस्त थे और हमें एक अच्छी जगह नौकरी भी मिल चुकी थी पढाई ख़त्म होने के बाद | हम दोनों को बड़ी मोती तनख्वाह मिलती थी जो हम अपने घर में दे देते थे | अब सबसे बड़ी चीज़ हमारे साथ यह हुई की हमारा घर वालो से मिलना कम हो गया था पर हम साल में दो बार होली और दिवाली पे ज़रूर घर में होते थे |

अब आप लोग तो जानतें ही हैं की घरवाले लड़की देखना शुरू कर देतें हैं एक बार लड़का कमाने लग जाये बस | हमारे घर में भी यही चल रहा था और माँ बाप को कोई फ़िक्र नहीं थी क्यूंकि उनके दोनों बच्चे काफी अच्छा कमा रहे थे | पहले माँ ने सोचा की सरस की शादी पहलेकर देंगे क्यूंकि वो मुझसे एक साल बड़ा था पर फिर उन्हें दो ऐसी लडकिय मिल गयी जो बहुत सुन्दर और घरेलु थीं | सरस इन सब के लिए तैयार था पर में बिलकुल भी नहीं क्यूंकि मुझे अभी शादी नहीं करनी थी | फिर सरस एक दिन मेरे पास आया और समझाने लगा की देख अब माँ पापा को भी घर में किसी की ज़रूरत है और अगर हम दोनों ने शादी कर ली तो उन्हें बहु भी मिल जाएँगी और एक दो साल में वो दादा दादी भी बन जाएँगे | तो मैंने हाँ कर दी पर फिर भी में किसी पुख्ता नतीजे पर नहीं आ पा रहा था फिर मैंने सोचा आगे जो होगा सब अच्छा होगा |

हम दोनों लड़कियों से मिलने उनके घर गए और जेसे ही मैंने अपनी वाली को देखा तो में फूला नहीं समां रहा था क्यूंकि वो बोहत सुन्दर थी | सरस की होने वाली बीवी भी काफी सुन्दर थी | पर मैं अपनी वाली से बड़ा खुश था | हम दोनों ने सोचा अक्सर जो खूबसूरत होते हैं उनके मन में चोर होता है और वो गलत होते हैं | हमने उन दोनों की जासूसी की और करीब एक महीने ये सब करने के बाद पता चला लडकिय घर से बहार ही निकलती न दिन में न रात में | अब मैं पूरी तरह से संतुष्ट था की हमारे माँ बाप ने हमारे लिए एकदम सही जीवन साथी चुना है | हम दोनों की उनसे बातें शुरू हो गई और मेरी स्टोरी बिलकुल सही जाने लगी क्यूंकि मेरी ऋतू बड़ी सीधी थी |

एक दिन मेरे मन में ख्याल आया की क्यों न सरस से पूछा जाये की सब केसा चल रहा है | में उसके पास गया और बोला क्यों भाई ! केसा चल रहा है सब ? सब चीजों के लौड़े लगे हुए हैं ! अरे अरे ……. रुक जा मेरे भाई हुआ क्या ये तो बता | कुछ नहीं यार मेरी अपर्णा कुछ ज्यादा ही सीधी है और उससे कोई एडल्ट बातें करो तो वो शर्मा जाती है और फ़ोन काट देती है | मैंने कहा मेरे भाई तो ये सब बातिएँ क्यों करते हो तो वो बोला भाई अभी तक चुदाई नहीं की है इसलिए एसा करना पड़ता है ताकि मुठ मार सकूँ|

वाह रे लड़के ! मुझे ये पहले बताया होता में अभी तक तेरी सेटिंग कर चुका होता | तो वो बोला भाई अभी कर दे यार मुझे उसे शादी से पहले ही चोदना है और मैं ये करके रहूँगा | अब मैं क्या बोलता मेरा भाई जो ठहरा | तो मैंने फैसला किया की तू भाभी को शादी से पहले ही चोदेगा | इसके लिए इन दोनों का रोज़ मिलना ज़रूरी था और उसके लिए ऋतू को पटना ज़रूरी था |

सबसे ज्यादा मज़ा आया ऋतू से बात करने में पर मैंने उसे यह नहीं बताया की क्या होना है | मैंने सिर्फ उससे यह कहा की यार ये दोनों आपस में घुल मिल जाये इसलिए इनका मिलना ज़रूरी है | वो भी मान गयी ओर मेरा भी भला हो गया क्यूंकि मुझे भी उससे मिलने का बहाना मिल जाता था | अब मैंने सरस से कहा पहले तू उसके पास जा और बाते करते करते कभी उसका हाथ पकड़ और आँखों में आंखे डालके उसे प्यार का एहसास दिला | वो तो साला एक कदम आगे निकला उसने सीधा हाथ पकड़ लिया ओर सारा केस एक बार में निपटा दिया |
फिर मैंने कहा भाई अब इतना कर ही लिया है तो धीरे से उसकी चुम्मी भी ले लेना | उसने ने इस बार बिलकुल वेसा ही किया पर सेल ने उसके होंठो पे किस किया | मैंने भी कहा बढ़िया है लगा रह रोर एक दिन उसे बोला की भाभी को अपने दुसरे घर पे बुला ले | हमलोगों ने एक छोटी सी पार्टी रखी थी और उसका सारा इंतजाम हम चारों ने ही किया था | मैंने एसा बंदोबस्त किया कि वो दोनों मिल न पाए | अपर्णा सरस से मिलने को पागल हो गई थी पर हम दोनों ने ऐसा गेम सेट किया थी भाभी तड़प उठे | ऐसा ही हो रहा था और जब ये आग हद से आगे बढ़ गई तब हमने उन दोनों को एक कमरे में भेज दिया | दोस्तों प्यार में बड़ी ताकत होती है ये अच्छे लोगों की गांड मरवा देता है | भाभी की तड़प साफ दिख रही थी और वो दोनों जेसे ही कमरे गए हैं बस क्या समां था | सरस ने बताया की अपर्णा ने मुझे होंटो पे किस करना शुरू किया और धीरे धीरे सारे कपडे उतार दिए |

फिर उसने सरस के सरे बदन को चूमना शुरू कर दिया | उसके बाद सरस भी गरम हो गया और भाभी को नंगा करके चूमने लगा | भ्बाही के दूध ऋतू से ज्यादा बड़े है और उसने उनको लगातार एक घंटे तक बदाय और चूसा | एक हाथ दूध पे और दूसरा चूत पे | सपाट चूत पे जेसे ही सरस ने हाथ रखा भाभी आअह्ह्ह्ह करके रह गई | ऊओह्ह्ह्ह्ह्ह् सरस तुमसे में बोहत प्यार करती हु और तुम्हरे बिना रह नहीं सकती अब शादी से पहले मुझे माँ बना दो |

सरस भी साला हरामी था उसने सीधा भाभी की चूत में ऊँगली डाली और चाटने लगा | उसके बाद सेल ने अपना बड़ा लुंड सीधा उनकी चूत में डाल दिया | ऊऊऊऊऊ इतनी जोर से आवाज़ आयी की हम दोनों ने सुनी वो आवाज़ | आआआह्ह्ह्ह ऊऊह्ह्ह्ह सरस चोदो और जोर से चोदो मुझे में आज साडी हदें पार करना चाहती हूँ | ऋतू समझ गयी थी की अन्दर क्या हो रहा है पर वो शर्मा के मुझसे लिपट गयी और बोली की प्लीज हम शादी के बाद करेंगे | मैंने कहा ठीक हा मेरी जान |

अन्दर मस्त चुदाई चल रही थी और आह्हह्हह्हह्हह ऊउह्ह्ह्ह की आवाज़े आ रही थी | सरस ने बताया कि उसने गांड भी मारी थी भाभी की घोड़ी बना के | उसने एक घंटा चोद के भाभी की चूत में अपना सारा माल छोड़ दिया | उसने भाभी की चूत का पानी भी पिया था | ये सब सुनके मेरा भी लंड खड़ा हो गया था और मैंने भाभी से बात नहीं की पर इतना पता चला की वो 6 महीने में माँ बन जाएगी इसलिए जल्दी शादी भी कर ली | अब में भी चुदाई करता हूँ और भाभी को यह नहीं पता कि उनकी पहली चुदाई का खून आज भी सरस को याद है |

चुदाई के खेल में लड़की ने अपनी चूत की बाज़ी लगा दी

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Chudai ke khel me ladki ne apni chut ki baaji lga di:

हेलो दोस्तों मेरा नाम राजेश सिंह है और मैं महाराष्ट्र के पुणे शहर में रहता हूं और एक ड्राइंग आर्टिस्ट हूँ । और मेरी फैमिली में 5 लोग रहते हैं । मैं मेरा बड़ा भाई, मेरी बहन , और मेरे मम्मी-पापा और आगे आपको जो मैं अपनी सेक्स स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ वह आज से करीब करीब 1 साल पहले की स्टोरी है जब मैं मुंबई में किराए के एक रूम में रहता था मैं वहां अपनी एजुकेशन कंप्लीट कर रहा था और पार्ट टाइम जॉब भी किया करता था | अपने रोज के खर्चे निकालने के लिए मैं वहां एक इलेक्ट्रिशियन की जॉब करता था । अब मैं आपको अपनी कहानी सुनाता हूं ।

मैं जो जॉब किया करता था उसमें मुझे लोगों के घर-घर जाकर उनके बिजली से संबंधित कोई भी चीजें सुधारने के लिए कॉल आते थे और मुझे वह सुधारने के उनके घर जाना पड़ता था । और एक दिन मैं एक कस्टमर के  घर गया वहां पर इलेक्ट्रिसिटी नहीं आ रही थी तो मैं उसको ठीक करने के लिए गया और घर पहुंचने के बाद मैं अपना काम कर ही रहा था कि मेरी नज़र एक लड़की पर पड़ी जो कि उसी घर पर रहती थी वो बहुत अच्छी लग रही थी । उसे देखते ही मुझे उससे प्यार सा हो गया । मैं उसे देख रहा था और वह भी मुझे कई बार पलट पलट कर देख रही थी और मैं उससे बात करना चाहता था पर इतने लोगों के बीच मुझे उससे बात करने का कोई भी मौका नहीं मिल पा रहा था । पर मैंने भी अपने दिमाग का इस्तेमाल करते हुए जाते जाते अपनी एक चीज उसके घर पर छोड़कर चला गया ताकि मुझे अगली बार उसके घर जाने का बहाना मिल जाए ।

उसके बाद में 2 दिन तक उसके घर के आस-पास चक्कर काटता रहा पता करने के लिए कि वह लड़की कौन थी और उसके घर पर कौन-कौन रहता है | मैंने एक दो बार वहां पे  जो  लोग रहते हैं और वहां जो  बच्चे खेलते हैं मोहल्ले मैंने उन लोग के बारे में पता किया तो तो मुझे पता लगा कि उसके घर में टोटल 4 लोग रहते हैं और उस  लड़की का  नाम ख़ुशी  था और उसके मम्मी पापा और उसका एक छोटा भाई नौवीं कक्षा में पढ़ता था | तब मुझे पता लग चुका था कि उसके घर में कौन-कौन रहता था उसके पापा जॉब करते थे मम्मी उसकी हॉस्पिटल में नर्स की जॉब करती थी और उसका छोटा भाई एक स्कूल में पढ़ता था और वह घर पर दोपहर 12:00 बजे से शाम के 5:00बजे तक अकेले रहती थी।

तीसरे दिन शाम के 4:00 बजे मैं उसके घर गया और दरवाजा खट खटाया तो वह लड़की बाहर आई और बोली हां क्या हुआ मैंने कहा मेरे सामान अंदर छूट गया है | उस दिन मैं तुम्हारे घर इलेक्ट्रिसिटी ठीक करने आया था तो भूल गया था वह बोली हाँ रुको रुको मैं लाकर देती हूँ | फिर उसने मुझे वह सामान ला कर दिया और बोला मैंने कहा  मुझे  पानी पीना है पानी मिलेगा एक गिलास वह बोली हाँ बिल्कुल फिर उसने पानी लाकर दिया मैंने पानी पिया  और मैं वापस चला गया ।

चौथे दिन दोपहर के 3:00 बजे मैं पर उसके घर गया और गेट खटखटाया वह बाहर आई और बोली क्या हुआ मैंने डरते डरते बोला कि मुझे तुमसे प्यार हो गया है | तुम्हें जब पहली बार देखा था तभी मुझे तुमसे प्यार हो गया था क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी उसने मुझसे दो तीनसैकेंड तक कुछ नहीं बोला । मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ कुछ तो वह बोली मैं तुमसे प्यार नहीं करती मैं तो तुम्हें जानती भी नहीं हूं | तो मैंने कहा अच्छा मेरी फ्रेंड ही बन जाओ अपना नंबर दे दो मुझे वह बोली ऐसे कैसे तुम अपना नंबर दे दूँ  मैने कहा मैं अच्छा लड़का हूँ |

मेरा विश्वास तो करो फिर उसने अपना नंबर दिया मुझे फिर मैं उससे बोला ठीक है मैं तुम्हें फोन लगाऊंगा उठा लेना वह बोली ठीक है उसने मेरा नाम पूछा मैंने कहा मेरा नाम राजेश है और तुम्हारा वह बोली ख़ुशी |  मैंने कहा ठीक है ख़ुशी  फिर मिलते हैं बाय इतना बोल कर मैं वहां से वापस आ गया अब तक वह लड़की लगभग आधी पट  चुकी थी अब शाम को 5:00 बजे मैंने उसको कॉल लगाया उसने फ़ोन उठाया और  बोली हेलो मैंने कहा मैं राजेश बोल रहा हूँ पहचाना | उसने कहा हाँ  फिर मैंने उससे बात की उसने मुझसे पूछा कैसे हो मैंने कहा मैं ठीक हूँ और आप  सुनाओ वो बोली सब ठीक है  बस बैठी हूँ | मैंने कहा मुझे आपसे मिलना है  कब मिल रही हो मुझसे बोली जब टाइम मिलेगा तो बता दूंगी फिर हम लोगों ने कुछ बात की और फिर उसके घर वाले आ गये और उसने फ़ोन काट दिया और फिर हमारी रोज बाते होने लगी |

फिर कुछ दिनों के बाद वह मुझसे मिलने आए हम लोगों ने साथ में कॉफी पी  और कुछ बात की और जाते जाते मैंने उससे बोला ख़ुशी  आई लव यू इस बार उसने भी थोड़ा शर्माते हुए मुझे रिप्लाई दे ही दिया आई लव यू टू  राजेश । मेरी ख़ुशी का तो ठिकाना ही नहीं था और हम लोगों ने खूब बाते की फिर हम अपने अपने घर आ गए |

अब तक मैं उसका विश्वास जीत चुका था वह भी मुझ से बहुत प्यार करने लगी थी  फिर वो मुझे अपने घर बुलाने लगी में भी उससे मिलने हर २ या ३ दिन में उसके घर जाने लगा और हम दोनों को एक दुसरे के साथ टाइम बिताना बहुत अच्छा लगने लगा | फिर उसने मुझे एक दिन मिलने के लिए मुझे अपने घर बुलवाया और हम दोनों एक दूसरे से बातें करने लगे फिर मैंने उससे कहा ख़ुशी हमारे बिच इतना ही चलता रहेगा या कुछ आगे भी बढेगा तो उसने कहा क्या मतलब | तो मैंने कहा में तुम्हे किस करना चाहता हूँ तो वो शर्मा गई और बोली अभी नहीं बाद में तो में |

उसे फ़ोर्स करने लगा तो वो मान गई और कहा किस ही बस और कुछ नहीं करना मैंने कहा ठीक है फिर मैं उसकी तरफ आगे बढ़ा उसने अपनी आखे बंद कर ली और मैंने उसके होंठो में अपने होंठ रख दिए | क्या होंठ थे दोस्तों उसके पिंक कलर के एक दम गर्म और सॉफ्ट में अपने होंठो से उसके होंठ खिंचने और चूसने लगा और उसके होंठो का सारा रस पीने लगा | उसे भी मज़ा आने लगा और वो भी अपने होंठो से मेरे होंठो को खीचने लगी रेगुलर ४० मिनट तक हम दोनों एक दुसरे को किस करते रहे |

फिर एक दुसरे को हम दोनों ने छोड़ दिया और मैंने उससे पूछा की कैसा लगा तो मुस्कुराने लगी और मुझे अपने गले से लगा लिया मैंने भी उसके गले में किस करना स्टार्ट कर दिया और अपने हाँथ उसके बूब्स पर रख दिए | उसने मुझे कुछ नहीं कहा मै समझ गया था की उसे भी मज़ा आ रहा है और मैं उसे फिर से किस करने लगा और आपने हांथो से उसके बूब्स को दबाने लगा |

उसने मेरा बिलकुल भी विरोध नहीं किया बल्कि वो भी मेरे किस का रिप्लाई किये जा रही थी | फिर मैंने उसे लिटाया और उसकी टॉप को हल्का सा उपर उठाया और उसके पेट में किस करने लगा और चाटने लगा और अपने हांथो से उसके बूब्स दबा रहा था | वो भी गरम होने लगी थी फिर मैंने उसे उठाया और उसकी टॉप और लेगी उतर दी ब्रा और पेंटी में वो क्या लग रही थी यार उसने ब्लैक ब्रा और ब्राउन  कालर की   पेंटी पहनी थी और बहुत ही खुबसूरत लग रही थी |

उसके बाद मैंने अपने पूरे कपड़े उतार और उसकी ब्रा और पेंटी भी उतार दी वो क्या बूब्स और चूत थी यार उसकी बूब्स बड़े बड़े और एक दम गोल और चूत पे उसके बाल थे | उन्हें देख कर मेरा लंड पूरी तरह खड़ा हो गया और में उसके निप्पल को चूसने लगा और उसकी चूत में अपनी २ ऊँगली डाल दी और अन्दर बहार करने लगा | वो सिसकियाँ भरने लगी और अआह्ह्ह अआह्ह्ह आआ  ह्ह्ह  अआह्ह्ह करने लगी फिर मैंने अपने लंड को उसकी चूत के छेदे में रख कर उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया | लंड उसकी चूत में घुस गया पर उसे बिलकुल भी दर्द नहीं हुआ फिर में लंड को उसकी चूत में अंदर बहार करने लगा और वो जोर जोर से सिसकियाँ लेने लगी और अआह्ह्ह आह्ह्ह करने लगी में उसे लगातार चोदे जा रहा था और कभी उसके ढूध दबा रहा था और कभी उसे किस कर रहा था |

वो भी सेक्स के नशे में बिलकुल पागल हो चुकी और चिल्ला रही थी और तेज़ और तेज़ और मैंने भी अपने स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से उसे चोदने लगा वो और तेज़ सिसकियाँ लेने लगी और जोर जोर से आह्ह्ह  आह्ह्ह्ह करने लगी | सारे रूम में हमारी चुदाई की आवाजे गूंजने लगी फिर करीब ४५ मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना सारा माल उसकी चूत में ही छोड़ दिया और मैंने उससे पूछा तुमने पहले भी सेक्स कर चुकी हो न तो उसने कहा हाँ मेरा पहले एक बॉयफ्रेंड था उसने मेरे साथ जबरदस्ती सेक्स किया था इसलिए मैंने उसे छोड़ दिया था | लेकिन उसके बाद से मै सेक्स करने के लिए तड़प रही थी जो आज तुमने  मेरी सेक्स की तमन्ना पूरी  कर दी ……….

गर्ल फ्रेंड को चोद कर धोखे का बदला लिया

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Girlfriend ko chod kar dhokhe ka badla lia:

हेलो दोस्तों | मेरा नाम हिमेश है | मेरी उम्र 23 साल है | मै जालन्धर में रहता  हूँ | वैसे तो मेरा घर हरियाणा में है,  लेकिन मै जालन्धर में पढाई करता हूँ | मै एक बड़ी यूनिवर्सिटी में पढ़ता हूँ | आप लोग नही जानते है तो आप लोगों को बता दूं कि पंजाब की लड़कियों का कोई जवाब नही | जिस लड़की को भी आप देख लोगों आप बस फ़िदा हो जाओगे | मैं जहाँ रहता था वहां भी लड़कियों की भर मार थी | इसी लिए रोज़ शाम को मै जरूर घूमने के लिए निकलता था | घूमना तो एक बहाना था | मैं तो बस लड़कियों को ताड़ने के लिए निकलता था | मै थोडा हरामी किस्म का लड़का हूँ | जब मै कॉलेज में शुरू के साल में तो मै बहुत सीधा लड़का था बस अपनी पढाई पर ध्यान देता था | लेकिन बाद में मेरे कुछ कमीने दोस्तों के साथ ने मुझे बिगाड़ कर रख दिया| और धीरे धीरे लड़कियां ताड़ना उनसे बाते करना , उनसे फ्लर्ट करना ,उनसे सेक्स करना तो मेरी की आदत में शामिल हो गई थी  अब तो मै बस चूत की तलाश मे रहता था | इस सेक्स की आदत की वजह से कई बार तो मैंने पेड सेक्स भी किया था| क्योंकि अब तो मै चोदे बिना रह नही पता था | अब कुछ अपने बारे भी तो बता दूं | मैंने अपने उम्र के हिसाब से अपने शरीर को अच्छी तरीके से बना लिया है | मैंने 18 साल की उम्र से जिम शुरू कर दिया था | यही वजह है कि मेरा शरीर एक दम गठीला और मजबूत है | मेरी लंबाई भी अच्छी खासी है | जिसकी वजह से लड़कियां भी मुझ पे मरती हैं | इसी बॉडी के चलते मैंने कई लड़कियों को पटा कर चोदा था |

ये बात करीब 1 साल पहले की है | ये मेरी जिन्दगी की एक सच्ची घटना पर आधारित है | मैंने शुरुवात से ही अपना पर्सनल रूम ले कर रहता हूँ | मेरा रूम मेरे कॉलेज से काफी दूर पर है  इसी लिए मुझे ऑटो रिक्शा से जाना पड़ता है | सुबह मेरा कॉलेज 8 बजे का होता है  लेकिन मेरे साथ एक प्रॉब्लम ये है  कि मुझे रात में जल्दी नींद नही आती और सुबह जल्दी उठ नही पाता हूँ | इसी लिए मैं हमेशा अपने कॉलेज के लिए लेट हो जाता हूँ | पहले मैं कुछ दिनों तो मै अकेले रूम लेकर रहा लेकिन बाद में मैंने एक फ्लैट ले लिया और अपने दोस्तों के साथ रहने लगा | अब दोस्तों के साथ तो पूरी रात जम कर मस्ती करने लगा | पूरी पूरी रात हम खूब दारू पीते तो कभी लड़कियां ताड़ने के बहाने बार में जाते | एक बार की बात है मै सुबह लेट उठा | उस दिन मेरा एग्जाम था | मैंने घडी देखा तो मेरे होश उड़ गए मैं जल्दी जल्दी जल्दी तैयार हुआ | और अपने कॉलेज के लिए निकला | मैं जैसे ही ऑटो में बैठा मैंने देखा मेरे बगल में एक हॉट सी लड़की बैठी थी | उसे देखते मैं तो एक दम लट्टू हो गया | अब मुझे किसी एग्जाम की टेन्सन ही नही रही | वो भी मेरे ही कॉलेज की निकली | उस दिन पूरे रास्ते मैं उसे ताड़ता रहा वो भी मुझे देख कर स्माइल कर रही थी | मैंने सोचा लगता है एस बार मुझे प्यार हो गया है | मैं अब तो बस उसके बारे में पता लगाने में जुट गया | उसका नाम सिमरन था |

अब तो बस मैं उससे मिलने के बहाने ढूढने लगा | धीरे धीरे हमारी दोस्ती हो गई | मैंने सोचा शायद अब ये मेरी लाइफ की आखिरी लड़की है | जिसको पटाने के लिए मुझे कोशिश करना पड़ रा है | अब तो बस मेरी लाइफ में और कोई लड़की नही आयेगी | अब हमारे नंबर बदल गए | मेरी बातें होने लगी | मैं पूरी पूरी रात उससे बात करने लगा | एक दिन मैंने उसे प्रपोज़ भी कर दिया | उसने भी हँसते हँसते हाँ कह दी | मेरी ख़ुशी का ठिकाना नही था | उस रात मैंने अपने फ्लैट पर जम के पार्टी की | खूब दारू पी | पूरी रात नाचते रहे | मैं बहुत खुश था कि मुझे मेरी लाइफ का साथी मिल गया था | लेकिन मेरी ये खुशी ज्यादा देर नही टिकी | मेरे एक दोस्त ने बताया की सिमरन मुझे धोखा दे रही है | उसके कई बॉय फ्रंड है | पहले तो मुझे भरोसा नही हुआ लेकिन बाद में जब पता किया तो ये बात सही निकली मुझे बहुत गुस्सा आया और दुख भी हुआ | अब मैंने सोच लिया था कि अब इसकी सजा तो उसे जरूर मिलेगी | मैनयूसे कुछ भी नही बोला | बस नार्मल बात की | फिर एक बार मैंने उससे कहा की मैं उसे अम्रतसर डेट पर ले जाना चाहता हूँ | वो मान गई | मैंने शाम को अपने दोस्त की कार ली और फिर उसे पिक किया और चल दिए हम सिर्फ दो लोग ही थे |

वो मुझसे चिपक रही थी मनो मुझे कुछ पता नही हो | मैंने भी नाटक किया | हम अम्रतसर पहुँच गए | एक होटल में हमने खाना खाया फिर मैंने शराब मंगवाई | और हम पीने लगे | मैंने सब पहले से प्लान कर लिया था | इसी लिए एक रूम भी बुक कार लिया था |शराब पीने के बाद मैंने कहा कि रात बहुत हो गई है अब आज यही रूकते है कल सुबह चलेंगे वो मान गई | मैंने रूम की चाभी ली और उसे लेकर रूम में चला गया |रूम में पहूँचते ही मैंने उसे झट से बेड पर पटक दिया | उसने कहा आराम से चोट लग जाएगी मुझे | मैंने दरवाज़ा बंद किया और बोला जो तूने मेरे साथ किया उसने मुझे कितना दर्द दिया है | उसे समझते देर नही लगी की मुझे उसके बारे में सब पता चल गया है | मैं झट से उसके ऊपर आ गया | और उसे किस करने लगा उसने मुझे धक्का दिया लेकिन मैंने कास कर उसे पकड़ रखा था | इसी लिए वो छुड़ा नही पाई | मैं उस पर भूखे शेर की तरह कूद पड़ा था | मैंने कहा साली आज तुझे मैं तेरे किये की सजा दूंगा | तुझे बहुत चुदने का सोख है न आज छोड़ता हूँ मैं तुझे | उसने कहा मुझे माफ़ कर दो हिमेश | लेकिन मैं अन कहाँ रुकने वाला था | मैंने खींच कर उसकी स्कर्ट फाड़ दी | और जोर जोर से उसके मम्मों को दबाने लगा वो चिल्ला रही थी | साथ ही साथ मोअन भी कर रही थी | आह्हह…अह्ह्ह्हह … छोड मुझे …अहह… | कुछ देर तक मैंने उसके मम्मों को खूब चूसा और और जम कर उसके मम्मों का रस पिया | अब तो वो साली मज़े लेने लगी थी | जैसे मैं उसे सजा नही मज़ा दे रहा हूँ | | मैं उसकी चूत को ऊपर से हांथ रख दिया वो तो पागल हो उठी | उसने कहा नही हिमेश ये मत करो | मैं कहाँ सुनाने वाला था | अपनी दो  ऊँगली अन्दर डाल दी | उसके मुह से जोर कि सिसकारी निकल गयी आह्ह्ह्हह्ह… आय्ह्ह्ह… | मैंने अपनी दोनों  ऊँगलियोंको तेज़ी से अन्दर – बाहर करने लगा | वो बहुत जोर जोर से चिलाने लगी थी| वो बोली,प्लीज़ मत करो.. मुझे दर्द हो रहा है | मैंने कहा साली तूने मुझे धोखा दिया तो मुझे भी बहुत दर्द हुआ | मैंने उसके सारे कपड़े खींच के निकाल दिए | अब वो बिलकुल नंगी थी | मैंने अपने भी कपड़े उतार दिए और उसके मम्मों को जोर जोर से दबाने लगा | दुसरे हाथ से उसकी चूत में उंगली कर रहा था |

फिर मैंने  उसके हाथ को मेरे लंड पर रख दिया | उसने झट से हटा लिया मैंने कस के उसके मम्मे को दबाया और फिर से उसको अपना लंड पकड़ा दिया | फिर मैंने उसे नीचे बैठाया और अपना लंड उसके मुहँ में दे दिया | और अंदर बाहर करने लगा वो चिला रही थी लेकिन मै नही रुका | और अपना पानी भी उसके मुंह में छोड दिया | उसे जबरन वो पीना पड़ा |

फिर मैंने उसको बेड पर सीधा लिटाया और उसकी चूत में अपना लंड दे दिया | वो चिल्लाने लगी | मैंने फिर भी उसे जोर जोर से झटके देने शुरू कर दिए | मैंने कहा रंडी साली मेरे से धोखा करेगी ये ले उसका मज़ा | वो आह्ह…. आह्ह्हह्ह… कर रही थी | करीब 15 मिनट तक मैं उसे ऐसे ही चोदता रहा | जब मैं झड़ने वाला था, तो मैंने अपना लंड निकाला और पेट पर ही सारा स्पर्म निकाल दिया | फिर मैंने उसे एक पिलो के सहारे कुतिया बनाया और उसकी गांड में अपना लंड पेल दिया | वो जोर से चिल्लाई मैंने उसका मुंह बेड के सहारे से दबा दिया | और पेलता रहा | इसी तरह करीब 6 बार मैंने उसे बहुत बुरी तरीके से चोदा | मेरा बदला पूरा हो गया था | मैंने जल्दी सुबह गाड़ी निकली और चला आया उसे वही छोड दिया | उसके बाद जब भी वो मुझे देखती अपना सर जमीन में गडा लेती थी कुछ दिनों बाद उसने वो कॉलेज छोड दिया | और अपने घर वापस चली गई | तब से मैं फिर वैसे ही हो गया बस चूत का पुजारी |

पति की गैरमौजूदगी में चाचा ससुर से चुदी

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Pati ki gairmaujudgi me chacha sasur se chudi:

आज मैं आप सभी को खुद की जिन्दगी की असली घटना बताना चाहती हूँ |  आपको यह सुन कर अजीब लगेगा पर यह सही घटना है | मुझे पूरा यकीन है की यह घटना पढ़ कर आप सभी को अच्छा लगेगा |

मेरा नाम बुलबुल है मै भोपाल की रहने वाली हूँ | मेरी ऐज 31 है मेरे पति एक कारखाने में काम करते है मेरे दो बेटे है एक 7 साल का और एक 9 साल का है जो बैंगलोर में होस्टल में रहकर पढाई करते है और मै और मेरे पति भोपाल में ही रहते है| आज मै अपनी जिंदगी की असली घटना लिखने जा रही हूँ | मुझे पूरा विश्वास है की आप लोगो को यह घटना अच्छी लगेगी |

मेरे पति को कारखाने के काम से दो महीने के लिए कश्मीर जाना था और वो मुझे कभी भी अकेला नहीं छोडना चाह रहे थे और उनका कश्मीर जाना भी बहुत जरुरी था इसलिए मेरे पति ने अपने चाचा को मेरे पास रहने के लिए बुला लिया | उसके बाद मेरे पति कश्मीर चले गए| फिर घर में मैं और मेरे चाचा ससुर रहने लगे थे | चाचा जी कि आयु 44 थी | उनकी पत्नी 8 साल पहले ही ख़त्म हो गयी थी और वो गाव में ही अपनी खेती सँभालते थे |

मेरे सास ससुर मेरे छोटे देवर जी के साथ कानपूर में रहते थे जिसके कारण वो मेरे यहाँ रहने के लिए नहीं आ सकते थे | चाचा जी का एक लड़का भी है | जिसका नाम आलोक है | वो मुंबई में रहता है और वही पर जॉब करता है और आलोक की बीबी तो चाचा जी से कभी बात तक नहीं करती है | वो अब अकेले ही थे | इसलिए वो मेरे यहाँ रहने के लिए आ गए चाचा जी दखने में बहुत ही सुंदर हैं और हेन्ड़सम भी | उनकी लम्बाई भी बहुत अच्छी थी वो लगभग 6 फुट के हैं और वो स्वभाव से बहुत ही अच्छे हैं |

जब मेरे पति मेरे साथ घर में रहते थे तो वो मुझे अक्सर चोदते रहते थे | अब में क्या बताऊ जब दखो बस चोदना ही चोदना रहता था | लेकिन अब वो घर पर नहीं थे वो काम से बाहर कश्मीर गए हुए थे | मैं हमेशा घर पर नाइटी ही पहनती हूँ लकिन मैं चाचा जी के सामने नाइटी नहीं पहन सकती थी अच्छा नहीं लगता है | फिर मैं एक दिन कुछ काम से चाचा जी के कमरे पर गयी तो मैंने देखा कि आख बंद कर के चाचा जी अपने लंड की तेल से मालिस कर रहे थे |

चाचा जी को पता नहीं था कि मैं उनको देख रही हूँ वो तो सिर्फ मन लगा कर अपने लंड कि मालिस करे जा रहे थे और पता नयी कुछ बडबडा रहे थे लेकिन कुछ सुनाई नहीं दे रहा था | फिर मैं शर्मा के कमरे से बाहर भाग आई लकिन क्या यार चाचा जी का इतना मोटा लंड देखकर तो मेरी चूत भी बहुत तेजी से बहने लगी थी | और उनका इतना मस्त काला लंड और लम्बा लंड मैंने पहली बार देखा था और मुझे उनका लंड देखकर बहुत पसीना आ रहा था और पता नहीं अंदर बहुत अच्छा भी लग रहा था | मुझे तो सिर्फ उनका लंड हर जगह दिखाई दे रहा था | लकिन मैं क्या करती मेरा और चाचा जी का रिश्ता ही कुछ ऐसा था कि मैं कुछ करने का सोच भी नहीं सकती थी | अब इस बात को एक हफ्ते हो गए और मैं फिर से सही हो गई और सब ठीक हो गया | फिर एक दिन रात में मैं सो रही थे तो मुझे लगा कि कोई मेरे दूध दबा रहा मुझे उस समय बहुत अच्छा लग रहा था और में समझ गई थी कि मेरे दूध चाचा जी ही दबा रहे है |

फिर उसके बाद मैंने भी उनके मस्त लम्बे मोटे काले लंड को याद किया और फिर में सोने का नाटक कर रही थी | फिर मुझे थोड़ी देर बाद ऐसा लगने लगा कि कोई मेरे पैरों को चूम रहा और मुझे पता था कि वो चाचा जी ही है | और कुछ देर बाद वो मेरी नायटी भी उपर उठाने लगे और मेरी चाटने चाटने लगे मुझे अन्दर से मजा आ रहा था और मुझसे रहा नहीं जा रहा था | तो मैंने धीरे से अपनी दोनों टांगें खोल दी और जैसे ही मैंने अपनी टांगें खोली चाचा जी समझ गये | कि मेरी चूत को चुदने का मन कर रहा है | फिर चाचा जी बिना कुछ सोचे विचार करे मेरे उपर चड गए |

और उसके बाद वो धीरे से मरे कान पर बोले बहु उठ जाओ और मेरे साथ चुदने का मजा लो | फिर भी मैं यह सब सुनकर सोने का नाटक कर रही थी और उनकी बातो का जबाब नहीं दिया तो फिर वो बोले पता है बुलबुल उठ जाओ मुझे सब पता है कि आप सो नहीं रही है जग रही है और मजा ले रही है और आपका चुदने का मन कर रहा है |फिर यह सुनकर मैंने चाचा जी को बिना आँखें खोले ही जबाब दिया – चाचा जी……. फिर चाचा जी ने बोला बहु …. फिर मैंने बोला क्या कर रहे हो आप…….. फिर उसके बाद चाचा जी ने मुस्कुरा कर बोला कि मैं आप को प्यार कर रहा हूँ |

मैंने कहा यह कैसा प्यार है चाचा जी……. वो बोले बहु आप एक हफ्ते पहले मुझे कमरे में देखकर क्यों बाहर से भाग गई थी | फिर मैंने चाचा जी से कहा ..क्या में कब ……चाचा जी ने कहा कि बहु अब बस करो मुझे सब पता है अब अपनी आंखे खोलो और मेरे साथ चुदने का मजा लो मुझे पता है कि आपको बहुत चुदने का मन कर रहा है| और उसके बाद चाचा जी उठ गए और कमरे कि लाइट जला दी वो सिर्फ लुंगी पहने हुए थे और कुछ भी नहीं और मैंने सिर्फ नयटी ही पहनी थी|

अब चाचा जी ने अपनी लुंगी को उतार दिया और अपना लंड बहार निकल लिया और हिलाने लगे उनका लंड बिलकुल सीधा खड़ा हुआ था और मस्त लग रहा था| और मैं भी उनके काले लंड को गहरी नजरो से देख रही थी | उसके बाद वो मेरे पास आकर अपना खड़ा हुआ कला लंड मेरे मुंह के सामने लगा दिया और बोले कि आपको मैं अपना लंड टेस्ट कराऊँ आपको बहुत मस्त लगेगा और आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो | मैंने कहा कि चाचा जी उस दिन आपका का लंड देखने के बाद मैं तो आपकी दीवानी हो गई हूँ | चाचा जी हसने लगे और कहा कि इस लंड को चूसो |

मैंने फ़ौरन ही उनका लंड अपने हाँथ से पकड़ा और हिलने लगी | फिर मैंने उनका लंड अपने मुंह में डाला और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी | मैंने चाचा जी के लुंड को पूरी तरीके से चाटा और उनकी गोटियाँ भी चुसी | चाचा जी ने कहा कि ऐसे मेरे लंड को तुम्हारी चाची ने भी नहीं चूसा कभी तो मैंने कहा कि मुझे भी ऐसा तगड़ा लंड नहीं मिला अभी तक | अब चाचा जी ने मुझे उठाया और बिस्तर पर बिठा दिया और मेरी नाइटी उतार दी और मेरे दूध को किसी हवसी कि तरह चूसने लगे | वो मेरे दूध को इस तरह दबा रहे थे कि आज तक कभी किसी के दूध न दबाये हों पर मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था |

चाचा जी ने करीब 10 मिनिट तक मेरे दूध दबाये और चूसे | फिर उन्होंने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और मेरी चिकनी चूत पर उँगलियाँ फैराने लगे | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और अन्दर से चुदने कि चाह और बढती जा रही थी | फिर चाचा जी मेरे चूत को जमके रगड़ने लगे और मैंने पानी छोड़ दिया | चाचा जी ने कहा कि तुम्हारी चूत तोह अभी से हार मान गई तो मैंने भी कहा कि चाचा जी क्यूँ ना एक पारी और हो जाये | तो चाचा जी ने कहा कि मैं बल्लेबाजी के लिए तैयार हूँ |

यह कहते ही चाचा जी अपना लंड मेरी चूत पर रखकर उसे ऊपर नीचे करने लगे | वो दरसल मुझे उकसा रहे थे और फिर उन्होंने अपने लंड से मेरी चूत का छेद ढूंढा और उसमे अपना मोटा लंड डाल दिया | मेरी तो मानो जान ही निकल गई थी फिर धीरे धीरे चाचा जी ने चुदाई कि स्पीड बढ़ाना शुरू करी और फिर मैं ज़ोर ज़ोर से आवाजें निकालने लगी आहाहह्ह्ह आहाहाहा आह्ह्ह्हह्ह | चाचा जी का लंड मुझे अपनी चूत के पूरी अन्दर तक महसूस हो रहा था क्यूंकि उनका लंड बहुत बड़ा था और मोटा भी | फिर चाचा जी बिस्तर पर लेट गए और कहा कि अब मेरे लंड पर कूदो |

मैं फिर चाचा जी के लंड के ऊपर बैठी और ज़ोर ज़ोर से कूदने लगी और ज़ोर ज़ोर से सिसकियाँ लेने लगी | फिर चाचा जी मुझे कुतिया की तरह पीछे से छोड़ने लगे | चाचा जी का स्टैमिना देख मैं हैरान हो गई | फिर थोड़ी देर बाद चाचा जी ने पूछा की मुट्ठ कहाँ गिराऊं तो मैंने कहा कि अन्दर ही गिरा दो चाचा जी | फिर उनका गरम गरम मुट्ठ मेरी चूत के अन्दर झड गया और हम दोनों साथ में बिस्तर पर सो गये | दोस्तों आपको मेरी कहानी कैसे लगी |

जब से मामी की चूत चोदी मन को सुकून मिल गया

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Jab se mami ki chut chodi man ko sukoon mil gya:

हैल्लो सेक्स के भूखे लोगों आज मैं फिर आ गया हूँ आपको चुदाई की रंगीन शाम में ले जाने के लिए | मेरा नाम तो आप जानते ही हैं और जो नहीं जानते उन्हें बता दूँ की मैं हूँ आयुष | मैं बहुत ही चोदु किस्म इंसान हूँ मुझे जो भी लड़की या औरत मिलती है मैं उसे चोद ही देता हूँ | आज भी मैं एक ऐसी ही सच्ची कहानी आपके सामने लाया हूँ जो मेरे साथ गाँव में हुई थी | इतना मत सोचो गांडू मालूम है मैं बिहार से हूँ पर अब ऐसा तो नहीं में कभी गाँव जा ही नहीं सकता | तो ये बात है सहारनपुर की जहाँ मेरे रिश्तेदार रहते थे |

सबसे ज्यादा मज़ा मुझे मामा मणि के यहाँ आता था क्यूंकि मामी मुझे अच्छा खाना और मिठाइयाँ खिलाती थी | जब भी में सहारनपुर जाता तो मैं उनके यहाँ जाने के लिए बेताब रहता | और हो भी क्यों न आखिर वो मेरे सगे मामा मामी जो ठहरे | पर इस बार बात कुछ अलग थी क्यूंकि इस बार मुझे चोदने की खुजली हो रही थी और मैं अपनी सगी मामी को चोदने की फ़िराक में था | चूँकि वो गाँव है इससे मुझे कोई दिक्कत नहीं थी क्यूंकि वह में आसानी से चोद सकता था |

जनवरी की वो ठंडी रातें और सर्द मौसम आये हाय ! मज़ा ही आ जाता था जब मामी अपने पल्लू को सँभालते हुए अपने दूध के बीच की लाइन दिखाती थी | उनके चूचों की गोलाई साफ पता चल जाती थी और कई बार तो मुझे इसे देखते हुए पकड़ भी लेती थी |

आप लोग तो जानते ही होंगे कि गांव में सारे लोग जल्दी ही सो जाते हैं | पर मुझे नींद नहीं आ रही थी क्योंकि जल्दी मैं कभी पहले सोया ही नहीं था तो मैं अपने मोबाइल पर नेट चलाने लगा | फिर मुझे किसी के सिस्कारियां लेने की आवाज़ सुनाई दी | मैं उठा और ढूंढने लगा की आवाज़ कहाँ से आ रही है ? जैसे ही मामा मामी के कमरे के पास पहुंचा तो आवाज़ तेज हुई | तब मैंने थोड़ी से खुली हुई खिड़की से झाँका तो मामा मामी की बिस्तर पर चोद रहे थे | दोनों एक दम नंगे थे और मामी का नंगा बदन तो मैं भूल नहीं सकता | मैं वहीँ खड़ा होकर चुदाई देखने लगा |

मैं उनकी चुदाई देखकर जोश में आ गया और मेरा लंड खड़ा हो गया और मैं अपनी पैंट से लंड बाहर निकालकर मुट्ठी मारने लगा | फिर मैंने सोचा कि क्यों ना इसका वीडियो बना लिया जाए फिर मैंने अपने मोबाइल का कैमरा ऑन किया और उनका वीडियो बनाने लगा | मैंने दोनों का वीडियो बना लिया और फिर वह दोनों सो गए और मैं भी मुठ मारकर अपने रूम में जाकर सोचने लगा कि कैसे मामी को चोदा जाए | फिर मुझे आईडिया आया कि यह वीडियो मामी को चोदने में मेरी मदद कर सकता है और फिर मैं सो गया | अगले दिन सुबह सुबह जब मैं उठा तो मामा ने मुझसे कहा आयुष चलो आज तुम्हें खेत घुमा कर लाता हूं मैंने कहा ठीक है फिर मैं नहा धोकर तैयार हो गया और मामा के साथ खेत घूमने चला गया | मामा खेत में काम करने लगे और मैं सोच रहा था कि मामी घर पर क्या कर रही होगी और कैसे उन्हें चोदा जाए |

तभी मामा ने कहा की चलो तुम्हे घर छोड़ आता हूँ और हम घर आ गए| थोड़ी देर बाद हम सब ने खाना खाया और किसी काम से खेत चले गए और जाते समय ये भी कहा की आने में वक़्त लग जायेगा | मैंने तभी सोच लिया था की अभी नहीं तो कभी नहीं | फिर मामा के जाने के बाद मैं मामी और उनका 6 महीने का बेटा बिस्तर पर लेटे थे और मैं मोबाइल चला रहा था | मेरे मामी को मोबाइल चलाना बखुबी आता है | तोह मैं अपने मोबाइल की गैलरी में उनका विडियो चालू करके टॉयलेट करने भाग गया | मुझे पता था की मामी मेरा मोबाइल जरुर देखेगी और ऐसा ही हुआ | जैसे ही वापस आया तो मामी बड़ी हैरानी से मेरा मोबाइल में देख रही थी | मैंने फ़ौरन मामी से अपना मोबाइल छुड़ा लिया | फिर मामी ने मुझे से पूछा की क्या ये मैं हूँ ? मैंने जवाब दिया हाँ | मामी ने की ये वीडियो डिलीट करो अभी | मैंने कहा नहीं करूँगा और फिर मामी मेरे पास गुस्से से आई और कहा की जल्दी डिलीट करो | मैंने कहा ठीक है लेकिन एक शर्त है , मामी ने पूछा कैसी शर्त ? मैंने कहा की मैं पहले आपको चोदुंगा फिर वीडियो डिलीट करूँगा | मामी ने मुझे थप्पड़ मार दिया और कहा नहीं ऐसा नहीं हो सकता | मुझे भी गुस्सा आ गया और मैंने उनसे कहा ठीक है मैं यह वीडियो सब को दिखा दूंगा | उन्होंने कहा प्लीज़ नहीं दिखाना और वो रोने लगी | मैंने कहा ठीक है पर जैसा मैं बोलता हूं वैसा करो वो रोने लगी और मुझसे मिन्नतें करने लगी लेकिन मैं नहीं माना और उनके बूब्स पर हाथ रखकर उसे दबाने लगा और उनका सर पकड़कर उन्हें लिप टू लिप किस करने लगा | वह रोए जा रही थी फिर मैंने अपना हाथ उनकी ब्रा के अंदर डाल दिया और उसे जोर जोर से दबाने लगा और जोर जोर से किस करने लगा फिर मैं उनके गले में किस करने लगा और उनके ब्लाउज के हुक खोल दिए और उनकी साड़ी उतार दी और शाया भी  उतार दिया | वह रोये  जा रही थी और मुझे ऐसा करने के लिए मना कर रही थी पर मैंने उसकी एक न सुनी और अपने काम पर लगा रहा फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी पैंटी के अंदर डाल दिया और उसकी चूद  को सहलाने लगा और उसे जोर जोर से किस करने देना फिर मैंने उसकी ब्रा के हुक खोल दिया और उसे भी उसके दूध से अलग कर दिया क्या बताऊं दोस्तों क्या मजा आ रहा था | मामी के दूध एक दम गोल बीच में काले काले निप्पल थे और उनमे से दूध भी निकल रहा था | मैंने उनका खूब दूध पिया और उनकी चूत में ऊँगली करता जा रहा था | फिर मैंने मामी का पेटीकोट खोला और मामी की पैंटी के ऊपर से उनकी चूत सहलाने लगा | फिर मैंने पैंटी भी उतर दी क्या बताऊ दोस्तों क्या चूत थी मामी की एक दम गोरी और बाल भी नहीं थे | ऐसी छुट के दर्शन मैंने पहली बार किये थे और जैसे ही मैंने अपनी जीभ चूत से लगाई मनो जन्नत मैं पहुँच गया हूँ | मैंने मामी की जमकर चाटी और उसका सारा पानी पे गया |

फिर मैंने अपने कपडे उतारे और अपने लंड को मामी के दूध पे घिसने लगा | मामी ने अब रोना बंद कर दिया था और शांत होकर बिस्तर पर बस लेटी थी और कुछ सोच रही थी | पर मुझे क्या मैं तो मज़े लेने मैं लगा था और दूध पे अपने लंड को बार बार मार रहा था | फिर मैं अपना लंड मामी के मुंह के पास ले गया और कहा की चुसो इसे मामी | मामी ने अपना मुंह खोला और वहीँ लेटे लेटे मेरा लंड चूसने लगी | मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था | फिर मैं उठा और अपना लंड मामी की छुट पे लगाया मुझे लगा जैसे की किसी गरम तवे पे लंड रख दिया हो | फिर मैं मामी की चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा और फिर मैंने चूत के छेद पर लंड रख कर झटका मार दिया | मामी ने एकदम से बड़ी से सिसकारी ले आआह्ह्ह और मैं मामी को चोदने लगा | अब मामी धीरे धीरे सिसकियाँ ले रही थी और मामी के चेहरे पर एक हलकी से मुस्कराहट आ रही थी | पर मैं छोड़ने में खोया हुआ था | मेरा लंड अब पूरा अन्दर जा रहा था और मुझे अत्यंत आनंद की प्राप्ति हो रही थी | फिर थोड़ी देर बाद मेरा झड गया और मैंने अपना सारा माल मामी की चूत में गिरा दिया | तभी मामी मुझे देख कर हस दी तो मेरा सारा डर चला गया |

मामी को चोदते चोदते मैं थक गया था इसलिए मैं मामी के ऊपर लेट गया | फिर उनका बच्चा रोने लगा तो उसने ऐसे नंगी ही अपने बच्चे को दूध पिलाया और मुझे किसी को कुछ भी  बताने से मना किया और वीडियो डिलीट  करने के लिए कहा मैंने भी कहा ठीक है और मैंने वीडियो डिलीट कर दिया पर मैंने तो पहले ही वीडियो की कॉपी बना ली थी | फिर बच्चे के सोने के बाद हम दोनों ने एक साथ नहाया और मैंने उसकी गांड भी मारी जो काफी टाइट थी फिर जितने दिन तक मैं वहां था मैं उसे रोज चोदता था | फिर मैं अपने घर वापस आ गया और अभी एक हफ्ते पहले उसका फोन आया था और उसने कहा कि वह प्रेग्नेंट है तो मेरी खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं रहा। तो कैसी लगी आपको मेरी ये स्टोरी मुझे बताना जरुर |


तेरा मेरा प्यार जब लेता है इम्तेहान तो आकर चुद जा मेरी जान

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Tera mera pyar jb leta hai imtehan to aakar chud ja meri jaan:

जब से मेरा लोडा तेरे भोसड़े में जागे रे !!!!!!!!!!! वाआहह कौन आपका बाप बोलेगा ? पर इरशाद का नाम मत लेना मादरचोद कल उधारी की दारु पीके चला गया ?

अरे मैं खुद का परिचय देता हूँ | दोस्तों माइसेल्फ डेनियल-कसाब-ए-यादव | कुछ दिनों से अपना छोटा पप्पू बेवडा खूब लंड चूत की बातें कर रहा था | मैंने पुछा क्यों रे भोसड़ी के क्या चिल्ला रहा है | तो उसने मुझसे कहा बड्डे एक बिलकुल नयी कहानी पढ़ी है जिसमे लड़के ने अपनी सगी मामी को चोद दिया | मेने कहा बुर मारी के ऐसा कही होता है क्या | उसने मुझसे टूटी फूटी ज़बान में कहा “वैरी फनी इट इज फुल सेक्स एंड इंडियन खाखी कल्चर” | मुझे ये सुनके हसी आ गयी और मुझे सुनके अच भी लगा | दोस्तों आज आपको एक बात बताता हूँ |

जो लोग आपके सामने अंग्रेजी बोले कैसी भी उनपे कभी हसना मत क्यूंकि हर किसी के पास इतना पैसा नहीं होता कि वो सब सीख ले | तो ये आपके लिए एक सीख है | और हम दोनों जिंदगी के इतने मारे थे की दारु पना शुरू किया पर काम भी करते हैं | लेकिन एक बता दूँ की हम दोनों सेक्स के मास्टर हैं | हम दोनों अछे दोस्त थे पर बिलकुल अलग अलग थे | एक दिन हमलोग चाय पी रहे थे ….. नहीं ऐसा शक मत करो यार दारु पीने वाले सुबह सुबह चाय भी पीते हैं |

तो भिडू लोग अपनी एक आइटम थी अपनी गली में जिसका नाम था दिलरुबा | में दारु पिके अत था और वो मुझे देखती थी | मैं भी उसे देखता था और एसा करते करते दो तीन महीने बीत चुके थे | उसका बाप हरामी था साला मेरे पेसे की ही दारु पीता था और गांडू बोलता था दिलरुबा से दूर रहो | अपने को क्या है दिन की दारु और खाना मिलता रहे बाकि अपन सब में खुश हैं | इसलिए मैंने एक दिन मन बनाया की साला जब इसका बाप घर से बहार जाएगा तो में उसको अपने मन की बात बोल दूंगा |

मतलब मजबूती देख रहे हो लड़के की….. बाप के साथ दारु पी उसने मना भी किया… पर अपनी गांड में तो कीड़ा है न | उसी दिन से में दिलरुबा के सपने आँखों में लेके बैठ गया |

अब उसका बाप तीन दिन के लिए गया बहार और इससे अच मौका कोई हो नहीं सकता | मैंने भी दिलरुबा के घर की खिड़की पे जेक उसको बुलाया और कह दिया “जानू में तुझे पसंद करता हु मेरे साथ चलेगी क्या” | साली मन कर दिया मतलब मुह पे बेइज्जती हो गई बहनचोद | नहीं …… मतलब लडको की कोई इज्ज़त है की नहीं ये क्या बात है मन कर दिया | अगले दिन में उसके घर के बहार से दारु पीके निकल ही रहा था की उसने मेरे मुह पे एक चिट्ठी दे मारी | पहले मुझे लगा उसने पत्थर मारा है पर उसके बाद पप्पू ने बताया की भाई की इसमें कुछ लिखा है | पर उसने अंग्रेजी में कहा था कीच ऐसे “ब्रो सम लिखावट पैन ओन द वाइट पेपर” | मेने भी सोचा कोई इतने अच्छे लड़के को पत्थर केसे मर सकता है |

क्या बताऊ क्या लिखा था उसमे पढ़ के मज़ा ही आ गया | उसमे लिखा था कमीने “घर में सब थे ऐसे आने की क्या ज़रुरत थी सबको पता चल जाता तो” | मेने बोहत सोचा की ईंट का जवाब पत्थर से दूंगा तो मेने भी लिखा “कुत्ती तेरा बाप मेरे साथ दारु पीता है मेरे पेसे की किसी को पता चल जाएगा तो”| पता नहीं वो क्या समझी और उसके बाद एक महीने तक मुझे देखा ही नहीं | मुझे लगा शायद मेरा जवाब उसे पसंद आया था | फिर एक दिन उसने मेरे मुह पे चिट्ठी दे मारी और कहा “क्यों ऐसे प्यार करेगा तू मुझसे” | फिर मेने भी लिख के दिया “दोनों को बराबर करना होगा तभी कुछ होगा” | इस बार वो मुस्कुरायी और अन्दर चली गयी |

पप्पू मुझसे बोला भाई “दैट गर्ल स्माइल लविंग यू” ……. मेने बोला पप्पू तू जो भी बोला समझ आया नहीं पर अच्छा लगा……. फिर बोला भाई “फुल मैरिज एंड नाईट फुल सेक्स”| मेने कहा भोसड़ी के अभी होने तो दे | अब मुझे पता चल गया था की वो मुझसे प्यार करती है और हम दोनों की योज़ चिट्ठी के माध्यम से बात होने लगी | क्या बताऊ यार पूरी गली इसके जैसा माल कोई और नहीं था | जब ये सामने आती थी तो इसके दूध और गांड मेरा मन मोह लेते थे | मन तो करता था वहीँ मसलना शुरू कर दूँ पर क्या करू में हवास का पुजारी नहीं हूँ | इसी के साथ शुरू हुयी आगे की कहानी जब हम दोनों मिलने लगे और में उसे गले लगे घुमाने फिराने लगा |

बस इतना ही कम था कि एक दिन उसके बाप को पता चल गया | उसका बाप आया मेरे साथ बैठा और पहले तो भोसड़ीवाले ने मेरी दारु पी और फिर बोला की अगली बार उसके साथ दिखा तो माँ चोद दूंगा | मेने भी उससे कह दिया “बहनचोद माँ तब चोदेगा जब होगी” | मुझे डरा रहा था गांडू जनता नहीं था में इस गली का बादशाह हूँ | मैंने घूमना फिरना चालू रखा और उससे कहा चलो अब शादी कर लेते  हैं फिर हमारे बच्चे होंगे | वो साली बोली देखो “ बच्चों तक तो ठीक है पर में शादी नहीं कर पाऊँगी” |

अब ये क्या बात होती है बहनचोद !!! ऐसा कोई बोलता है क्या ? फिर मेने भी दिमाग लगाया और पप्पू से भी पुछा और अब समझ आया की पप्पू इतना लंड चूत क्यों करता रहता है | मेरे मन में बस एक ही बात चल रही थी कि “भागती हुई चूत के बाल ही सही” | अब बस इतना काम बचा था की दिलरुबा को तबीयत से चोदना था | इसके लिए मैंने सारा इंतज़ाम कर लिया था | पप्पू भी बोला “ ब्रो परफोर्मिंग फुल सेक्स बट नोट वैरी रिलैक्स”

मुझे भी अब चुदाई का कीड़ा काट गया था और में जल्द से जल्द उसको चोदना चाहता था | मैं उसे पप्पू के कमरे में ले गया | दिलरुबा के “ भीगे होंठ तेरे प्यासा मन मेरा था” और मेरा नीता लुल्ला खड़ा हो गया था | मेरे रोम रोम में आग लग चुकी थी और मैं नंगा होके नृत्य करना चाह रहा था क्यूंकि मुझ को यही पसंद है | पप्पू भी बोला “ गो सर कम ओन” | मेने उसके कपडे उतरने शुरू किया और सबसे पहले उसका कुरता उतारा | उसके बड़े दूध से मेरा मन उतावला हुआ जा रहा था | मेने तुरंत उसके दूध पे मुह रखा और दबा के चूसना शुरू किया | आआअह्हह्हह क्या चुस्त है रे तू…… और चूस खाई कर दे मेरा दूध |

फिर मैंने उसकी सलवार उतारी और जो देखा…… उसे तो देखते साथ ही मैं शर्मा गया | हालाँकि मेरे लंड का गियर लग चुका था पर इतना फटी चूत और वो भी काली | मेने बोला दिलरुबा तू गोरी और तेरी चूत काली | वो हाँ वो में १३ साल से चुदाई करवा रही हूँ न | मेरे सपने चखना चूर हो गये पर चोदना तो था ही | तो मेने उसे कहा चलो घोड़ी बन जाओ | वो बनी और मैंने आराम से अपना लंड अन्दर कर दिया | वो मुस्कुरा रही थी…. मैंने कहा मादरचोद चुद रही है थोडा चिल्ला ले | वो बोली अच्छा ठीक है ….. आआअह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊ ऐसा चलेगा क्या ? मेने भी कहा जो करना है कर बहनचोद | साला प्यार प्यार में गांड मर गयी मेरी |

फिर मेरे दिमाग की बाटी जली मेने सोचा इसकी गांड के छेद को पेलता हूँ शायद कोई मज़ा आये | पर जेसे ही साली का छेद देखा तो मुझे शर्म आ गयी इतना बड़ा | ठीक है रुक जा अब… मैंने कहा पप्पू दारु ला… “डस्ट ड्रिंक एंड भोसड़ा आल पिंक” पप्पू बोला | मेने भी कहा “अब इसके भोसड़े की खैर नहीं | पर बहनचोद जेसे हीउसकी गांड मरना शुरू किया वो बोली ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् आआअह्हह्हह ऊईईइईईईए ठीक है न जानू | मेने कहा अरे जानू की माँ का भोसड़ा | साली कितनों से चुदाया है तूने बोली आप मन भर के चोदो मुझे अच्छा लग रहा मालिश हो रही है | देखो दोस्तों अब एक इंसान के साथ इससे बड़ा धोखा क्या होगा |

फिर भी मैंने हार नहीं मानी और लगातार ढाई घंटे तक चोदा और उसकी चूत से पानी निकल ही दिया | अब वो मुझसे और ज्यादा प्यार करने लगी थी पर ऐसी लड़की से कौन प्यार करेगा | फिर भी मैं उसे चोदता था और मन को दिलासा देता था की एक दिन अच्छी चूत मिलेगी | अभी भी में दिलरुबा का दूध पीता हूँ पर उसकी चूत कभी नहीं चाटी | मतलब लड़के के दिल से खेल गयी और उसका बाप अब मेरे पीछे पड़ा है बोलता है बीटा शादी कर लो उससे पर तुम लोग ही बताओ क्या यह सही होगा |

चूत में घुसा लंड फिर भी चूत को था घमंड

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Chut me ghusa land fir bhi chutko tha ghamand:

यहाँ पे जो भी लोग मेरी ये स्टोरी पढ़ रहें है उन सभी हवस के पुजारियों को मेरा सलाम | और ये स्टोरी एक बहुत बड़े मादरचोद प्रकार के व्यक्ति के ऊपर लिखी गई है जिसका नाम है संजीव मिश्र है और जो की मै हूँ |

मै और मेरे कुछ दोस्तों का ग्रुप है | हम सब बेहद शौक़ीन है नयी नयी चूत के दर्शन करने के और ये बात है कुछ 3 – 4  महीने की है | हम सभी को सेक्स करने की बहुत इच्छा हो रही थी , अगर सीधे तरीके से कहा जाए तो हम सभी को बहुत मस्ती छाई हुई थी | उस समय हम लोग मुंबई में रहते थे और कुछ दिन छुट्टियाँ बिताने के लिए एक होटल का रूम बुक किये हुए थे | हम लोगो को रूम में रुके हुए लगभग 2-3 दिन हो रहे थे और हम “भोसड़ी वाले लोग वहां भी अपना अश्लील काम करना नहीं छोड़े“ हमारी हवश भरी नजर हमारे रूम के ठीक सामने के बगल वाले रूम में रहने वाली दो हसीनो पे जा रुकी और हम लोग मिलकर उन दोनों की दिल से गांड मरने के पीछे लग गए थे |

अब हम सब अपने अपने काम पर लग गए मेरे तीन दोस्त उन दो लडकियों में से एक लड़की को चोदने के पीछे लग गए थे जिसका नाम आरोही था और मैं दूसरी वाली के पीछे लगा था जिसका नाम मानसी था और हम लोगो के बीच मै शर्त भी लग गई की तू पहले चोदेगा की हम लोग | मैंने भी हां कर दिया मुझे क्या पता था की कुछ दिनों के बाद मेरी गांड फटने वाली है |

ऐसे ही 2 दिन निकल गए बाद में मुझ गांडू को पता चला की जिसके पीछे मेरे दोस्त लोग लगे हुए थे वो बहनचोद तो वेसे ही पहले से रंडी थी | वो तो बड़ी ही आसानी से उन लोगो की बातो में भी आने लगी | और दूसरी तरफ मै था हालांकि मै उससे बातचित तो करने लगा था वो मेरी फ्रेंड भी बन चुकी थी पर फिर भी मुझे उसे चोदना था , वो इतनी सीधी थी कि जैसे उसने कभी किसी बच्चे का भी लंड नहीं देखा हो , उसको लाइन मार मार के मेरी माँ चुदे जा रही थी पर उसे समझ में ही नहीं आता था की तेरा ये फ्रेंड तेरे साथ बस एक रात सोना चाहता है |

और दूसरी तरफ मेरे दोस्त लोग आरोही के साथ मजे ले रहे थे उसके साथ पूल में नहाते थे डिनर करते थे और उसके साथ हर प्रकार की बाते कर लेते थे फिर चाहे वो खाने की हो या चूत की चुदाई की | ये सब सुन के मेरी झांटे जल जाती थी मैंने भी सोचा की कुछ तो करना पड़ेगा ऐसे तो कुछ नहीं हो पाएगा , और फिर मै उसके रूम में गया और बात की क्या कर रही हो , वो बोली कुछ नही बस बैठी ही हूँ तुम सुनाओ क्या हो रहा है मैंने कहा कुछ नहीं तुमसे बात करने का मन हो रहा था इसलिए चला आया , वो बोली सच में मैंने कहा हाँ एकदम सच | फिर मैंने उससे कुछ और बात की और मौका देखते हुए अपने दिल की बात बोल ही दिया की मानसी मुझे तुम बहुत पसंद हो मैं तुमे प्यार करने लगा हूँ स्वीटहार्ट | वो थोडा शरमाई फिर बोली मैं भी तुम्हे पसंद करती हूँ | मैंने कहा सच , वो बोली हां बिलकुल फिर मैंने  कहा कि क्या तुम मुझसे प्यार करती हो | वो इस बार शर्मा के कुछ नहीं बोली और मन ही मन मुस्कुरा रही थी और यहाँ मेरे मन में लड्डू फूटे जा रहे थे , और साथ ही साथ उसके चूत के दर्शन भी होने की सम्भावना नजदीक दिखाई दे रही थी |

इसके बाद कुछ दिनों तक सब ऐसे ही चलता रहा और वो मेरे काफी करीब आ चुकी थी पर फिर भी मेरे दिल को सुकून नहीं मिल रहा था क्योंकि मैंने अब तक उसके साथ बस किस ही कर पाया था और मेरी  रातों की नींद उडी हुई थी | एक तो वो मुझे देने को राज़ी नहीं थी और मै उससे जबरदस्ती भी नहीं करना चाहता था और दूसरी तरफ मेरे दोस्त लोग और मेरी झांटे जलाए जा रहे थे कि तेरे से कुछ नहीं  हो पाएगा , मेरा दिमाग ख़राब हो रखा था | एक तो इन मादरचोद दोस्तों ने मिलकर उस रंडी लड़की को फसा लिया था |

मै रोज मानसी के फुले हुए ढूध उसके कपड़ो के ऊपर से देख कर और सपनो में उसकी चूत चाट कर सो लिए करना था पर सपनो में भी न नींद आती थी ढंग से और न ही हकीक़त में वो अपने कपड़े उतरती थी | पर इसके बाब्जुत भी में हिम्मत नहीं हार रहा था और अपने लंड को हाथ से सहला कर आराम कर लिया करता था | पर इसके बाद मेरी झांटे तो तब लाल हुई जब मेरे दोस्तों ने मेरे से आकर बताया की भाई आज तो जन्नत के दर्शन कर के आए है | मैंने पूछा के ऐसा क्या हुआ ? उन्होंने ने बोला वही जो होना था तू शर्त हार चूका है और हम लोग तेरी भाभी की चूत के दर्शन कर के आ चुके है | मैंने बोला ऐसा नहीं हो सकता तो उन्होंने ने मुझे वीडियो दिखाया आरोही की चुदाई का | वो गांडू सही में आरोही की गांड मार कर आ चुके थे , फिर उन लोगो ने बताना शुरू किया की कैसे उन लोगो ने उसको चोदा … बताया की रंडी तो थी ही वो |

हम लोगो ने भी उसको बातो बातो में फसाया और बोला की हम लोग को तुम बहुत पसंद हो हम लोगो को तुम्हारी चूत चाहिए , वो बोली ये कैसा मजाक है ? हम लोग बोले की मजाक नहीं है सच है हम लोगो का लंड तुम्हारी चूत के दर्शन करने को कब से बेताब है , हम लोगो के हाथो में कब से खुजली हो रही है तुम्हारे ढूध को दबाने के लिए , उसने मना कर दिया | तो हम लोगो ने उसे जबरदस्ती चोदा और उसका वीडियो बना लिया | फिर क्या था उसे मानना ही पड़ा उसने कहा ठीक है जैसा तुम बोलोगे वैसा ही करुँगी फिर हम लोगो ने उसके दोबारा कपड़े उतार दिए और पूरी नंगी कर दिए और बिस्तर पर लिटा दिए | फिर हम लोगो ने उसको बारी बारी से चोदना शुरू कर दिया | हम लोगों ने उसको चोद चोद कर उसकी चूत फाड़ डाली वो भी कम से कम 6 – 7 बार झाड़ चुकी थी |

उसके दूध के निप्पल एकदम लाल हो गए थे और उसके मुंह पर मुट्ठ गिरा दिए थे , वो बार बार चुदवाते समय आह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह्ह्ह्हह्ह चिल्ला रही थी और वो भी बहुत गरम हो गई थी | हम लोगो से चुदवाने से पहले और बाद में वो रोने भी लगी थी | भाई मेरे , हम लोगो को तो बहुत मजा आया पर तेरा क्या होगा अब इतना सुन के तो मेरे झांटे ही लाल हो राखी थी,,, अब तो मेरी उसके साथ पलंग तोड़ चुदाई करने की इच्छा होने लगी …

शाम को 5 बजे के समय, मै उसके रूम में गया उससे बात की थोड़ी देर और उसे किस किया तो उसने बोला बेबी चलो अपन कहीं घुमने चलते है मैंने कहा कभी और चल चलेंगे आज थोडा प्यार कर लेते है | पर वो नहीं मान रही थी और मुझे तो उसको चोदने की हवस सवार थी तो मैंने भी बोला ठीक है पहले कॉफ़ी तो पिला दो अपने हाथो की फिर वो कॉफ़ी बना के ले के आई ,, मैंने एक घुट पिया और बोला की इसमें मुझे शक्कर कम लग रही है , उसे शक्कर लेने के बहाने अंदर भेजा और उतने में मैंने उसकी कॉफी में स्टे ऑन “ जोश की दवाई “ मिला दी फिर हम लोगो ने कॉफी पी और फिर मैंने उससे कहा जाओ तैयार होकर आओ वो करीब 15 मिनट के बाद आई तैयार हो कर | उसने ग्रीन कलर का टॉप और यल्लो लैगी पहनी हुई थी | तब तक दवाई का भीं असर हो राह था | फिर मैं उसे फिर से किस करने लगा और इस बार वो भी खूब मजे लेते हुए मुझे किस कर रही थी |

फिर मैंने उसके टॉप और लैगी को उतार दिया | वो भी गोली के कारण गरम हो गई थी और उसने अन्दर ब्लैक कलर की ब्रा और पेंटी पहनी हुई थी | मैंने उसे भी उतार दिया क्या ढूध और चूत थी उसकी उसे देखकर मेरी हवस और बढ़ गई और मैं उसके ढूध के निप्पलो को जोर जोर से काटने लगा और उसकी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा | वो भी बहुत गरम हो गई थी फिर मैंने अपने भी पूरे कपड़े भी उतार दिए और उसकी गुलाबी चूत में अपना लंड डाल दिया | वो चीखने लगी मैंने उसकी चूत फाड़ डाली और जोर जोर से अपनी कमर हिलाने लगा और मैं उसे चोदने लगा 10 मिनट बाद उसका भी दर्द कम हो गया | वो भी अपनी गांड उठा उठा के मुझसे चुदवा रही थी और आःह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह ऊउह्ह्ह कर रही थी | मैं उसे किस किये जा रहा था और चोदे जा रहा था २० मिनट की चुदाई के बाद मैंने उसकी चूत में ही झाड दिया और मुझे जन्नत मिल गई | 15 मिनट बाद मैंने उसकी फिर चुदाई की उसको उस दिन मैंने दो बार चोदा और वो 3 बार झड़ी | फिर मैंने जब अपनी कहानी दोस्तों को बताई तो उनका चेहरा देखने लायक था |

आओ रानी हम खेलेंगे और आपकी प्यारी सी गांड को पेलेंगे

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Aao rani ham khelenge aur aapki pyari si gaand ko pelenge:

हैल्लो मेरे सभी चुदक्कड़ दोस्तों आप सभी को इस चुदाई की दुनिया में मेरा नमस्कार | चुदाई करना हर किसी के जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होता है और कुछ विद्यावान लोग अपनी चुदाई की दास्ताँ को इस वेबसाइट में डाल कर इतिहास के पन्नो में लिख देते हैं जिसे सारी दुनिया पढ़ती है | आज मैं कुछ ऐसा ही करने जा रहा हूं और उसके लिए मुझे आप सभी चुदाक्काड़ो का आशीर्वाद चाहिए | चलो अब आपका आशीर्वाद लेते हुए मैं आगे बढ़ता हूं और अपनी कहानी को भी इतिहास के पन्नों में बयां करता हूं | तो चलिए पहले मैं आपको अपने बारे में बताता हूं मेरा नाम सुनील है और मैं रीवा का रहने वाला हूं और गांड मारने का बहुत शौकीन हूं |

मेरी उम्र 28 साल है और मैं एक प्राइवेट कंपनी में काम करता हूं | मेरी फैमिली में 5 लोग हैं | मैं, मेरे पिताजी मेरी मां, मेरा बच्चा और मेरी चुदक्कड़ बीवी जिसे चोद चोदकर मैंने उसकी चूत और गांड दोनों ढीली कर दी है और उसके दूध भी ढीले होकर लटक गए है | अब मुझे उसे चोदने में बिल्कुल भी मजा नहीं आता और ना ही उसे चोदने को मेरा मन करता है | इसीलिए आजकल मै चूत के लिए भटकता रहता हूं कभी तो बाजार से खरीद लेता हूं | अब आप लोग ये सोच रहे होंगे की चूत बाज़ार में कैसे मिलने लगी तो मैं आपको बता दूँ की मेरे कहने का मतलब था की पैसा देकर किसी रंडी को चोद देता हूं और बाकी टाइम इधर उधर मुंह मारता रहता हूं और नही तो मजबूरी में अपनी फटी चुदी वाली बीवी को ही चोदता हूँ | यह मेरी चुदाई की कहानी अभी से 2 महीने पहले की है जब मैंने अपनी हवस की प्यास बुझाने के लिए अपने दोस्त की बीवी को ही चोद दिया क्योंकि मैं अपनी बीवी की ढीली चूत और गांड को चोद चोद कर परेशान हो चुका था |

मेरा एक दोस्त है जिसका नाम पंकज है और वह भी मेरे साथ मेरी ही कंपनी में काम करके अपनी मां चुदवाता है | वह मेरा बहुत अच्छा दोस्त है और हम दोनों का एक दूसरे घर आना जाना होता है और उसकी बीवी बहुत खूबसूरत है एकदम स्लिम बॉडी बड़े बड़े दूध बड़ी और गदराई हुई गांड और पूरी गोरी | मैं तो उसकी गांड को पहली बार देखकर ही उसका दीवाना हो गया था और उसकी गांड में अपना लंड डालने को बेताब हो गया था लेकिन सोच रहा था कैसे ? फिर एक दिन रात में मैं और मेरे दोस्त पंकज ने ड्रिंक कर ली और उसने कुछ ज्यादा ही ड्रिंक कर ली थी तो मैं उसे उसको छोड़ने गया उसके घर गया, उसके घर पर वो  और उसकी वाइफ अकेले ही रहते थे और उसके कोई बच्चे भी नहीं थे | उसकी शादी को अभी डेढ़ साल हुआ था |

मैं उसके घर पहुंचा उसकी वाइफ ने दरवाजा खोला और उसे इतने नशे में देखकर बहुत गुस्सा हो गई फिर मैंने अपने दोस्त को पकड़ कर उसके रूम में ले गया और उसे बैड पर लिटा कर सुला दिया | उसके बाद मैं और उसकी वाइफ उसके रूम से निकल कर वापस हॉल में आ गया फिर उसने मुझे बैठने के लिए कहा और मैं वहीँ सोफे पर बैठ गया और उसे देखने लगा | उसने ब्लू कलर की नाइटी पहनी हुई थी और एकदम रंडियों की रानी दिख रही थी | मेरा तो उसे देखकर लंड ही खड़ा होने लगा फिर उसने मुझसे पूछा कि पंकज इतनी ड्रिंक कहां से करके आए हैं ? मैंने उससे कहा भाभी दोस्त की पार्टी थी तो दोस्तों ने पीलवा दिया तो उसने कहा ठीक है | मैंने कहा भाभी मै अब घर जाता हूं टाइम ज्यादा हो रहा है तो उसने कहा रुकिए ना कभी कभी तो आप आते हो चाय पी के चले जाइएगा | मैं चाय बना कर लाती हूँ | मैंने कहा ठीक है फिर वह किचन में चाय बनाने के लिए चली गई | मैं भी नशे में था और मेरा लंड भी पूरा खड़ा हो गया था और बस उसकी चूत में घुसने के लिए फड़ फड़ा रहा था | मैं उठा और उसके किचन की तरफ बढ़ता और छुपकर किचन के दरवाजे से उसे देखने लगा | वह सामान निकालने के लिए नीचे झुकी तो उसकी नाइटी से उसके उसके बड़े बड़े दूध दिखने लगे उसने ब्रा नहीं पहनी थी यह देख कर मेरा लंड का और तन गया |

फिर उसने गैस पर चाय चढ़ाई और जब तक चाय बन गई थी उसने अपनी नाइटी ऊपर उठाई और अपनी चूत में दो उंगली अंदर डाल कर हिलाने लगी उसने पैंटी भी नहीं पहनी थी | मैं उसकी नंगी चूत और गांड देखकर मेरी आँख फटी की फटी रह गई | क्या चूत और गांड थी दोस्तों उसकी, मुझसे कंट्रोल नहीं हुआ और मैंने अपना लंड अपनी पैंट से बाहर निकाल कर उसे जोर जोर से हिलाने लगा और मुठ मारने लगा | मैं समझ गया कि वह भी पंकज से चुदवाने के लिए बैठे थी लेकिन पंकज तो दारू के नशे में ढेर हो गया है | इसलिए उसकी चूत की प्यास नहीं बुझी है और उसे बुझाने के लिए वह अपनी चूत में उंगली कर रही है |

मै भी दरवाजे के पास खड़ा हो कर जोर जोर से अपने लंड को हिला रहा था | उतने में ही उसकी नजर मुझ पर पड़ी और मेरे खड़े लंड को देखकर वह डर गई और तुरंत अपनी नाइटी नीचे कर दी और मुझे कहा आप यहां क्या कर रहे हो ? मैंने जैसे ही उसे देखा तो मैं भी डर गया और तुरंत अपना लंड अपनी पैंट के अंदर कर लिया और उससे कहा आप क्या कर रही हो ? मैंने आपको सब कुछ करते देख लिया है तो वह कुछ नहीं बोली मैं उसकी तरफ बढ़ा और उससे बोला तुम सच में यार बहुत सुंदर हो मैं तुम्हें चोदना चाहता हूं और उसे पकड़कर अपनी तरफ खींच लिया |

उसने मुझे धक्का देकर अपने आप से दूर कर दिया और कहा यह सब तुम क्या बोल रहे हो तुम्हें शर्म नहीं आती “ मैं तुम्हारे दोस्त की बीवी हूं “ मैंने कहा अब सब कुछ देख लिया तो शर्म की क्या बात है और तुम्हें लंड की जरूरत है और मुझे तुम्हारी चूत की तो क्यों न हम दोनों एक दूसरे की जरूरत पूरी कर दें | उसने कहा नहीं यह गलत है और किसी को पता चल गया तो मेरा क्या होगा | मैंने कहा किसी को पता नहीं चलेगा और उसे पकड़कर उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए और उसे जोर-जोर से किस करने लगा और उसके दूध दबाने लगा | वह अपने आप को मुझसे छुड़ाने की कोशिश करने लगी लेकिन मैंने उससे बहुत जोर से पकड़ा हुआ था 5 मिनट तक ऐसे ही किस करने और दूध दबाने से वह भी गर्म होने लगी और और मेरा साथ देने लगी | वह भी मुझे जोर जोर से किस करने लगी और मेरी शर्ट के और पेंट के बटन खोल दिया और उसे उतार दिया | फिर मैंने उससे कहा यहाँ नहीं हॉल में चलो तो उसने गैस बंद कर दी और हम दोनों वापस रूम में आए पंकज सो ही रहा था तो हम दोनों रूम से बाहर निकले और रूम का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया |

फिर हम दोनों हॉल में पहुंचे और वहां फिर से एक दूसरे को जोर से किस करने लगे और मैंने उसकी नाइटी उतार दी और वह मेरे सामने बिल्कुल नंगी हो गई और उसे नंगा देख मेरा लंड पत्थर की तरह लंबा और कड़ा हो गया | क्या फिगर था उसका बड़े बड़े और टाइट दूध बड़ी सी गांड और हल्की हल्की झांटो वाली चूत | मैं पूरे जोश में आ गया था और मैं उसके दूध के निप्पल चूसने लगा और उसकी चूत में अंदर उंगली डाल कर हिलाने लगा | वह जोर जोर से सिसकियां लेने लगी फिर मैंने अपना अंडरवियर उतारा और अपना 7 इंच का लंड उसके मुंह में दे दिया |

वह भी बड़े प्यार से मेरे लंड को चूसने लगी थोड़ी देर तक लंड को चुसाने के बाद मैंने उसे सोफे पर लिटाया और उसकी चूत में अपना लंड डालकर उसे जोर जोर से चोदने लगा | वह सिसकियाँ भर रही थी और आःह्ह्ह आआह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह ऊऊह्ह्ह की आवाज निकालने लगी आधा घंटा तक मैंने उसकी चूत की चुदाई की फिर मैंने उसे उल्टा लिटाया और उसकी गांड के छेद में अपना लंड रखा और एक जोर का झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी गांड में घुस गया और वो जोर से चीख पड़ी क्योंकि उसने पहले कभी गांड पर लंड नहीं डलवाया था और मुझे लंड बाहर निकालने के लिए कहने लगी |

लेकिन मैंने लंड बाहर नहीं निकाला और जोर जोर से झटके मारने लगा वो दर्द से तड़प रही थी लेकिन मैं नहीं रुका 10 मिनट बाद उसे भी मजा आने लगा और वह भी उठा उठा कर मुझसे अपनी गांड मरवाने लगी 20 मिनट तक मैंने उसकी गांड मारी उसके बाद उसकी गांड से अपना लंड निकाल कर उसकी चूत में डाल दिया | उसने अपनी गांड देखी तो वह काफी ढीली हो गई थी और उसमें से खून भी निकल रहा था | फिर मैं उसकी चूत में अपना लंड डालकर उसे चोदने लगा 25 मिनट तक चुदाई के बाद हम दोनों ने एक साथ उसकी चूत में ही झड़ गए और एक दूसरे पर लेट गए और एक दुसरे को किस करने लगे | फिर थोड़ी देर बाद मैं उसके घर से कॉफ़ी पे कर चला गया | फिर मैंने काफी बार पंकज के न होने का फायदा उठा कर उसे खूब चोदा और मज़े किये |

चाची की अनसुनी चूत चुदाई की दास्तान

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Chachi ki ansuni chut chudai ki dastan:

हैलो मेरे प्यारे पाठकों आज का समां बड़ा सुहाना है क्यूंकि एक चूत का दीवाना आज बड़ी ही रोमांचक कहानी अप सब के सामने लेके आया है | जी हाँ मेरे दोस्तों ये दास्ताँ है बुर के प्यासे टिन्नू टकला की जिसका लंड किसी भी चूत को आसानी से फाड़ सकता था | तो चलिए आज में आप को सुनाता हूँ उस अजीब से लौंडे की दास्ताँ | हम सब की जिंदगी में कभी न कभी वो पल आया ही होगा जब हमारे सामने चूत थी पर हमने उसे चोदने से इनकार कर दिया | पर टिन्नू टकला बिलुकुल ऐसा नहीं था उसका मकसद था हर चूत से पानी निकालना |

ये बात उन दिनों की है जब मैं स्कूल में पढता था और छुट्टी में गाँव जाता था | टिन्नू टकला हमेशा मुझे गाँव के मोड़ पर मिलता था और चूत की जुगाड़ में घूमता रहता था | मैं जेसे ही स्कूल से लौटकर आता था वो मुझसे पूछता था क्यों अपने नए लंड को चूत का पानी चखा दे | मैं उसे समय नादान था इसलिए कुछ बोल नहीं पता था | मेरी उम्र लगभग 15 साल की रही होगी पर मेरा लंड गजब का मोटा और लम्बा था |

मेरी चाची जब भी मैं मूतने जाता था मेरा लंड देखती थी और जब मैं नहीं दिखता था तो जबरदस्ती सामने आके देखती थी | उन्होंने कई बार मेरा लंड चूसा भी था और उससे कुछ सफ़ेद सफ़ेद पानी भी पिया था पर मुझे उस वक़्त इस चीज़ का बिलकुल भी इल्म न था की ये होता क्या है | धीरे धीरे चाची की हरकतें बढती जा रही थी और मुझे भी अच्छा लगता था जब वो ऐसा करती थी | रात में मैं छत पे ही सोता था और वो नीचे अपने बच्चे को सुलाती थी और वहीँ सोती थी |

एक रात को वो ऊपर आई और मुझे पूरा नंगा किया | फिर खुद भी नंगी हुई और मुझे अपने दूध को छूने को कहा | मैंने भी शरमाते हुए छू लिया और फिर उन्होंने अपना एक निप्पल मेरे मुह में दे दिया | मैंने भी कहा ये क्या कर रही हो चची तो उन्होंने कहा चूस | मैंने कहा चाची ये क्या कर रही हो तो उन्होंने बोला चुपचाप जो बोल रही हूँ कर नहीं तो तुझे मारूंगी | मैं भी उन्होंने जो बोला वो करता गया और उनका दूध चूसता गया | क्या निप्पल थे यार मज़ा आ गया और उसमे से दूध भी निकल रहा था जो की मैंने सारा पी लिया |

अब उन्होंने मेरा लंड चूसना शुरू किया और तब तक चूसा जब तक मेरे लंड से गीला गीला सफ़ेद सा पानी है निकला | उसके बाद वो नीचे चली गयी और सो गयी | मुझे भी अच लगा और मिंज भी चाची से अब खुल गया | जब भी मैं स्कूल से घर आता था तो चाची के पास जाकर उनसे कहता चची वो दिखाओ न और चाची मुझे दिखा देती और में उसे चूसने लगता | वो भी मेरा लंड चूसती और पानी आने के बाद छोड़ देती |

मेरे मन में ये सवाल आया की चाची आखिर एसा करती क्यों हैं | चाचा को पता चला तो वो मारेंगे | फिर एक दिन टिन्नू टकला मुझे मोड़ पे दिखा और मैं उसे एक खेत में लेकर गया | मेरे मन में जो सवाल था उसका जवाब मुझे चाहिए था | मैंने उससे जो भी मेरे साथ हुआ था वो बताया और उससे कहा की मेरी मादा करो | उसने मुझसे कहा चाचा आपकी चाची की प्यार नहीं बुझा रहे है इसलिए वो तुम्हरे साथ एसा करती है | फिर मैंने उससे कहा की क्या मेरा लंड ख़राब हो जाएगा उसने कहा नहीं | उसने मुझसे पुछा कि क्या पहोले कभी चुदाई की है |

मैंने अपना सर ना में हिलाया !!! उसने कहा की जब तुम चाची को चोदोगे तब लंड में दर्द होगा क्यूंकि उसकी सील टूटेगी | पर मज़ा बहुत आएगा एसा कहके वो अपने रास्ते चला गया और मेरे सामने एक लड़की को लेके आया | उसने उस लड़की को नंगा किया और बोला मैं तुम्हे चोदना सिखा रहा हूँ | उसने लड़की की चूत जिसपे बहुत बाल थे उसे फैलाया और लंड को धीरे धीरे से अन्दर डाला | लड़की ने कहा आअह्ह्ह्ह धीरे से डालो ना फिर उसने पांच मिनट तक चुदाई की और लड़की ने उम्म्म्म्म आआअह्ह्ह्ह और करो और करो कहा और उसके लंड से भी सेफद पानी निकल गया |

मैंने कहा टिन्नू टकला मेरा लंड आप से बड़ा है और ये सफ़ेद पानी को क्या कहते हैं | उसने कहा इसे मुठ कहते हैं | अब मैं सब जान चुका था और मैं घर की ओर बढ़ने लगा | चाची बच्चे को दूध पिला रही थी तो मैंने कहा मुझे भी पीना है | मेरी चाची माल लगती है तो उन्होंने कहा आजा मेरे बेटे और एक निप्पल मेरे भी मुह में दे दिया | अब एक तरफ छोटू और दूसरी तरफ मैं पर मैंने चची को मस्त चूसा | उसके बाद मैंने चाची से पुछा की आप मेरा मुठ क्यों पीती हो तो उन्होंने कहा अच्छा लगता है इसलिए | मैंने कहा मुझे भी अच्छा लगता तो उन्होंने मुझे चूमा और कहा अभी और भी मज़ा आएगा |

चाची ने कहा तेरा लंड काफी बड़ा और मोटा है मुझे ऐसा लंड बहुत पसंद है | फिर उन्होंने मेरा लंड निकला और मुठ चूस के मुझे छोड़ दिया | मैं समझ चुका था की जो टिन्नू टकला ने वहां किया है वही चुदाई चाची यहाँ मेरे साथ करना चाहती हैं | पर मुझे अन्दर से डर भी लग रहा था कही मेरे लंड में कोई दिक्कत न हो जाये | फिर मैंने अपना मन बनाया की जो होगा देख लेंगे और अगर कुछ हुआ भी  सब संभल लेंगे इलाज करवा लेंगे | वाह मुझे तो सोचके ही इतना अच्छा लगने लगने लगा था की अब मैं इंतज़ार नहीं कर पा रहा था | अब तो मैं चाची से बात करने ही वाला था |

हर बार की तरह चाची ऊपर आई अपना ब्लाउज खोला और मुझे दूध पिलाने लगी ताकि मेरा लंड खड़ा हो जाये | मुझे तो चुदाई करनी थी तो मैंने चाची से कहा चाची आज बस अब नीचे वाला हिस्सा भी दिखाओ मुझे अपना लंड वहां डालना हैं | चाची मेरा मुंह देखती रह गयीं क्यूंकि उन्हें नहीं पता था की मैं ये सब भी जनता हूँ | उन्होंने कहा बेटा आज मैं तेरा लंड चूस लूँ कल में तुझे अपनी चूत दे दूंगी मन भर के अपनी चाची की बुर मारना | मैं तैयार हो गया और कल का इंतज़ार करने लगा |

मैं उस दिन स्कूल भी नहीं गया और बाज़ार से कंडोम ले आया क्यूंकि स्कूल की विज्ञान की किताब में लिखा है सम्भोग करते समय कंडोम अवश्यक है | अब मैं पूरा तैयार था अपनी चाची को चोदने के लिए और छत पे जाकर लेट गया | चाची आज भी ऊपर आई थी पर साथ में दूध लेके | उन्होंने कहा इसे पीले बीटा अपनी चची को रातभर चोदना है आज | मेरा लंड तो यह सुनकर ही खड़ा हो गया था | और मैंने उस दूध को एक सांस में गट गट पी गया |

अब सबसे पहले तो भाभी ने अपने सारे कपडे उतारे और मुझे दूध पिलाना शुरू किया | मैं भी चूसता गया और साथ में ही उनकी नाभि और पेट पर अपना हाथ फिरने लगा | वो ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़्फ़्फ़्फ़् आआअह्ह्ह्ह जैसी आवाज़े निकल रही थी और मैं चूसता ही जा रहा था | अब उन्होंने मुझे अपने दूध पर हटा दिया और अपनी चूत पे मेरा मुह रख दिया | उन्होंने कहा बेटा ये गीली हो गयी है और अब तू इससे पानी निकाल दे | मैंने भी उनकी चूत पे अपनी जीभ रखी और चाटना च्सुरु कर दिया | में अपनी जीभ से ही चाची की चूत को चोदना शुरू कर दिया और वो भी मज़े से सिस्कारियां भरने लगी |

मैंने लगभग दो घंटे तक उनकी चूत चाटी और जैसे ही उनका पानी निकला मैंने सारा पी लिया | आआअह्ह्ह्ह ऊउफ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़फ़्फ़ अब इंतज़ार नहीं होता अपना लंड मेरी चूत में डालदो | मैंने कहा जैसी आपकी मर्ज़ी और अपना लम्बा मोटा लंड उनकी चूत में पेल दिया | वो चिल्लाने लगी और उनकी आंख से आंसू निकल आये | मैंने जोर जोर से उनकी छोट पे झटके मारना चालू कर दिया | वो मज़े में अपनी गांड उठाने लगी पर मेरे लंड से खून निकल आया |

उन्होंने कहा ऐसा होता है तू बस चोदता जा मुझे | मैंने भी अपनी रफ़्तार और तेज़ कर दी और चची मज़े में ऊउम्मम्म आआअह्ह्ह्ह और करो और जोर से कहने लगी | में उन्हें दो घंटे तक चोदता गया और हम दोनों एक साथ झड़ गये | उनकी चूत से मूत की धार बहने लगी | फिर वो गरम हुयी और मेरा लंड फिर से चूस के खड़ा किया और मेरे लंड के ऊपर बैठ गयी और खुद ही चुदाने लगी | उस रात कम से कम मैंने पांच बार उनके मुह में अपना माल गिराया |

चूत से खेलो और जिंदगी के सारे मज़े लेलो

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chut se khelo aur zindagi ke saare mje lelo:

प्यारे दोस्तों और सैक्सी लड़कियों को मेरा ठोक कर नमस्कार | मेरा नाम है सूरज राणा और मैं जयपुर में रहता हूँ | वैसे तो मैं नागपुर का रहने वाला हूँ लेकिन पढाई के लिए जयपुर में रहता हूँ | मैं वहाँ पर इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा हूँ और वहीँ पर काम करके अपना खर्चा चलता हूँ | मेरे कद 5 फीट 9 इंच और रंग गोरा है | मेरे दोस्त कहते हैं कि मैं स्मार्ट दिखता हूँ लेकिन मुझे भरोसा नहीं होता क्यूंकि मुझसे लडकियां ठीक से बात ही नहीं करती | लेकिन मुझे भी लड़कियों से डर लगता है और मेरी लड़कियों से गांड भी फटती है | मेरे दो दोस्त हैं गौरव और विश्वास और दो की ही गर्लफ्रेंड है और दोनों दोनों ही गज़ब की सामान है और उन्हें देख कर मेरे कॉन्फिडेंस की माँ चुद जाती है | चलो अब मैं आप सभी पाठकों को अपनी चुदाई की स्टोरी बताता हूँ जब मैंने एक स्कूल की लड़की को चोदा था |

जैसा की मैंने कहा था कि मैं अपने खर्चे के लिए काम करता हूँ | मैं एक ऑफिस में काम करता जो की एक स्टार्टअप आई.टी. कंपनी है | मेरे ऑफिस के सामने वाले घर में किराये से एक परिवार रहने आया था जिसमे एक लड़की भी थी | वो लड़की स्कूल में पढ़ती थी और गज़ब की सुन्दर लड़की थी | उसका नाम था ख़ुशी और उसे देख कर मुझे बहुत ख़ुशी होती थी | वो बहुत सुन्दर थी और उसका फिगर बहुत ही मस्त था और दूध का साइज़ सामान्य था | उसकी गांड बड़ी थी और वो बहुत गोरी थी | वो सुबह जल्दी स्कूल निकल जाती थी इसलिए मैं सुबह उसको नहीं देख पता था और दोपहर में जब वो आती थी तो अपना मुंह कपडे से ढक कर आती थी | इसलिए मैं उसका दीदार कम ही कर पता था पर उसके घर की बालकनी मेरे ऑफिस से साफ दिखाई देते थी | तो जब भी बालकनी में आती थी तो मैं उसे ताड़ लेता था | ऐसा कई दिनों तक चलता रहा और मैं उसे अपने ऑफिस से देखता रहता था | एक बार वो बालकनी में खड़ी थी और मैं उसे देख रहा था तो उसने मुझे उसे ताड़ते हुए देख लिया | उसने एक पल के लिए नज़रें मिलाई और फिर वो मुंह फेर के अन्दर चली गई | मुझे लगा कि यार मेरी तो किस्मत ही ख़राब है कोई लड़की मुझे भाव नहीं देती और फिर अपना काम करने लग गया | फिर दो दिन बाद वो फिर बालकनी में आई, तो मैं उसे देखने लगा उसने फिर मुझे देखा और अन्दर चली गई | मैंने खुद से कहा कि सूरज भाई तेरी किस्मत ही गांडू है तू अपने काम पे ध्यान दे और काम करने लग गया |

फिर एक बार मेरे ऑफिस का एक दोस्त मेरे पास आया और कहा की एक अंकल है उनको कुछ इन्टरनेट पर काम है , क्या तू कर सकता है ? मैं उस वक़्त फ्री बैठा था तो मैंने हामी भर दी | तो उसने अंकल को बुलाया और कहा कि अंकल ये मेरा दोस्त है सूरज ये आपका काम कर देगा | फिर मैंने अंकल से काम पूछा और उनका काम करने लगा | करीब एक घंटे के अन्दर उनका काम ख़त्म हो गया | तो अंकल कहने लगे कि बेटा ये बड़ा ही मुश्किल का काम था तुमने कर दिया बड़ी कृपा तुम्हारी | तो मैंने कहा की नहीं अंकल ये तो मेरा काम है | फिर थोड़ी देर बाद वो लड़की अन्दर आई , उसे देख कर मेरी गांड फटने लगी और वो मेरी तरफ ही चली आ रही थी | फिर वो मेरे पास आई और अंकल को बोली कि पापा घर चलो कोई मिलने आया है | तब अंकल ने मुझे उस लड़की से मिलवाया और कहा की बेटी ये है समीर और कोई भी काम हो तो इनसे करवा लेना | फिर मुझसे कहा की ये मेरी बेटी है ख़ुशी है और फिर वो चले गए | मेरी ये सोच सोच के गांड फट रही थी कि कहीं वो अपने पापा को बता न दे की ये मुझे रोज़ ताड़ता रहता है पर खुशकिस्मती से ऐसा कुछ नहीं हुआ | अब मुझे उस लड़की से डर लगने लगा कि कहीं ये अपने पापा से पिटवा न दे इसलिए मैंने उसे देखना भी बंद कर दिया |

फिर एक दिन मैं ऑफिस में काम कर रहा था और तो मेरी नज़र उस तरफ मुड़ी तो देखा की वो मुझे देख रही है | तो मैंने नज़रें घुमा ले और काम करने लगा | फिर थोड़ी देर बाद शाम को फिर मैंने उसे देखा कि वो मुझे देख रही है तो मैंने भी उसे देखने लगा और फिर उसने हाँथ दिखाया तो मैंने भी दिखा दिया | फिर हम इशारे में बात कर रहे थे कि क्या चल रहा है और क्या कर रहे हो ? हम ऐसे ही बात कर रहे थे कि मेरे एक दोस्त ने हमें इशारे करते हुए देखा तो पूछा की क्या चल रहा है ? तो मैंने कहा कि कुछ नहीं ऐसे ही जान पहचान है इसलिए बात चल रही है | तो उसने मुझे बताया की ये बहुत तेज़ लड़की है और बहुत से लडको के साथ इसका चक्कर चलता रहा है | तो मैंने कहा क्या सच में ? ये तो बहुत सुन्दर और भोली सी लगती है | तो उसने कहा कि पैसे ले के चुद्वाती भी है ये | मैं एकदम हैरान हो गया और मुझे लगा कि ये तो गज़ब ही हो गया |

फिर हमारी ऐसे ही बातें चलती रही और हमने एक दुसरे के फ़ोन नंबर ले लिए और बात करने लगे | फिर एक बार मैंने दारू पी और उसको फ़ोन लगा और कहा कि ख़ुशी तुम मुझे बहुत अच्छी लती हो और मैं तुम्हे चोदना चाहता हूँ चाहो तो पैसे लेलो | वो बोली कि क्या बकवास कर रहे हो ? तो मैंने कहा की मुझे तुम्हारे बारे में सब पता है तो क्या बोलती हो ? तो वो मान गई और कहा की मैं 1000 लूंगी | मैंने कहा चलो ठीक है कल 10 बजे मिलो ऑफिस के थोड़ी सी आगे मिलो | फिर अगले दिन मैंने उसे वहाँ से अपनी गाड़ी पे बैठाया और अपने रूम ले गया | जैसे ही मैं रूम में घुसा तो वो बोली कि अब क्या | तो मैंने उसे पकड़ा और जमके के किस किया और उसके दूध दबाने लगा | हमने 5 मिनट तक किस करी | फिर मैंने उसका पिंक कलर का टॉप उतार दिया और देखा की उसने ब्रा नहीं पहनी थी | तो मैंने कहा की पूरी तैयारी से आई हो , तो वो हसने लगी | फिर मैंने उसके दूध दबाये और जोर जोर से चूसने लगा और उसकी निप्पलों को काटने लगा | वो सिसकियाँ लेने लगी और फिर मैं उसकी चूत को उसकी लैगी के ऊपर से मलने लगा | अब वो गरम होने लगी थी और उसने मेरा लंड मेरी पेंट के ऊपर से रगड़ना शुरू कर दिया | फिर मैंने उसकी लैगी भी उतार दी तो देखा की उसने जो पैंटी पहनी थी उसपर फूल बने थे और उसकी पैंटी चूत के पानी से गीली हो रही थी | तो मैंने पूछा कि फूल को पानी दे रही हो क्या ? और उसकी पैंटी उतार दी | फिर उसकी चूत देखी तो लगा की क्या चूत है एक भी बाल नहीं था और बिलकुल चिकनी थी | उसकी चूत देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया और मैंने उसकी चूत में मुंह मरने में बिलकुल देर नहीं लगाई | मैं उसकी चूत चाटने लगा और उसकी चूत में अपनी जीभ डालने लगा | अब वो जोर जोर से सिसकियाँ लेने लगी थी और चूत चटवाने के मज़े ले रही थी |

फिर थोड़ी 15 मिनिट चूत का स्वाद चखने के बाद मैंने अपने कपडे उतारे और चड्डी में उसके पास खड़ा हो गया | वो चड्डी के ऊपर से ही मेरा लंड सहलाने लगी | फिर उनसे मेरी चड्डी नीचे करी और कहा कि बापरे तुम्हारा लंड तो बड़ा है मैंने इतने बड़े लंड से कभी चुदाई नहीं करी | तो मैंने कहा कि कोई नहीं अब कर लो | फिर वो मेरा लंड चूसने लगी और मेरी गोटियाँ चाटने लगी | मुझे तो उसको लंड चुसवाने में बहुत आनंद आ रहा था | फिर मैंने अपनी पैन्ट से कंडोम निकला और उसे अपने लंड पे लगाने लगा | वो बोली इसकी क्या ज़रूरत है तो मैंने कहा नहीं, जानू ज़रूरत है | फिर मैंने उसकी चूत पर अपना लंड रखा तो उसने अपने हाँथ से मेरा लंड अपनी चूत में डाल लिया और कहा शुरू हो जाओ | फिर मैंने उसको चोदना शुरू किया और जोर जोर से झटके मारने लगा | वो अब चीखने लगी थी और फिर मैंने उसको घुमाया और कुतिया की तरह चोदने लगा | थोड़ी देर बाद मुझे लगा कि मेरा झड़ने वाला है तो मैं अपना लंड बाहर निकला और कंडोम हटा दिया | फिर मैं अपना लंड जोर से हिलाने लगा और फिर मैंने अपना पूरा मुट्ठ उसके मुंह पर गिरा दिया | फिर मैं उसके साथ वहीँ पर सो गया और थोड़ी देर बाद मैंने उसको 1000 रुपए दिये और घर छोड़ दिया |

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